राजस्थान करेंट अफेयर्स 2022 (Rajasthan Current Affairs 2022)
25 जुलाई, 2022 को अखबारों में प्रकाशित समाचार की संक्षिप्त फैक्टफुल जानकारी, जो राजस्थान की आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी साबित हो सकती है।
ई.आर.सी.पी. के लिए सर्वदलीय बैठक
पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ई.आर.सी.पी.) को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कराने के लिए राज्य सरकार की ओर से 24 जुलाई, 2022 को सर्वदलीय बैठक का आयोजन किया गया। इसमें लगभग सभी दलों ने केंद्र सरकार से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग की।
क्या है ईआरसीपी : यह योजना पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों से जुड़ी है। योजना के तहत इन जिलों में यमुना नदी का लगभग 3500 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी लाया जाना है। योजना की क्रियान्विति होने पर इन 13 जिलों के पेयजल से जुड़ी समस्या का समाधान होने की संभावना है। ये जिले हैं-जयपुर, अजमेर, टोंक, बूंदी, कोटा, बारां, झालावाड़, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाईमाधोपुर और दौसा।
हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र के लिए तीन मिनी डेम को मंजूरी
राजस्थान सरकार ने हिण्डोली-नैनवां क्षेत्र के सुहरी, बरवास एवं गंगाराम माली एनीकट पर सोलर आधारित 32 करोड़ की माइक्रो सिंचाई परियोजना को प्रशासनिक एवं वित्तीय मंजूरी दी है। माईक्रो सिंचाई परियोजना के तहत 32 करोड़ की लागत से जल संसाधान विभाग की द्वारा 3 मिनी डेमो (एनीकट) को निर्माण होगा। इससे परियोजना क्षेत्र के 6 गांवो में किसानों को फव्वारा सिंचाई सुविधा मिलेगी।
ये हैं तीन सोलर आधारित मिनी डैम
1. सुहरी : 100 मीटर लम्बाई का मिनी डेम (एनीकट) मेज नदी पर बनाया जाएगा। इसकी उंचाई 4 मीटर रहेगी।
2. बरवास : यहां ब्लाण्डी नदी पर 120 मीटर लम्बाई का मिनी डेम (एनीकट) बनाया जाएगा। इसकी उंचाई 6 मीटर रहेगी।
3. गंगाराम माली : मेज नदी पर बने इस एनीकट की ऊंचाई एक मीटर बढ़ाई जाएगी। इसके बाद इसकी लंबाई 90 मीटर और ऊंचाई 3 मीटर होगी।
'प्राइड ऑफ राजस्थान' में मुख्यमंत्री ने 70 हस्तियों को दिया अवार्ड
विभिन्न क्षेत्रों की प्रतिष्ठित हस्तियों को सम्मानित करने के लिए दैनिक भास्कर की ओर से सम्मान समारोह 'प्राइड ऑफ राजस्थान' का आयोजन किया गया। इसमें मुख्यमंत्री ने देश-विदेश में अपनी कामयाबी का परचम फहराने वाले 70 राजस्थानियों का सम्मान किया।
'प्राइड ऑफ राजस्थान' में सम्मानित हस्तियां : जयपुर के अध्यक्ष ब्रिगेडियर डॉ. एचपी सिंह, विद्या सागर करियर इंस्टीट्यूट, जयपुर के चेयरमैन सीए आरसी शर्मा, अजमेर के उदय ज्योति एंड संस के मालिक अनुज अग्रवाल, प्रेम केबल्स, पाली के चेयरमैन अभय शाह, मोदी रिसॉर्ट एंड गार्डन छापर के मालिक अमित मोदी, यूनिक पावर टेक्नोलॉजी जयपुर के सीईओ अशोक शर्मा, रावत एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन बीएस रावत, गोगड़ फैब्रिक्स प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन भरत गोगड़, श्रीमहावीर एजेंसी बीकानेर के प्रोपराइटर भीकम चंद पुगलिया, आईसीएफएआई यूनिवर्सिटी, किराड़ रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड अलवर के डायरेक्टर छैल बिहारी किराड़, पैराडाइज सीनियर सेकेंडरी स्कूल के डायरेक्टर दीपक यादव, सनराइज एग्रीकल्चर डेवलपमेंट एंड रिसर्च प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन डॉ. अतुल गुप्ता, ओपीजेएस यूनिवर्सिटी, राजगढ़ के फाउंडर चेयरमैन डॉ. जोगेंद्र सिंह, आईआईएस यूनिवर्सिटी जयपुर के चांसलर डॉ. अशोक गुप्ता, अर्थ स्किन एंड फिटनेस उदयपुर सीईओ एंड सीएमडी डॉ. अरविंद सिंह, श्री हॉस्पिटल ऑफ साइकोथैरेपी एंड आयुर्वेद बाड़मेर के डायरेक्टर डॉ. जीसी लखारा, ज्योति हॉस्पिटल, जयपुर की डॉ. जया माहेश्वरी, लेजर डेंटिस्ट इंम्प्लांटोलॉजिस्ट, मरुधरा डेंटल सेंटर जयपुर डॉक्टर रिम्मी शेखावत, टीकेएन फायर एंड सेफ्टी के चेयरमैन डॉ. मनोज सिंह, महाराणा प्रताप संग्रहालय हल्दीघाटी के फाउंडर पैट्रॉन डॉ. मोहन श्रीमाली, तैय्यब मोटर्स बांसवाड़ा के एमडी डॉ. मुनव्वर हुसैन, मरूधर डेंटल सेंटर के एमडी डॉ. जितेंद्र यादव, समाजसेवी चाड़वास व उद्योगपति मुंबई भीकमचंद बैद, नामदेव फिनवेस्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक निदेशक जितेंद्र तंवर, लतिका तंवर, कुहू इंटरनेशनल स्कूल गंगापुर सिटी के निदेशक हेमंत शर्मा, कैला देवी मंदिर ट्रस्ट के सोल ट्रस्टी महाराज कृष्ण चंद्र पाल, हिंडौन सिटी से स्लेट उद्योग के निदेशक, श्याम लाल गुप्ता, जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन डॉ. मुजाहिद सलीम, थापड़ डेंटल क्लिनिक के डॉ. राजीव थापड़ शामिल हैं।
श्री तनोट कॉम्प्लेक्स पर राजस्थान पर्यटन विभाग के प्रस्ताव को केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने दी मंजूरी
बॉर्डर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए श्री तनोट कॉम्प्लेक्स को पर्यटक आकर्षण के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने 17.67 करोड़ रुपये के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। जैसलमेर की तनोट बावलियावाला सीमा पर श्री तनोट कॉम्प्लेक्स को विकसित किया जाएगा। बॉर्डर टूरिज्म के इस नवाचार के तहत तनोट में एक एम्फीथिएटर, व्याख्या केंद्र, चिल्ड्रन एक्टिविटी एरिया, कैफेटेरिया, सौर ऊर्जा संचालित स्ट्रीट लाइटिंग, साइनेज, निगरानी प्रणाली, सीवेज, अपशिष्ट प्रबंधन सहित अन्य सुविधाओं के साथ ही तनोट माता मंदिर परिसर में भी ऐसी सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
No comments:
Post a Comment