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Friday, August 20, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-22

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-421. शुष्क जलवायु प्रदेश : राजस्थान के जैसलमेर, बाड़मेर, बीकानेर, पश्चिम जोधपुर, पश्चिम जालौर, पश्चिम नागौर, दक्षिणी श्रीगंगानगर, दक्षिणी हनुमानगढ़ एवं चूरू में शुष्क जलवायु प्रदेश का विस्तार है। इसमें वर्षा का औसत 0-20 सेमी वार्षिक है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-422. बर्खोयान्सक दुनिया के सर्वाधिक ठंडे स्थानों में शामिल रूसी जगह है। इसी के आधार पर माउंट आबू को 'राजस्थान का बर्खोयान्सक' कहा जाता है। क्योंकि राज्य में यही स्थान है, जो अधिकतर ठंडा रहता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-423. राजस्थानीयादित्य : सिरोही के बसंतगढ़ में मिले शिलालेख पर राजस्थानीयादित्य उत्कीर्ण है। यह शिलालेख वि.सं. 682 में स्थापित किया गया था। यह राजस्थान शब्द का प्राचीनतम उल्लेख माना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-424. राजस्थान के उत्तर में पंजाब, दक्षिण में गुजरात, दक्षिण-पूर्व में मध्य प्रदेश, पश्चिम में पाकिस्तान तथा पूर्व में उत्तर प्रदेश तथा उत्तर-पूर्व में हरियाणा स्थित है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-425. कड़ाना बांध गुजरात के पंचमहल जिले में माही नदी पर बनाया गया है। गुजरात सरकार ने इसका निर्माण विद्युत उत्पादन के लिए किया है। साथ ही इस बांध से नर्मदा नहर को भी पानी दिया जा रहा है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-426. बेणेश्वर : डूंगरपुर के बेणेश्वर में माही, सोम, जाखम का त्रिवेणी संगम है। इस संगम पर माघ पूर्णिमा को आदिवासियों का मेला भरता है। संत मावजी महाराज ने करीब 300 वर्ष बेणेश्वर में तपस्या की थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-427. गंगा गोल्डन जुबली संग्रहालय : यह संग्रहालय बीकानेर में लालगढ़ पैलेस के पास स्थित है। इस संग्रहालय का उद्घाटन भारत के तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड लिन लिथगो ने 5 नवंबर, 1937 को किया था। इसमें टेराकोटा के बर्तन, हथियार, पेंटिंग्स, मूर्तियों और सिक्कों आदि का संग्रह है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-428. तीर्थों की नानी : पौराणिक तीर्थ स्थल देवयानी को कहा जाता है। यह पवित्र सरोवर जयपुर जिले के सांभरलेक में स्थित है। कानपुर (उत्तर प्रदेश) के मूसानगर में भी देवयानी सरोवर है जिसे छोटी गया या मातृ गया भी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-429. सज्जनगढ़ अभयारण्य उदयपुर में 1987 में स्थापित किया गया था। इसमें सरीसृप, नीलगाय, सांभर, जंगली सूअर, हनीस, पैंथर आदि पाए जाते हैं। इस अभयारण्य में टाइगर झील भी है, जिसे जियान सागर या बारि झील के नाम से जाना जाता है। इसका निर्माण मेवाड़ महाराणा राजसिंह ने करवाया था। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-430. मारवाड़ी (लोही) नस्ल राजस्थान में सर्वाधिक पाई जाने वाली बकरियों की नस्ल है। यह उत्तर-पश्चिमी  राजस्थान के मरुस्थलीय जिलों जोधपुर, बाड़मेर, जालौर, पाली में पाई जाती है। इस नस्ल को राजस्थान की सबसे प्राचीन नस्ल माना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-431. श्रीरणछोडऱाय जी का खेड़ मंदिर बाड़मेर जिले के बालोतरा शहर के नजदीक खेड़ गांव में स्थित है। यह भगवान रणछोडऱाय जी का दुनिया का पहला मंदिर माना जाता है। भगवान कृष्ण का एक नाम रणछोड़ है। यह मंदिर उन्हीं को समर्पित है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-432. अर्थूना के मंदिर वागड़ क्षेत्र में बांसवाड़ा शहर से दक्षिण पश्चिम में अर्थूना नामक स्थान पर हैं। ये मंदिर समूह 11 वीं एवं 12वीं सदी में निर्मित हैं। इनका निर्माण वागड़ क्षेत्र के परमार शासकों ने करवाया। वागड़ परमारों की राजधानी थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-433. रूठी राणी : जोधपुर के शासक राव मालदेव राठौड़ की रानी उमादे (उम्मादे भटियाणी) इतिहास में रूठी राणी के नाम से प्रसिद्ध हैं। ये जैसलमेर के शासक लूणकरण की पुत्री थीं। उमादे पूरे जीवन राव मालदेव से रूठी रहीं और अपना जीवन तारागढ़ (अजमेर) में गुजारा, लेकिन जब राव मालदेव का देवलोक गमन हुआ, तब वे उनके साथ सती होने वाली पहली रानी थीं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-434. जगत शिरोमणि मंदिर जयपुर जिले की ऐतिहासिक नगरी आमेर में स्थित है। इसका निर्माण महाराजा मानसिंह व उनकी महारानी कनकवती ने अपने पुत्र जगतसिंह की स्मृति में करवाया था। यह संभवत: देश का एकमात्र मंदिर है जिसमें भगवान श्रीकृष्ण के साथ उनकी अनन्य भक्त मीरा बाई की पूजा की जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-435. बिहारी सतसई की रचना जयपुर के मिर्जा राजा जयसिंह के दरबारी कवि बिहारी ने की थी। इस ग्रंथ में 700 से अधिक दोहों का संकलन है, इसलिए इसे 'सतसई' कहा गया है। बिहारी रीतिकाल के प्रमुख कवि थे। हिंदी के महाकवि बिहारी का जन्म सन् 1603 ई. के लगभग ग्वालियर के पास बसवा गोविंदपुर गांव में हुआ था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-436. लोक देवता तल्लीनाथ जी का मूल नाम गांगदेव राठौड़ था। इनका जन्म शेरगढ़ (जोधपुर) में हुआ था। तल्लीनाथ जी का मंदिर जालौर की आहोर तहसील के पांचोटा गांव के निकट पंचमुखी पहाड़ी पर स्थित है। तल्लीनाथ जी प्रकृति प्रेमी लोकदेवता के रूप में पूजे जाते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-437. प्रथम भालू अभयारण्य : राजस्थान के जालौर और सिरोही जिलों में प्रदेश का भालू अभ्यारण्य स्थापित होगा। यह प्रदेश का पहला और देश का चौथा भालू अभ्यारण्य होगा। भालू अभ्यारण्य को सुंधा माता क्षेत्र में करीब 444 वर्ग किलोमीटर में विकसित किया जाएगा।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-438. आडावल पर्वत बूंदी जिले में स्थित है। यह अरावली पर्वतमाला का ही हिस्सा है यानी बूंदी में अरावली को आडावल के नाम से जाना जाता है। आडावल पर्वत की सबसे ऊंची चोटी सतूर है, जो लगभग 353 मीटर ऊंची है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-439. कुंभलगढ़ दुर्ग राजसमंद जिले में स्थित है। मेवाड़ के महाराणा कुम्भा के मण्डन नाम के शिल्पी ने 1448 ई. से 1458 की अवधि में इसका निर्माण किया था। प्राचीन अवशेषों के अनुसार इस किले को प्रारंभ में जैन राजा सम्प्रति ने तीसरी शताब्दी ईसा में बनवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-440. तेजाजी : राजस्थान में लोक देवता तेजाजी का जन्म नागौर जिले के खडऩाल गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम ताहडज़ी जाट और माता का नाम राजकुंवर था। तेजाजी ने लाछा गूजरी की गायों को मेरों से छुड़वाते हुए अपने प्राणोत्सर्ग किए थे।

