राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-421. शुष्क जलवायु प्रदेश : राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, पश्चिम जोधपुर, पश्चिम जालौर, पश्चिम नागौर, दक्षिणी श्रीगंगानगर, दक्षिणी हनुमानगढ़ एवं चूरू में शुष्क जलवायु प्रदेश का विस्तार है। इसमें वर्षा का औसत 0-20 सेमी वार्षिक है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-422. बर्खोयान्सक दुनिया के सर्वाधिक ठंडे स्थानों में शामिल रूसी जगह है। इसी के आधार पर माउंट आबू को 'राजस्थान का बर्खोयान्सक' कहा जाता है। क्योंकि राज्य में यही स्थान है, जो अधिकतर ठंडा रहता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-423. राजस्थानीयादित्य : सिरोही के बसंतगढ़ में मिले शिलालेख पर राजस्थानीयादित्य उत्कीर्ण है। यह शिलालेख वि.सं. 682 में स्थापित किया गया था। यह राजस्थान शब्द का प्राचीनतम उल्लेख माना जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-424. राजस्थान के उत्तर में पंजाब, दक्षिण में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश, पश्चिम में पाकिस्तान तथा पूर्व में उत्तर प्रदेश तथा उत्तर-पूर्व में हरियाणा स्थित है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-425. कड़ाना बांध गुजरात के पंचमहल जिले में माही नदी पर बनाया गया है। गुजरात सरकार ने इसका निर्माण विद्युत उत्पादन के लिए किया है। साथ ही इस बांध से नर्मदा नहर को भी पानी दिया जा रहा है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-426. बेणेश्वर : डूंगरपुर के बेणेश्वर में माही, सोम, जाखम का त्रिवेणी संगम है। इस संगम पर माघ पूर्णिमा को आदिवासियों का मेला भरता है। संत मावजी महाराज ने करीब 300 वर्ष बेणेश्वर में तपस्या की थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-427. गंगा गोल्डन जुबली संग्रहालय : यह संग्रहालय बीकानेर में लालगढ़ पैलेस के पास स्थित है। इस संग्रहालय का उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड लिन लिथगो ने 5 नवंबर, 1937 को किया था। इसमें टेराकोटा के बर्तन, हथियार, पेंटिंग्स, मूर्तियों और सिक्कों आदि का संग्रह है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-428. तीर्थों की नानी : पौराणिक तीर्थ स्थल देवयानी को कहा जाता है। यह पवित्र सरोवर जयपुर जिले के सांभरलेक में स्थित है। कानपुर (उत्तर प्रदेश) के मूसानगर में भी देवयानी सरोवर है जिसे छोटी गया या मातृ गया भी कहा जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-429. सज्जनगढ़ अभयारण्य उदयपुर में 1987 में स्थापित किया गया था। इसमें सरीसृप, नीलगाय, सांभर, जंगली सूअर, हनीस, पैंथर आदि पाए जाते हैं। इस अभयारण्य में टाइगर झील भी है, जिसे जियान सागर या बारि झील के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण मेवाड़ महाराणा राजसिंह ने करवाया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-430. मारवाड़ी (लोही) नस्ल राजस्थान में सर्वाधिक पाई जाने वाली बकरियों की नस्ल है। यह उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के मरुस्थलीय जिलों जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, पाली में पाई जाती है। इस नस्ल को राजस्थान की सबसे प्राचीन नस्ल माना जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-431. श्रीरणछोडऱाय जी का खेड़ मंदिर बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर के नजदीक खेड़ गांव में स्थित है। यह भगवान रणछोडऱाय जी का दुनिया का पहला मंदिर माना जाता है। भगवान कृष्ण का एक नाम रणछोड़ है। यह मंदिर उन्हीं को समर्पित है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-432. अर्थूना के मंदिर वागड़ क्षेत्र में बांसवाड़ा शहर से दक्षिण पश्चिम में अर्थूना नामक स्थान पर हैं। ये मंदिर समूह 11 वीं एवं 12वीं सदी में निर्मित हैं। इनका निर्माण वागड़ क्षेत्र के परमार शासकों ने करवाया। वागड़ परमारों की राजधानी थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-433. रूठी राणी : जोधपुर के शासक राव मालदेव राठौड़ की रानी उमादे (उम्मादे भटियाणी) इतिहास में रूठी राणी के नाम से प्रसिद्ध हैं। ये जैसलमेर के शासक लूणकरण की पुत्री थीं। उमादे पूरे जीवन राव मालदेव से रूठी रहीं और अपना जीवन तारागढ़ (अजमेर) में गुजारा, लेकिन जब राव मालदेव का देवलोक गमन हुआ, तब वे उनके साथ सती होने वाली पहली रानी थीं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-434. जगत शिरोमणि मंदिर जयपुर जिले की ऐतिहासिक नगरी आमेर में स्थित है। इसका निर्माण महाराजा मानसिंह व उनकी महारानी कनकवती ने अपने पुत्र जगतसिंह की स्मृति में करवाया था। यह संभवत: देश का एकमात्र मंदिर है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के साथ उनकी अनन्य भक्त मीरा बाई की पूजा की जाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-435. बिहारी सतसई की रचना जयपुर के मिर्जा राजा जयसिंह के दरबारी कवि बिहारी ने की थी। इस ग्रंथ में 700 से अधिक दोहों का संकलन है, इसलिए इसे 'सतसई' कहा गया है। बिहारी रीतिकाल के प्रमुख कवि थे। हिंदी के महाकवि बिहारी का जन्म सन् 1603 ई. के लगभग ग्वालियर के पास बसवा गोविंदपुर गांव में हुआ था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-436. लोक देवता तल्लीनाथ जी का मूल नाम गांगदेव राठौड़ था। इनका जन्म शेरगढ़ (जोधपुर) में हुआ था। तल्लीनाथ जी का मंदिर जालौर की आहोर तहसील के पांचोटा गांव के निकट पंचमुखी पहाड़ी पर स्थित है। तल्लीनाथ जी प्रकृति प्रेमी लोकदेवता के रूप में पूजे जाते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-437. प्रथम भालू अभयारण्य : राजस्थान के जालौर और सिरोही जिलों में प्रदेश का भालू अभ्यारण्य स्थापित होगा। यह प्रदेश का पहला और देश का चौथा भालू अभ्यारण्य होगा। भालू अभ्यारण्य को सुंधा माता क्षेत्र में करीब 444 वर्ग किलोमीटर में विकसित किया जाएगा।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-438. आडावल पर्वत बूंदी जिले में स्थित है। यह अरावली पर्वतमाला का ही हिस्सा है यानी बूंदी में अरावली को आडावल के नाम से जाना जाता है। आडावल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी सतूर है, जो लगभग 353 मीटर ऊंची है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-439. कुंभलगढ़ दुर्ग राजसमंद जिले में स्थित है। मेवाड़ के महाराणा कुम्भा के मण्डन नाम के शिल्पी ने 1448 ई. से 1458 की अवधि में इसका निर्माण किया था। प्राचीन अवशेषों के अनुसार इस किले को प्रारंभ में जैन राजा सम्प्रति ने तीसरी शताब्दी ईसा में बनवाया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-440. तेजाजी : राजस्थान में लोक देवता तेजाजी का जन्म नागौर जिले के खडऩाल गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम ताहडज़ी जाट और माता का नाम राजकुंवर था। तेजाजी ने लाछा गूजरी की गायों को मेरों से छुड़वाते हुए अपने प्राणोत्सर्ग किए थे।