राजस्थान के इतिहास, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-221. पन्नालाल शाह का तालाब झुंझुनूं के खेतड़ी में है। इसका निर्माण 1870 में सेठ पन्नालाल शाह ने करवाया था। खेतड़ी के राजा अजीत सिंह के आमंत्रण पर स्वामी विवेकानन्द को इसी तालाब के किनारे ठहराया गया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-222. रणथम्भौर दुर्ग अरावली पर्वत शृंखलाओं से घिरा हुआ एक विकट दुर्ग है। इस दुर्ग में गिरी व वन दोनों श्रेणियों की विशेषता है। इस दुर्ग में प्रसिद्ध त्रिनेत्र गणेशजी का मंदिर, पीर सदरूद्दीन की दरगाह, सुपारी महल, जौरां-भौरां रनिहाड़ तालाब आदि दर्शनीय स्थल हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-223. शुष्क या मरुस्थलीय वन में वार्षिक वर्षा 30 सेमी से भी कम होती है। प्रदेश के पश्चिम-उत्तर में जैसलमेर, बाड़मेर तथा आस-पास के जिलों में ये वन पाए जाते हैं। कंटीली झाडिय़ों के साथ ही खेजड़ी, बेर, कैर, फोग, थोर, रोहिड़ा आदि वृक्ष भी पाए जाते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-224. मोथा या लेमन घास मुख्तया भरतपुर जिले में पाई जाती है। मोथा या लेमन घास एक सुगंधित घास है। घना पक्षी अभ्यारणय (केवलादेव अभ्यारण) में पक्षी इसे बड़े चाव से खाते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-225. जूनागढ़ : बीकानेर किले को जूनागढ़ के नाम से जाना जाता है। इस किले की नींव 1588 ई. में रखी गई और सन् 1594 में यह पूर्णरूप से बनकर तैयार हुआ। इस किले का निर्माण बीकानेर नरेश रायसिंह द्वारा लाल पत्थरों से किया गया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-226. घोटिया अंबा बांसवाड़ा में स्थित है। महाभारत में वर्णित है कि पांडवों ने वनवास के दौरान कुछ समय घोटिया अम्बा (केलापानी) नामक स्थान पर गुजारा था। यहां पांड़वों के पांच कुण्ड बने हुए हैं तथा घाटेश्वर के मंदिर में कुंती एवं द्रौपदी सहित पांडवों की मूर्तियां भी स्थापित हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-227. राव जोधा (1438-1489) : राव जोधा ने 1453 ई. में चिडिय़ाटूंक पहाड़ी पर मेहरानगढ़ दुर्ग का निर्माण करवाया एवं जोधपुर नगर की स्थापना की।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-228. विजय स्तंभ चित्तौडगढ़़ में स्थित है। इसका निर्माण महाराणा कुम्भा ने करवाया था। इसके वास्तुशिल्पी मंडन थे। 122 फीट ऊंचा और 9 मंजिला विजय स्तंभ स्थापत्य कला और सुन्दर नक्काशी का नायब नमूना है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-229. शीतला माता एकमात्र ऐसी देवी हैं, जिनकी खंडित मूर्ति की पूजा होती है। शीतला माता का वाहन 'गधा' है और पुजारी कुम्हार जाति का होता है। शीतला माता का मंदिर जयपुर जिले के चाकसू में है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-230. इण्डोणी राजस्थान का एक प्रसिद्ध लोकगीत है, जिसे स्त्रियां पनघट पर पानी भरने जाते समय गाती हैं। इण्डोणी के बोल हैं- 'पड़ोसण बड़ी चकोर ले गई इंडोणी।'
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-231. किराडू को राजस्थान का खजुराहो कहा जाता है। इसका प्राचीन नाम किरात कूप था। यह एक ऐतिहासिक स्थल है जो प्राचीनकाल में परमारों की राजधानी रहा था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-232. सिवाना का दुर्ग बाड़मेर से दक्षिण-पश्चिम में छप्पन का पहाड़ क्षेत्र में स्थित है। सिवाना के दुर्ग का निर्माण पंवार राजा भोज के पुत्र श्री वीरनारायण ने कराया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-233. नाकोडा जी तीर्थ को मेवा नगर के नाम से भी जाना जाता है। यह बालोतरा से नौ किमी दूर पश्चिम में स्थित है। श्रीनाकोडा जी जैन संप्रदाय का प्रसिद्ध तीर्थ है। नाकोड़ा में 23वें जैन तीर्थंकर पाश्र्वनाथ की प्रतिमा विराजित है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-234. अल्बर्ट हॉल (म्यूजियम) जयपुर में स्थित है। इसका शिलान्यास सन् 1876 में प्रिंस अल्बर्ट द्वारा किया गया था। जयपुर रियासत के महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय द्वारा अकाल राहत कार्यों के तहत इसका निर्माण प्रारंभ किया गया था। महाराज माधोसिंह के समय 1887 ई. में सर एडवर्ड ब्रेड फोर्ड ने उद्घाटन किया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-235. जवाई नदी से जोधपुर एवं पाली शहरों को पेयजल एवं बाड़मेर व पाली जिले के गांवों को सिंचाई के लिए सुविधा उपलब्ध करवाई जाती है।जवाई नदी के किनारे सुमेरपुर (पाली), शिवगंज (सिरोही) एवं जालौर नगर स्थित हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-236. मोरेल नदी जयपुर जिले के बस्सी के पास चैनपुरा गांव की पहाडिय़ों से निकलकर दौसा, सवाई माधोपुर होते हुए करौली के हाड़ौती गांव के निकट बनास नदी में मिल जाती है। जयपुर की ढूंढ नदी इसकी सहायक नदी है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-237. कायलाना झील जोधपुर में स्थित है। इसका निर्माण जोधपुर राजपरिवार के सर प्रताप द्वारा करवाया गया। माचिया सफारी पार्क (मृगवन) इसी कायलाना झील के किनारे स्थित है?
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-238. खींचन : जोधपुर के फलौदी में स्थित खींचन राजस्थान में प्रवासी पक्षी कुरजां (डेमोसिल क्रेन) के सबसे बड़े आश्रय स्थल के रूप में प्रसिद्ध है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-239. ऊंट राजकीय पशु : राजस्थान सरकार ने 30 जून, 2014 को ऊंट को राजकीय पशु घोषित किया। ऊंट को रेगिस्तान का जहाज भी कहा जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-240. परबतसरी अच्छा दूध देने वाली बकरी की नस्ल है। इस नस्ल की बकरियां नागौर के परबतसर, अजमेर, जयपुर एवं टोंक में प्रमुख रूप से पाली जाती है।