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 12 

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 13

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 14

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 15

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. राजस्थान का 'रुणीचा मेला' सन्तुष्ट समाज के लिए किस प्रकार योगदान देता है?
(अ) निरन्तर ईश्वर स्मरण द्वारा
(ब) साम्प्रदायिक सद्भाव द्वारा
(स) सत्य बोलने के शिक्षण द्वारा
(द) पवित्र जीवन द्वारा
उत्तर - (द)
[रामदेवरा (रूणीचा) जैसलमेर में रामदेजी का विशाल मंदिर है। जहां प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल द्वितीया से एकादशी तक विशाल मेला भरता है। मेले का प्रमुख आकर्षण कामड़ जाति की स्त्रियों द्वारा किया जाने वाला तेरहताली नृत्य है। 'कृष्ण का अवतार', 'रामसापीर', 'रूणीचा रा धणी' बाबा रामदेव का जन्म डडुकासमेर गांव (शिव, बाड़मेर) में भाद्रपद शुक्ल द्वितीया (वि.सं. 1462- सन् 1405 ई.) तथा भाद्रपद सुदी एकादशी वि.सं. 1515 (सन् 1458) को इन्होंने रूणीचा के राम सरोवर के किनारे जीवित समाधि ली थी।]

2. निम्नलिखित युद्ध राजस्थान इतिहास में सीमा चिह्न है -
(A) खानवा का युद्ध
(B) भटनेर का युद्ध
(C) सुमेल-गिरी का युद्ध
(D) हल्दी-घाटी का युद्ध

इन युद्धों को सही तिथि क्रम में रखते हुए, सही उत्तर का चयन कीजिए :
(अ) (B), (A), (C), (D)    
(ब) (A), (B), (C), (D)
(स) (A), (C), (D), (B)     
(द) (A), (B), (D), (C)
उत्तर - (ब)
[खानवा का युद्ध 17 मार्च,1527 को बाबर व राणा सांगा के बीच हुआ, जिसमें सांगा की पराजय हुई। भटनेर का युद्ध 1534 में कामरान और बीकानेर के शासक राव जैतसी के बीच हुआ, जिसमें कामरान ने भटनेर पर अधिकार कर लिया। भटनेर का किला हनुमानगढ़ में स्थित है। सुमेल-गिरी का युद्ध 1544 में मारवाड़ के शासक राव मालदेव व शेरशाह सूरी के बीच पाली जिले के जैतारण के पास हुआ था। इस युद्ध में शेरशाह की जीत हुई, परंतु युद्ध के बाद उसने कहा-"मुट्ठीभर बाजरे के लिए मैं दिल्ली की बादशाहत खो देता।" हल्दीघाटी का युद्ध 18 जून, 1576 को अकबर के सेनानायकों मानसिंह व आसफ खां तथा महाराणा प्रताप के बीच हुआ। हल्दीघाटी राजस्थान के राजसमंद जिले में है।]

3. राजस्थान के किस प्रदेश में बीहड़ मिलते हैं?
(अ) बनास बेसिन
(ब) माही बेसिन
(स) लूनी बेसिन
(द) चम्बल बेसिन
उत्तर - (द)
[राजस्थान में चम्बल नदी द्वारा सबसे अधिक अवनालिका अपरदन होता है। इस कारण इसके बहाव क्षेत्र में बीहड़ भूमि बन गई है। चम्बल नदी को चर्मण्यवती व कामधेनू नदी भी कहा जाता है। इसका उद्गम मध्य प्रदेश के महू जिले की जनापाव पहाड़ी से होता है। यहां से निकलकर यह नदी भैंसरोडगढ़ (चित्तौडगढ़़) के समीप राजस्थान में प्रवेश करती है। भैंसरोडगढ़ के निकट चम्बल नदी 'चूलिया जल प्रपात' बनाती है। यह नदी राजस्थान की सबसे लंबी, सबसे बड़े अपवाह क्षेत्र वाली एवं एकमात्र नित्यवाही नदी है।]

4. राजस्थान के स्वतंत्रता सेनानी एवं उनके कार्य क्षेत्र के सम्बन्ध में गलत युग्म को पहचानिए:
(अ) अर्जुनलाल सेठी : उदयपुर
(ब) जयनारायण व्यास : जोधपुर
(स) केसरी सिंह बारहठ : मेवाड़
(द) गोविन्द गिरि : वागड़
उत्तर - (अ)
[क्रांतिकारी अर्जुनलाल सेठी की गतिविधियों का प्रमुख केंद्र जयपुर था। इन्होंने जयपुर में जैन वर्धमान विद्यालय की स्थापना की, जिसमें क्रांतिकारियों को प्रशिक्षण दिया जाता था। जोरावर सिंह बारहठ व प्रतापसिंह बारहठ जैसे प्रसिद्ध क्रांतिकारियों ने यहीं प्रशिक्षण प्राप्त किया।]

5. भीलों का प्रसिद्ध नाट्य कौनसा है?
(अ) गवरी
(ब) स्वांग
(स) तमाशा
(द) रम्मत
उत्तर - (अ)
[गवरी लोकनृत्य भीलों में लोकप्रिय है। यह नृत्य माता पार्वती की आराधना में भाद्रपद माह के प्रारंभ से अश्विन शुक्ल एकादशी तक चलता है। इस नृत्य में शिव एवं भस्मासुर की कथा का अधिक प्रचलन है। गवरी नृत्य राखी के बाद दूसरे दिन से प्रारंभ होकर 40 दिन तक चलता है। इस नाट्य में शिव व भस्मासुर का प्रतीक राई बुढिया, दोनों पार्वतियों की प्रतिमूर्ति, दोनों राइयां, खड़कुटिया, झामट्या तथा पाट भोपा गवरी के मुख्य पात्र होते हैं। अन्य पात्र 'खेल्ये' कहलाते हैं।]

6. निम्न में से कौनसी नदी मध्य प्रदेश से निकलती है और खम्भात की खाड़ी में गिरती है-
(अ) पार्वती नदी
(ब) लूणी नदी
(स) माही नदी
(द) जवाई नदी
उत्तर - (स)
[माही नदी मध्य प्रदेश के धार जिले की अमरोरू पहाड़ी के सरदारपुरा के निकट 'मेहद झील' से निकलती है। यह नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है। माही नदी का संबंध 'सुजलाम-सुफलाम क्रांति' से है। इस नदी में डूंगरपुर के निकट बेणेश्वर नामक स्थान पर सोम और जाखम नदियां मिलकर त्रिवेणी संगम बनाती हैं। माही नदी को 'आदिवासियों की गंगा'/'बागड़ की गंगा'/'कांठल की गंगा'/'दक्षिण-राजस्थान की स्वर्ण रेखा' आदि नामों से जाना जाता है। इस नदी की कुल लंबाई 576 किमी. है जिसमें से 171 किमी राजस्थान में है। यह नदी तीन राज्य मध्य प्रदेश, राजस्थान व गुजरात राज्यों में प्रवाहित होती है।]

7. राजस्थान में, एक ग्राम सभा बनती है :
(अ) ग्राम-पंचायत के निर्वाचित सदस्यों से
(ब) ग्राम-पंचायत की कार्यकारी समिति से
(स) पंचायत-सर्किल में आने वाले गांव/गांवों के पंजीकृत मतदाताओं से
(द) पंचायत-सर्किल में आने वाले गांव/गांवों के सभी निवासियों से
उत्तर - (स)
[राजस्थान में लागू स्थानीय स्वशासी निकाय प्रणाली के अनुसार ग्राम पंचायत निर्वाचित सदस्यों से बनती है। इस ग्राम सभा में उस पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी पंजीकृत मतदाता शामिल होते हैं। ग्राम पंचायत के सभी फैसले ग्राम सभा में किए जाते हैं। ग्राम सभा को ग्राम पंचायत से प्रश्न करने और आय-व्यय का हिसाब मांगने का अधिकार है।]

8. जोधपुर के निकट ओसियां में मंदिरों का समूह जिनकी देन है, वे हैं-
(अ) राठौड़
(ब) गुहिलोत
(स) चौहान
(द) प्रतिहार
उत्तर - (द)
[ओसियां में 8वीं से 11वीं शती के ब्राह्मण एवं जैन मन्दिर हैं, जो महामारू शैली के हैं तथा पंचायतन मन्दिरों की शैली का मन्दिर ओसियां का हरिहर मन्दिर है। ओसियां में गुर्जर प्रतिहार शासकों के समय मन्दिर बने। ओसियां का प्राचीन नाम उपकेशपट्टन था।]

9. वह कौनसा खनिज पत्थर है जो राजस्थान राज्य में सर्वाधिक कुल विक्रय मूल्य अर्जित करता है?
(अ) चुनाई का पत्थर
(ब) चूने का पत्थर
(स) बालू पत्थर
(द) संगमरमर
उत्तर - (स)

10. राजस्थान राज्य में 31 दिसम्बर, 2020 तक कितनी बार राष्ट्रपति शासन लागू किया गया है?
(अ) 6 बार
(ब) 5 बार
(स) 4 बार
(द) 3 बार
उत्तर - (स)
[राष्ट्रपति, किसी भी राज्य में संवैधानिक तंत्र के विफल होने पर तथा अनुच्छेद 365 के तहत केंद्र सरकार द्वारा जारी निर्देश, राज्य द्वारा न मानने पर अनुच्छेद 365 के तहत राष्ट्रपति संबंधित राज्य में राष्ट्रपति शासन की उद्घोषणा करता है। राजस्थान में वर्ष 1967, 1977, 1980 व 1992 में यानी अभी तक 4 बार राष्ट्रपति शासन लगाया गया है।]

11. वह कौनसे मेवाड़ के मशहूर शासक थे जिन्होंने अचलगढ़ के किले की मरम्मत करवाई थी?
(अ) राणा रत्न सिंह
(ब) महाराणा कुंभा
(स) राणा सांगा
(द) महाराजा राज सिंह
उत्तर - (ब)
[आबू के निकट अरावली की पहाड़ी पर स्थित अचलगढ़ दुर्ग का निर्माण महाराणा कुम्भा ने सन् 1452 में कराया। हालांकि इस दुर्ग का निर्माण बहुत पहले परमारों द्वारा ही कराया गया था, लेकिन कुम्भा ने इसकी मरम्मत कराकर उसे नया रूप दिया। इसमें दो प्राचीन जैन मंदिर भी हंै। इस दुर्ग की तलहटी में चारण कवि दुरसा आढ़ा की पीतल की मूर्ति स्थापित है।]

12. राजस्थान के विख्यात इतिहासकार जो एक समाज सुधारक भी थे-
(अ) मानकरण शारदा
(ब) हरबिलास शारदा
(स) सी.के.एफ. वाल्टॅयर
(द) जमना लाल बजाज
उत्तर - (ब)
[हरबिलास शारदा राजस्थान के प्रमुख इतिहासकार व समाज सुधारक थे। सन् 1930 ई. में हरबिलास शारदा के प्रयासों से शारदा एक्ट पारित कर 'एज ऑफ कंसेट एक्ट' को संशोधित कर विवाह की आयु लड़कियों के लिए 14 साल व लड़कों के लिए 18 वर्ष निर्धारित की गई।]

13. राजस्थान लोक साहित्य में किस देवी/देवता का गीत सबसे लम्बा है?
(अ) जीण माता
(ब) आई माता
(स) मल्लीनाथजी
(द) रामदेवजी
उत्तर - (अ)
[जीण माता का मन्दिर सीकर के दक्षिण में रैवासा नामक गांव के समीप पहाडिय़ों के मध्य स्थित है। इस मंदिर का निर्माण पृथ्वीराज चौहान-प्रथम के शासनकाल में राजा हट्टड़ द्वारा करवाया गया, जिसमें जीण माता की अष्टभुजी प्रतिमा है। चौहान वंश की आराध्य देवी जीण माता धंधराय की पुत्री व हर्ष की बहिन थी। राजस्थानी लोक साहित्य में जीण माता का गीत सबसे लंबा है। यह गीत करुण रस से ओत-प्रोत है। इस गीत को कनफटे जोगी केसरिया कपड़ों में माथे पर सिंदूर लगाकर, डमरू व सारंगी पर गाते हैं।

14. अंग्रेज राजपूत राज्यों में 1857 के विद्रोह को दबाने में सफल रहे, क्योंकि-
(अ) स्थानीय शासकों ने क्रान्तिकारियों का साथ नहीं दिया।
(ब) शिक्षित मध्य वर्ग अंग्रेजों का समर्थन कर रहा था।
(स) छावनियों के सैनिक राजपूताना के बाहर के क्रान्तिकारियों का नेतृत्व स्वीकार ने को तैयार नहीं थे।
(द) समाचार-पत्र क्रान्तिकारियों के सही उद्देश्यों को नहीं दर्शा पाए।
उत्तर - (अ)
[भारत में 1857 के विद्रोह की शुरुआत 10 मई, 1857 को मेरठ से हुई। राजस्थान में 28 मई, 1857 को नसीराबाद छावनी से विद्रोह प्रारम्भ हुआ। 1857 की क्रांति के दौरान अधिकांश राजपूत राज्यों ने ब्रिटिश सत्ता का ही साथ दिया, जिसके कारण अंग्रेज इसे दबाने में सफल रहे। इसके अलावा क्रांतिकारियों के पास सही योजना का अभाव, धन, रसद व हथियारों की कमी होना, दक्ष सेनानायकों का अभाव आदि के कारण भी अंग्रेज सफल रहे।]

15. 'सागड़ी' प्रथा का अर्थ है-
(अ) घुड़सवार
(ब) पटवारी
(स) कृषक
(द) बन्धुआ मजदूरी
उत्तर - (द)
[बंधुआ मजदूरी को ही सागड़ी प्रथा कहा जाता है। राजस्थान में प्रचलित यह एक बेगार प्रथा थी। 1961 में सागड़ी निवारण अधिनियम बनाकर राज्य सरकार ने इससे मुक्ति प्रदान की।]

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

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आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 14

 

 

Thursday, August 19, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-21

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-401. रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य : सन् 1955 में राज्य के प्रथम वन्यजीव अभयारण्य के रूप में रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना की गई थी। सन् 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के पहले चरण में इसे शामिल किया गया और 1980 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा प्रदान किया गया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-402. सीतामाता अभयारण्य : इस अभयारण्य में बहने वाली जाखम नदी पर जाखम बांध बना है। यहां पर गर्म व ठण्डे पानी के दो झरने बहते हैं। इस अभयारण्य में चौसिंगा (मेडल) सर्वाधिक संख्या में मिलता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-403. जायद की फसल : यह फसल मार्च से जून के मध्य ली जाती है। इसमें तरबूज, खरबूजा, ककड़ी व सब्जियां पैदा की जाती हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-404. बीसलपुर सिंचाई परियोजना : टोंक जिले के बीसलपुर गांव में बनास नदी पर बांध का निर्माण किया गया है। बीसलपुर परियोजना की शुरुआत जयपुर, अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, टोंक आदि की पेयजल और सिंचाई की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की गई है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-405. फूलडोल मेला भीलवाड़ा के शाहपुरा में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से पंचमी तक मनाया जाता है। रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी रामचरण ने फूलडोल परंपरा भीलवाड़ा से शुरू की थी। वर्तमान में शाहपुरा (भीलवाड़ा) में यह परम्परा जारी है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-406. पुरुषों के आभूषण
गले के आभूषण : फूल या चोकी
कान के आभूषण : मुरकी, लूंग
सिर के आभूषण : मुकुट, सेहरा, कलंगी, सिरपेच।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-407. मल्लीनाथ जी की समाधि : बालोतरा से दस किलोमीटर दूर लूणी नदी के किनारे स्थित ग्राम तिलवाड़ा में राव मल्लीनाथ जी की समाधि है। यहां चैत्र कृष्ण सप्तमी से चैत्र शुक्ल सप्तमी तक 15 दिवसीय विशाल मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेला भरता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-408. आपेश्वर महादेव : यह जालोर जिले के रामसीन में गुर्जर प्रतिहार कालीन प्रसिद्ध मंदिर है। यहां भगवान शिव की 5 फीट की प्रतिमा की पूजा-अर्चना होती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-409. नाहरगढ़ अभयारण्य जयपुर जिले में स्थित है। इसकी स्थापना सन् 1980 में की गई। इसका क्षेत्रफल लगभग 52 वर्ग किमी है। यहां प्रमुख वन्य जीव काला हिरण, जंगली भेडिय़ा, सेही, पैन्थर, स्याहपोश इत्यादि हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-410. घोड़ा जीरा : पश्चिमी राजस्थान में ईसबगोल को स्थानीय भाषा में 'घोड़ा जीरा' कहा जाता है। पश्चिमी राजस्थान के जालौर, बाड़मेर, जोधपुर जिलों में ईसबगोल का उत्पादन बहुत अधिक मात्रा में होता है। दुनिया का 80 प्रतिशत ईसबगोल भारत में उत्पादित होता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-411. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केंद की स्थापना भरतपुर जिले के सेवर में 20 अक्टूबर, 1993 को की गई। सातवीं योजना (1992-97) के दौरान 1990 में गठित कार्यबल की सिफारिश के आधार पर इसकी स्थापना की गई थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-412. चोकला भेड़ झुंझनूं, सीकर, बीकानेर, चूरू, नागौैर व जयपुर में पाई जाती है। इसे छापर, राता मुंडा तथा शेखावाटी के नाम से भी जाना जाता है। चोकला भेड़ को भारत की मेरिनो कहते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-413. अभेड़ा महल का निर्माण कोटा के महाराजा उम्मेद सिंह द्वितीय ने करवाया था। यह महल चंबल नदी पर स्थित है। इस महल में स्थित संग्रहालय में राजपूत काल के लघु चित्र, अद्भुत मूर्तियां, भित्तिचित्र और शस्त्रागार है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-414. कुशाल माता का मंदिर बदनौर (भीलवाड़ा) में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराणा कुंभा ने करवाया था। यहां पर प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्ण एकादशी से अमावस्या तक मेला भरता है। कुशाल माता मंदिर के निकट इनकी बहन बैराठ माता का मंदिर है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-415. भोजन थाली मेला भरतपुर के कामां में आयोजित होता है। प्राचीन ब्रज संस्कृति से जुड़ा यह मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल पंचमी (अगस्त माह) को भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-416. भर्तृहरी मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल सप्तमी-अष्टमी को भरता है। भर्तृहरी धाम यानी भर्तृहरी जी का मंदिर अलवर जिले में है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसे संरक्षित स्मारक घोषित किया हुआ है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-417. अरावली पर्वतमाला की राजस्थान में अधिकतम लंबाई 550 किलोमीटर है। यह गौडवाना लैण्ड का अवशेष है। भूगर्भिक दृष्टि से अरावली श्रेणी क्वार्टजाइंट व ग्रेनाइट चट्टानों से बनी है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-418. अनास नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश में झाबुआ जिले के आम्बेर गांव के निकट विंध्याचल की पहाडिय़ां हैं। राजस्थान में यह बांसवाड़ा के मेलेड़ी खेड़ा से प्रवेश कर डूंगरपुर के गलियाकोट के निकट माही में मिल जाती है। इसकी सहायक नदी हरण है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-419. कावोद झील खारे पानी की झील है। यह जैसलमेर जिले में स्थित है। आयोडीन की दृष्टि से यह सर्वोत्तम झीलों में शामिल की जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-420. मावठ सर्दियों में होने वाली वर्षा को कहते हैं। यह वर्षा भूमध्य सागर से उठी उत्तर-पश्चिमी हवाओं से होती है। रबी की फसल के लिए मावठ अमृत समान होती है।

Wednesday, August 18, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-20

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-381. उपोष्ण कटिबंधीय सदाबहार वन : इन वनों में बांस, सिरस, जामुन, आम, बेल, रोहिड़ा के वृक्ष प्रमुखता से मिलते हैं। ऐसे वन राज्य के सिरोही जिले में स्थित आबू पर्वत के चारों तरफ लगभग 32 किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-382. रावली टाटगढ़ वन्यजीव अभयारण्य : 1983 ई. में इस अभयारण्य की स्थापना अजमेर, पाली और राजसमंद जिलों के 463 वर्ग किमी क्षेत्र में की गई। यहां पर बघेरा, खरगोश, तेंदुए, जरख आदि पाए जाते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-383. सोनाड़ी भेड़ की नस्ल है। इसका उपनाम है- चनोथर। बहुत मोटी ऊन जो गलीचे के लिए उपयुक्त होती है। सोनाड़ी नस्ल उदयपुर, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़़, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा में पाई जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-384. मुर्रा (खण्डी) : भैंस वंश की यह नस्ल अधिक दूध देने के लिए प्रसिद्ध है। जयपुर, उदयपुर, अलवर, गंगानगर, भरतपुर में पाई जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-385. राठी नस्ल की गाय को 'राजस्थान की कामधेनू' भी कहा जाता है। यह बीकानेर, श्रीगंगानगर, जैसलमेर में पाई जाती है। यह अच्छी मात्रा में दूध देने के लिए प्रसिद्ध है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-386. टांका वर्षा के जल संग्रहण की प्रचलित विधि है जिसका निर्माण घरों अथवा सार्वजनिक स्थलों पर किया जाता है। वास्तव में वर्तमान में रेन वाटर हार्वेस्टिंग इसी का परिष्कृत रूप है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-387. खनिजों का अजायबघर : राजस्थान में खनिजों की उपलब्धता लगभग पूरे राज्य में है इसलिए राजस्थान को खनिजों का अजायबघर कहते हैं। इसके अलावा राजस्थान को 'खनिजों का संग्रहालय' भी कहते हैं। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-388. खारे पाने की झीलें : उत्तरी-पश्चिमी मरुस्थलीय भाग में खारे पानी की झीलें पाई जाती हैं। टेथिस सागर का अवशेष होना यहां की झीलों के खारेपन का मुख्य कारण है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-389. खेजड़ली मेला : जोधपुर के खेजड़ली में प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल दशमी को खेजड़ली मेला भरता है। यहां पेड़ों की रक्षार्थ अनेक लोगों ने अपने प्राणों का बलिदान दिया था। इसी याद में प्रतिवर्ष मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-390. करणी माता का मंदिर : करणी माता राठौड़ राजवंश की कुलदेवी हैं। बीकानेर के देशनोक में करणी माता का मंदिर स्थित है। करणी माता को चूहों की देवी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-391. गिरी सुमेल का युद्ध : 5 जनवरी 1544 ई. में वर्तमान जैतारण (पाली) के निकट गिरी सुमेल स्थान पर दिल्ली के अफगान शासक शेरशाह सूरी व राव मालदेव के मध्य युद्ध हुआ था। इस युद्ध में शेरशाह सूरी छल-कपट से विजय हुआ।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-392. नीमराणा की बावड़ी : अलवर जिले में स्थित इस बावड़ी का निर्माण राजा टोडरमल ने करवाया था। यह बावड़ी 9 मंजिला है और हर मंजिल की ऊंचाई लगभग 20 फीट है। इसमें 170 चरण हैं, और जैसे-जैसे ऊपर से नीचे जाते हैं निर्माण छोटा होता जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-393. चार भुजा वाले देवता वीर कल्ला जी (कल्ला राठौड़) को कहा जाता है। सन् 1567 में मुगल शासक अकबर के विरुद्ध वीर कल्लाजी ने जयमल राठौड़ को कंधे पर बिठाकर युद्ध करते हुए वीरगति प्राप्त की। इसी कारण इन्हें चार भुजा वाले देवता कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-394. संत सुंदरदास जी का जन्म सन् 1596 में दौसा के खण्डेलवाल वैश्य परिवार में हुआ। इनके प्रमुख ग्रंथ- सुन्दर विलास, सुन्दर सागर, सुंदर ग्रंथावली एवं ज्ञान समुद्र हैं। इनका निधन 1707 ई. में जयपुर जिले के सांगानेर कस्बे में हुआ।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-395. बालसमंद झील : जोधपुर जिले में स्थित इस झील का निर्माण गुर्जर प्रतिहार शासक बालकराव प्रतिहार ने 1159 ई. में करवाया था। इस झील के किनारे होटल लेक पैलेस स्थित है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-396. धामण घास का वानस्पतिक नाम सेन्क्रस सेटीजेरस (Cenchrus setigerus) है। स्थानीय स्तर पर इसे मोडा धामन/काला धामन कहा जाता है। यह औषधीय घास मधुमेह में प्रभावी है तथा दुधारू पशुओं के लिए भी लाभदायक है।  धामण घास जैसलमेर, बाड़मेर, बांसवाड़ा, डूंगरपुर व उदयपुर जिलों में पाई जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-397. बागोर (भीलवाड़ा) : यहां उत्तर पाषाण कालीन सभ्यता के अवशेष प्राप्त हुए हैं। कोठारी नदी के किनारे स्थित यह सभ्यता 3000 ई.पू. की मानी गई है। यहां डॉ. वीरेन्द्र नाथ मिश्र व डॉ. एल.एस. लैशनि के नेतृत्व में उत्खनन कार्य हुआ। यहां के निवासी युद्ध, शिकार व कृषि प्रेमी एवं मांसाहारी थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-398. पाबूजी राठौड़ लक्ष्मण के अवतार माने जाते हैं। पाबूजी का विवाह अमरकोट के सोढ़ा शासक राजा सूरजमल की पुत्री सुप्यारदे के साथ हुआ। उनका बोध चिह्न भाला, केसरी कालमी घोड़ी और बायीं ओर झुकी पाग उनकी विशेष पहचान थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-399. जयपुर शैली : सालिगराम, साहिबराम, रामजीदास एवं रघुनाथ जयपुर शैली के प्रमुख चित्रकार थे। इस शैली में केसरिया, हरा, लाल एवं पीला रंग प्रधान है। सवाई प्रताप का समय जयपुर शैली का स्वर्णकाल माना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-400. सेवाडिय़ा पशु मेला : जालौर जिले के रानीवाड़ा में भरने वाले इस प्रसिद्ध मेले को आपेश्वर पशु मेला भी कहा जाता है। इस मेले की शुरुआत सन् 1955 में बडग़ाव के मालमसिंह द्वारा की गई थी। सामान्यत: मेले की शुरुआत प्रतिवर्ष चैत्र शुक्ल एकादशी से होती है।

Monday, August 16, 2021

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 14

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. कौनसा राष्ट्रीय राजमार्ग राजस्थान के बीकानेर तथा जैसलमेर शहरों से होता हुआ पंजाब से गुजरात जाता है?
(अ) NH 8
(ब) NH 10
(स) NH 11
(द) NH 15
उत्तर - (द)
[राष्ट्रीय राजमार्ग-15 पठानकोट (पंजाब) से कांडला (गुजरात) तक जाता है। यह राजमार्ग राजस्थान के छ: जिलों- श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर और जोधपुर से होकर गुजरता है। राजस्थान में हृ॥-15 की कुल लम्बाई 875 कि.मी. है। बीकानेर में इसकी लम्बाई 216 किमी. है। राजस्थान में कुल 31 राष्ट्रीय राजमार्ग हैं, जिनकी कुल लम्बाई 7310 किमी है।]

2. राजस्थान में कौनसा शहर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र का अंग है?
(अ) अलवर
(ब) करौली
(स) झुंझुनूं
(द) पिलानी
उत्तर - (अ)
[राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में राजस्थान का सम्पूर्ण अलवर जिला, झुंझुनूं व भरतपुर के कुछ क्षेत्र शामिल हैं। एनसीआर से तात्पर्य विशेष तौर पर चिह्नित उस प्रशासनिक क्षेत्र से है, जहां राष्ट्रीय सरकार का मुख्य प्रशासन स्थापित होता है। यह नाम 1 फरवरी, 1992 में प्रचलन में आया था।]

3. जिस जिले में नेशनल वुड फॉसिल पार्क स्थित है, वह है-
(अ) बाड़मेर
(ब) जैसलमेर
(स) चूरू
(द) सीकर
उत्तर - (ब)
[आकल वुड फॉसिल पार्क, मरू उद्यान जैसलमेर का एक भाग है। इस क्षेत्र में 18 करोड़ वर्ष पुराने पेड़ पौधों के काष्ठ अवशेष फैले हुए हैं। इसलिए इसे वुड फॉसिल पार्क कहा जाता है।]

4. राजस्थान में पत्रकारिता के भीष्म पितामह हैं-
(अ) पंडित झाबरमल शर्मा
(ब) विजयसिंह 'पथिक'
(स) मुनि जिनविजय
(द) हरबिलास शारदा
उत्तर - (अ)
[पं. झाबरमल्ल शर्मा जसरापुर ग्राम (खेतड़ी, झुंझुनूं) के निवासी थे। इन्होंने कलकत्ता से प्रकाशित पत्रिका ज्ञानोदय का सम्पादन किया। वर्ष 1909 में भारत साप्ताहिक के सम्पादक बने तथा 1935 में दिल्ली से प्रकाशित हिन्दू समाचार का संपादन भी किया। 1981 में पंडित जी को भारत सरकार ने पद्मभूषण से तथा 1980 में महाराणा मेवाड़ फाउण्डेशन ने कुम्भा पुरस्कार से सम्मानित किया।]

5. मेवाड़ प्रजा मण्डल की स्थापना जिसके द्वारा की गई, वह है-
(अ) माणिक्यलाल वर्मा
(ब) भोगीलाल पाण्ड्या
(स) मोहनलाल सुखाडिय़ा
(द) पंडित गौरी शंकर
उत्तर - (अ)
[24 अप्रैल, 1938 को मेवाड़ प्रजामण्डल की स्थापना हुई। माणिक्य लाल वर्मा के प्रयासों से इस प्रजामण्डल की स्थापना हुई। इसके प्रथम अध्यक्ष बलवंत सिंह मेहता और उपाध्यक्ष भूरेलाल वया बने। माणिक्य लाल वर्मा ने 'मेवाड़ का वर्तमान शासन' नामक पुस्तक लिखी। वे 1957 व 1962 में लोकसभा सदस्य भी रहे।]

6. अमृता देवी स्मृति पुरस्कार जिसके लिए दिया जाता है, वह है-
(अ) वृक्षारोपण में श्रेष्ठ प्रयास
(ब) वन एवं वन्य जीवों की सुरक्षा
(स) वन सुरक्षा पर श्रेष्ठ साहित्य
(द) उद्यानों का सौंदर्यीकरण
उत्तर - (ब)
[राजस्थान सरकार ने 1994 में अमृता देवी विश्नोई स्मृति पुरस्कार की स्थापना की थी। वन सुरक्षा, वानिकी विकास, वन अनुसंधान व वानिकी लेखन में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति व संस्थाओं को इस पुरस्कार से पुरस्कृत किया जाता है।]

7. थामण, करड़ एवं अंजन है-
(अ) राजस्थान में भेड़ों की किस्में
(ब) गुजरात के अरण्डी बीज की किस्में
(स) राजस्थान में घास की किस्में
(द) गवरी नृत्य के तीन नायक
उत्तर - (स)
[राजस्थान में धामण (धमासा), करड़, अंजन, भंरूट, भांकड़ी, साटा आदि राजस्थान में खास तौर पर पाई जाने वाली घास हैं। ये सभी पशुओं के आहार के रूप में काम आती हैं।]

8. राजस्थान में औद्योगिक विकास के लिए वृहद एवं मध्यम आकार के उद्योगों को अवधि ऋण एवं अंश पूंजी प्रदान करने के लिए कार्य करने वाले संगठन का नाम है-
(अ) राजस्थान एग्रो-इण्डस्ट्रीज कॉर्पोरेशन
(ब) राजसीको
(स) आर.एफ.सी.
(द) रीको
उत्तर - (द)

9. गलत युग्म को पहचानिए :
खनिज - खान
(अ) तामड़ा - राजमहल
(ब) जिप्सम - पलाना
(स) यूरेनियम - कुराडिय़ा
(द) गुलाबी संगमरमर - बाबरमल
उत्तर - (ब)
[पलाना बीकानेर में स्थित है। यह कोयला व चूना पत्थर के लिए प्रसिद्ध है।]

10. राजस्थान में बायो-मास ऊर्जा की बहुत अधिक संभावना है, क्योंकि-
(अ) रेगिस्तानी क्षेत्र उपलब्ध है
(ब) सूर्य की गरमी उपलब्ध है
(स) पशु उपलब्ध है
(द) सरसों की भूसी उपलब्ध है
उत्तर - (द)

11. भयंकर अकाल जो राजस्थानी लोगों में 'छप्पनियां का काल' से जाना जाता है, घटित हुआ-
(अ) 1899-1900 ई.
(ब) 1905-1906 ई.
(स) 1956-1958 ई.
(द) 1888-1889 ई.
उत्तर - (अ)
[सन् 1783 में चालीसा अकाल, 1812-13 में पंचकाल, 1868-69 में त्रिकाल (इस अकाल में अन्न, जल व चारे तीनों का अभाव हो जाता है) व 1899-1900 (विक्रम संवत् 1956) का छप्पनियां अकाल राजस्थान में अकाल के उदाहरण हैं।]

12. उत्तर-दक्षिण विस्तार जिस जिले का है, वह है-
(अ) झालावाड़
(ब) भीलवाड़ा
(स) चित्तौडगढ़़
(द) झुंझुनूं
उत्तर - (स)
[राजस्थान के दक्षिणी व दक्षिणी-पूर्वी भाग में चित्तौडगढ़़ जिला स्थित है।]

13. पश्चिमी मरुस्थल राजस्थान के लगभग जितने क्षेत्र को घेरे है, वह है-
(अ) 60 प्रतिशत से अधिक
(ब) 30 प्रतिशत से कम
(स) 40 प्रतिशत
(द) 50 प्रतिशत
उत्तर - (अ)
[राष्ट्रीय कृषि आयोग ने राजस्थान के 11 जिलों (जैसलमेर, बाड़मेर, जोधपुर, श्रीगंगानगर, नागौर, चूरू, पाली, जालौर, सीकर व झुंझुनूं) को मरुस्थलीय जिले माना है। इन 11 जिलों में राज्य के क्षेत्रफल का 61 प्रतिशत है। वहीं राज्य की लगभग 40 प्रतिशत जनसंख्या इन जिलों में निवास करती है। बाद में हनुमानगढ़ जिले को भी मरुस्थलीय जिलों की सूची में शामिल करने पर अब इनकी संख्या 12 हो गई है।]

14. छप्पन बेसिन जिस जिले में है, वह है-
(अ) अलवर
(ब) बांसवाड़ा
(स) पाली
(द) टोंक
उत्तर - (ब)
[छप्पन का मैदान - इस क्षेत्र में डूंगरपुर, बांसवाड़ा जिलों का जयसमंद से दक्षिणावर्ती समप्राय क्षेत्र सम्मिलित है। इस मैदान पर सोम, कागदर, माही, कमला, जाखम, साबरमती आदि नदियों या नालों सहित कुल छप्पन नदी नालों का जल प्रवाहित होता है। इसी कारण इसे छप्पन या छप्पनिया का मैदान कहा जाता है।]

15. राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस जिले में सम्भावित है, वह है-
(अ) बूंदी
(ब) बारां
(स) जैसलमेर
(द) राजसमंद
उत्तर - (स)
[जैसलमेर जिला राजस्थान के सर्वाधिक तापमान वाले जिलों में शामिल है। जून में यहां का तापमान सर्वाधिक होता है, जिसका कारण वहां रेगिस्तान का पाया जाना है। जहां पर तापमान अधिक पाया जाता है, वहां का वायुदाब हमेशा कम होता है।]

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 12 

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 13

 

 

 

Friday, August 13, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-19

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-361. युद्ध नृत्य : उदयपुर के सुदूर पहाड़ी क्षेत्रों में भीलों के दो दलों द्वारा तीर कमान, भाले, बरछी और तलवारों के साथ तालबद्ध युद्ध नृत्य किया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-362. होप सर्कस 1939-40 ई. में वायसराय लॉर्ड लिन लिथगो के अलवर आगमन पर उनकी पुत्री मिस होप के नाम पर बनाया गया। वर्तमान में इसे अलवर शहर के हृदय स्थल की उपमा दी जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-363. सरस्वती कण्ठाभरण पाठशाला जालौर के किले में परमार राजा भोज द्वारा बनाई गई संस्कृत पाठशाला है जो सरस्वती कण्ठाभरण पाठशाला के नाम से प्रसिद्ध है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-364. सारणेश्वर महादेव : यह भगवान शिव का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर की स्थापना सिरोही से लगभग तीन किलोमीटर दूर सिरणवा पहाडिय़ों में दूधिया तालाब के पास 15वीं शताब्दी में की गई थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-365. ब्रह्मगुप्त : प्रसिद्ध खगोल वैज्ञानिक ब्रह्मगुप्त जालौर जिले के भीनमाल के रहने वाले थे। इन्होंने ब्रह्मस्फुट सिद्धान्त की रचना की थी। भीनमाल का होने के कारण ही इन्हें कुछ जगह 'भिल्लमालाआचार्य' के नाम से संबोधित किया गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-366. माणिक्यलाल वर्मा 1948 में संयुक्त राजस्थान के प्रधानमंत्री बने। इनका जन्म 4 दिसंबर 1897 बिजौलिया भीलवाड़ा में हुआ था। माणिक्यलाल वर्मा को समाज सेवा के क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा सन 1965 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-367. भैंसरोडगढ़ अभयाण्रय : सन् 1983 में चित्तौडगढ़़ जिले में 230 वर्ग किमी क्षेत्र में भैंसरोडगढ़ अभयाण्रय की स्थापना की गई थी। यह घडिय़ालों के लिए प्रसिद्ध है। बामणी नदी इस अभयारण्य में से गुजरती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-368. कैलादेवी अभयारण्य करौली जिले में 1983 में स्थापित किया गया था। यह अभयारण्य  लगभग 67 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला है। इसमें धोकड़ा के वनों की प्रमुखता है। यह अभयारण्य बघेरा, रीछ, जरख, सांभर एवं चीतल का निवास है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-369. आहड़ सभ्यता (उदयपुर) में तांबा गलाने की भट्टियां व औजार मिले हैं। इस सभ्यता की खुदाई में बिना हत्थे के छोटे जल पात्र मिले हैं, जो ईरान से संबंधित हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-370. दिवेर का युद्ध : अजमेर-मेवाड़ मार्ग में स्थित चौकी दिवेर पर सुल्तान खां के नेतृत्व में मुगल सेना का कब्जा था। इस पर 1582 ई. में महाराणा प्रताप के नेतृत्व में मेवाड़ी सरदारों ने धावा बोल दिया। सुल्तान खां को हराकर कब्जा कर लिया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-371. मिर्जा राजा जयङ्क्षसह : जयपुर के कच्छवाहा वंश में मिर्जा राजा जयसिंह प्रथम ने सर्वाधिक अवधि (46 वर्ष) तक शासन किया। इन्हें 1638 ई. में मिर्जा राजा की उपाधि मुगल शासक शाहजहां ने दी थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-372. मेहाजी का प्रमुख थान जोधपुर जिले के बापणी गांव में है। यहां पर प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्ण अष्टमी (जन्माष्टमी) को मेला भरता है। मेहाजी के प्रिय घोड़े का नाम किरड़ काबरा था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-373. मालवी बोली में मारवाड़ी व ढूंढाड़ी दोनों बोलियों का मिश्रण पाया जाता है। यह बोली झालावाड़, प्रतापगढ़ व कोटा के कुछ मध्य प्रदेश से लगते क्षेत्र में बोली जाती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-374. मांड गायिकी : 10वीं शताब्दी में जैसलमेर क्षेत्र 'मांड' कहलाता है। यहां फली-फूली गायकी 'मांड गायकी' कहलाती है। प्रमुख मांड गायिकाओं में स्व. गवरी देवी (बीकानेर), स्व. हाजन अल्लाह जिलाह बाई (बीकानेर), गवरी देवी (पाली), मांगी बाई (उदयपुर), श्रीमती जमीला बानो (जोधपुर), श्रीमती बन्नो बेगम (जयपुर) हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-375. रणकपुर तीर्थ : उदयपुर के महाराणा कुंभा के शासनकाल में उनके मंत्री धरणशाह ने शिल्पी देपा से 1439 में रणकपुर जैन मंदिर का निर्माण करवाया था। यह मंदिर 1444 खंभों पर खड़ा है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-376. राजसमंद झील : उदयपुर के महाराणा राजसिंह द्वारा 1662 ई. में इस झील का निर्माण करवाया था। इस झील का निर्माण गोमती नदी को दो पहाडिय़ों के बीच में रोककर किया गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-377. रामेश्वरम घाट सवाई माधोपुर जिले में स्थित है। यह त्रिवेणी के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यहां तीन प्रमुख नदियां चंबल, बनास और सीप आकर मिलती हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-378. फतेहसागर झील का शिलान्यास तत्कालीन ड्यूक ऑफ कनॉट ने किया था, इसलिए इसे कनॉट बांध भी कहते हैं। इस झील का निर्माण उदयपुर नगर के उत्तर-पश्चिम में पर्वतमालाओं के बीच महाराणा फतेहसिंह ने करवाया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-379. विजय सिंह पथिक का मूल नाम भूप सिंह गुर्जर था। उनका जन्म 27 फरवरी, 1882 को उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के ग्राम गुठावली कलां के एक गुर्जर परिवार में हुआ था। 1915 के लाहौर षड्यंत्र के बाद उन्होंने अपना असली नाम भूपसिंह गुर्जर से बदल कर विजयसिंह पथिक रख लिया था। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-380. बूंदी प्रजामंडल : सन् 1931 में कांतिलाल चौथाणी की अध्यक्षता में बूंदी प्रजामंडल की स्थापना की गई। ऋषि दत्त मेहता ,नित्यानंद नगर, गोपाल कोटिया, गोपाल लाल जोशी मोतीलाल अग्रवाल, पूनमचंद आदि बूंदी प्रजामंडल के प्रमुख सक्रिय कार्यकर्ता थे।

Monday, August 9, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-18

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-341. गौतमेश्वर महादेव प्रतापगढ़ जिले के अरनोद में है। यहां भीलों के आराध्य देव गौतम ऋषि का पवित्र स्थान है। यहां वैशाख पूर्णिमा को मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-342. भरतपुर को जाट महाराजा सूरजमल ने सन् 1733 में बसाया था। इसे राजस्थान का प्रवेश द्वार व पूर्वी द्वार कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-343. महाकवि माघ : मारवाड़ के प्राचीनतम महाकवि के रूप में विख्यात माघ का जन्म भीनमाल के ब्राह्मण-कुल में हुआ था। वे सर्वश्रेष्ठ संस्कृत महाकवियों की त्रयी (माघ, भारवि, कालिदास) में अन्यतम हैं। माघ ने शिशुपाल वध नामक केवल एक ही महाकाव्य लिखा।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-344. नीमूचणा किसान आंदोलन : सन् 1923-24 में अलवर महाराजा जयसिंह द्वारा लगान बढ़ाने के विरोध में 14 मई, 1925 को अलवर के नीमूचणा नामक स्थान पर सैकड़ों किसान एकत्रित हुए। इस किसान सभा पर अंधाधुंध फायरिंग में सैकड़ों किसान मारे गए। इस हत्याकांड को गांधी जी ने दूसरा जलियांवाला बाग हत्याकांड कहा।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-345. उप आर्द्र जलवायु प्रदेश : यहां पर औसत तापमान गर्मियों में 20 डिग्री से.ग्रे. से 34 डिग्री से.ग्रे. तक तथा सर्दियों में 12 से 18 डिग्री से.ग्रे. तक रहता है। यहां पर वर्षा का वार्षिक औसत 40 से 60 सेमी वार्षिक है। इसमें अलवर, अजमेर एवं जयपुर जिले, सीकर, झुंझुनूं, पाली एवं जालोर जिलों के पूर्वी भाग, सिरोही, टोंक एवं भीलवाड़ा के उत्तरी एवं पूर्वी भाग शामिल हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-346. शुष्क सागवान वन : इन वनों में मुख्यत: सागवान वृक्ष के साथ बांस, आम, तेंदू, गूलर, खैर, सालर व बरगद के वृक्ष भी मिलते हैं। सागवान का उपयोग इमारती लकड़ी, फर्नीचर, कृषि कार्यों के औजार आदि में किया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-347. कुंभलगढ़ अभयारण्य राजसमंद, पाली और उदयपुर जिलों में फैला हुआ है। इसकी स्थापना 1971 में की गई थी। कुंभलगढ़ दुर्ग, जैन तीर्थ रणकपुर एवं मूंछाला महावीर इसी क्षेत्र में स्थित हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-348. फुलवारी की नाल अभयारण्य : यह उदयपुर जिले में स्थित है। वर्ष भर फूलों से मुखरित रहने के कारण यह फुलवारी की नाल के नाम से प्रसिद्ध है। 1983 ई. में स्थापित इस अभयारण्य में ब्राह्मी, सफेद मूसली, चिरमी जैसी दुर्लभ औषधीय पौधे पाए जाते हैं। यहां बघेरा, चीतल, सांभर व हिरण पाए जाते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-349. कैलाश सांखला वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत 50,000 रुपए व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-350. नर्मदा परियोजना : सरदार सरोवर नर्मदा परियोजना गुजरात राज्य की वृहद परियोजना है। इसमें राजस्थान का भी हिस्सा है। इस परियोजना से राजस्थान के जालौर और बाड़मेर जिलों के गांवों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-351. पार्वती नदी मध्य प्रदेश की विंध्याचल पर्वतमाला के उत्तरी भाग स्थित सिहोर (म.प्र.) से निकलकर करयाहट (बारां) के निकट राजस्थान में प्रवेश करती है। यह नदी बारां एवं कोटा जिलों की मध्य प्रदेश के साथ सीमा बनाते हुए अंत में पाली गांव (सवाई माधोपुर) के निकट चंबल में मिल जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-352. खारी नदी का उद्गम स्थल बिजराल गांव (राजसमंद) है। यहां से बहती हुई यह भीलवाड़ा अजमेर एवं टोंक जिलों में बहते हुए देवली (टोंक) के निकट बनास में मिल जाती है। मासी इसकी सहायक नदी है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-353. कपिल मुनि का मेला : बीकानेर के कोलायत में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को कपिल मुनि का मेला लगता है। माना जाता है कि कपिल मुनि ने यहां तपस्या की थी। कोलायत का मूल नाम भी कपिलायतन था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-354. लक्ष्मी निवास मित्तल का जन्म 15 जून, 1950 को चूरू जिले के शादूलपुर नामक स्थान पर हुआ था। लक्ष्मी निवास मित्तल लंदन में बसे भारतीय मूल के उद्योगपति हैं। वे इस्पात क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यवसायी हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-355. गिलूण्ड सभ्यता : राजसमंद जिले में स्थित इस सभ्यता को ताम्रयुगीन सभ्यता भी कहते हैं। बनास नदी के तट पर मोडिया मगरी नामक टीले पर इस सभ्यता साक्ष्य मिले हैं। बी.बी. लाल के नेतृत्व में सन् 1957-58 में यहां पर उत्खनन कार्य करवाया गया। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-356. गणेश्वर सभ्यता : नीमकाथाना (सीकर) में इस सभ्यता का उत्खनन कार्य आर.सी. अग्रवाल एवं विजय कुमार के नेतृत्व में (1977-78 ई.) हुआ। यहां तांबे का निर्यात किया जाता था। यहां उत्खनन में ताम्रयुगीन उपकरण कुल्हाड़े, मछली पकडऩे के कांटे, फरसे, बाणाग्र आदि बड़ी मात्रा में मिले हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-357. मलकाना का युद्ध : जालौर के शासक कान्हड़देव चौहान ने इस युद्ध में खिलजी सेना को पराजित किया था। कान्हड़देव ने मलकाना में सुल्तान की सेना पर आक्रमण करके उनसे लूटी हुई धन संपदा को छीन लिया। सुल्तान का सेनापति शम्स खां को बंदी बना लिया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-358. करौली का प्राचीन प्राचीन नाम गोपालपाल है। इसका एक अन्य नाम कल्याणपुर है। अर्जुनपाल ने 1326 ई. में करौली नगर बसाया, जिसे धर्मपाल द्वितीय ने अपनी राजधानी बनाया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-359. टहला की छतरियां अलवर जिले में हैं। दशावतार का भित्ति चित्रण इसकी प्रमुख विशेषता है। यहां स्थित मिश्रजी की छतरी विशेष रूप से प्रसिद्ध है जिसका निर्माण लगभग 1432 ईस्वी में किया गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-360. अम्बिका माता : शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध अम्बिका माता का मंदिर जगत (उदयपुर) में है। जगत का मंदिर मेवाड़ का खजुराहो कहलाता है। यह राजा अल्लट के काल में 10वीं शताब्दी के पूर्वाद्र्ध में महामारु शैली में निर्मित है।

Saturday, August 7, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-17

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-321. उष्ण कटिबंधीय कांटेदार झाड़ी के वन : यहां के वृक्ष व पौधे शुष्क एवं झाड़ी युक्त होते हैं। इन वनों में मुख्य वृक्ष खेजड़ी के अलावा रोहिड़ा, बेर, कैर, कंटीला बबूल, ग्वारपाठा आदि है। ये वन क्षेत्र मुख्यत: जोधपुर, बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर, पाली, नागौर, जालोर, चूरू आदि जिलों में मिलते हैं। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-322. सीतामाता अभयारण्य प्रतापगढ़ व चित्तौडगढ़़ जिलों में स्थित है। यह अभयारण्य सागवान वनों के लिए जाना जाता है।यहां पेंगोलिन (आडा हुला) भी पाया जाता है। इसे चीतल की भूमि कहा जाता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-323. जल में फ्लोराइड से सर्वाधिक प्रभावित जिले जालौर, बांसवाड़ा, बाड़मेर, जैसलमेर, नागौर एवं सिरोही है। अजमेर, अलवर, भीलवाड़ा, बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, पाली, सीकर, उदयपुर भी इसकी चपेट में हैं। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-324. जोजोबा (होहोबा) का पौधा सर्वप्रथम काजरी (जोधपुर) द्वारा इजरायल से 1965 में लाया गया था। यह पीले सोने के नाम से प्रसिद्ध एक नई उद्यानिकी फसल है, जो रेगिस्तानी इलाकों में आसानी से उगाई जा सकती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-325. रणकपुर तीर्थ : पाली जिले के सादड़ी कस्बे के निकट मथाई नदी के तट पर स्थित रणकपुर जैन मंदिर अपने बेजोड़ स्थापत्य एवं उत्कृष्ट शिल्प कला के कारण प्रसिद्ध है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-326. माही नदी खोई गांव बांसवाड़ा के समीप प्रवेश करके उल्टे 'यू' आकार में घूमती हुई गुजरात में प्रवेश करके खंभात की खाड़ी में गिरती है। यह नदी कर्क रेखा को दो बार काटती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-327. जमनापारी नस्ल की बकरियां मुख्यत: कोटा, बूंदी, झालावाड़ में पाई जाती हैं। जमनापारी नस्ल की बकरियां मांस व अधिक दूध के लिए प्रसिद्ध हैं। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-328. खरीफ फसल चावल, बाजरा, ज्वार, मक्का, अरहर, उड़द, मूंग, चवला, मोठ, मूंगफली, अरण्डी, तिल, सोयाबीन, कपास, गन्ना आदि खरीफ की मुख्य फसलें हैं। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-329. भूमगढ़ : टोंक में स्थित इस दुर्ग का निर्माण 17वीं शताब्दी में भोला ब्राह्मण ने शुरू किया था। लेकिन इसे पूर्ण अमीर खां पिण्डारी ने किया। इसलिए इसे अमीरगढ़ भी कहा जाता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-330. संत रैदास (संत रविदास) भगवान श्रीकृष्ण की परम भक्त मीराबाई के गुरु थे। संत रैदास रामानंदजी के शिष्य थे। संत रैदास के उपदेश रैदास की परची कहलाते हैं। चित्तौडगढ़़ के दुर्ग में कुंभश्याम मंदिर परिसर में संत रैदास की छतरी है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-331. मध्य प्रदेश सीमा पर स्थित जिले : मध्य प्रदेश के साथ राज्य के कुल 10 जिलों धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, कोटा, बारां, झालावाड़, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा और भीलवाड़ा की सीमा लगती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-332. चिंकारा : वन्य श्रेणी में राजस्थान का राज्य पशु चिंकारा है। पंजाब का भी राज्य पशु चिंकारा ही है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-333. चामुंडा माता (सुंधा माता) का मंदिर सुन्धा की पहाडिय़ों में स्थित है। सुन्धा की पहाडिय़ां जालोर जिले में जसवंतपुरा के निकट स्थित हैं। राजस्थान का पहला रोप-वे सुंधा की पहाडिय़ों में स्थित है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-334. उदयसागर झील उदयपुर जिले में है। उदयसागर झील का निर्माण महाराणा उदयसिंह द्वारा 1559 ई. से 1564 ई. तक की अवधि में किया गया। आयड़ नदी इसमें आकर गिरती है एवं बेडच के नाम से निकलती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-335. मिश्रित पतझड़ वन राज्य के कुल वनों के 28.42 प्रतिशत भाग पर फैले हैं। इन वनों में वर्षा का वार्षिक औसत 50-80 सेमी है। ऐसे वन प्रमुखत: उदयपुर, कोटा, बारां, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, झालावड़, बूंदी, अजमेर, टोंक सवाईमाधओपुर, चित्तौडगढ़़ व सिरोही जिलों में पाए जाते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-336. राष्ट्रीय चंबल घडिय़ाल अभयारण्य : इस अभयारण्य में राजस्थान में कोटा, सवाई माधोपुर, करौली, बूंदी एवं धौलपुर जिलों में चंबल का क्षेत्र शामिल किया जाता है।  

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-337. किराडू : राजस्थान का खजुराहो कहलाने वाले किराडू में पांच मंदिर विद्यमान हैं, जो गुर्जर प्रतिहार शैली में हैं। इस स्थान का प्राचीन नाम किरात कूप था। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-338. बेणेश्वर धाम डूंगरपुर जिले में स्थित है। माही, सोम, जाखम नदियों के संगम पर स्थित बेणेश्वर धाम आदिवासियों का महाकुम्भ कहलाता है। इसे वागड़ का पुष्कर और वागड़ का कुम्भ कहा जाता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-339. पिलानी में भारत सरकार का उपक्रम केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीरी) स्थित है। पिलानी का बिरला म्यूजियम एशिया के अग्रणी संग्रहालयों में प्रमुख स्थान रखता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-340. जोधपुर शहर की स्थापना राव जोधा द्वारा 12 मई, 1459 ई. में की गई।  जोधपुर शहर सूर्य नगरी एवं थार मरुस्थल का प्रवेश द्वार के नाम से प्रसिद्ध है।

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 12 

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 13

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. राजस्थान सरकार ने राजस्व से भिन्न मामलों के लिए पंचायत स्तर पर किसे लोक सुनवाई अधिकारी के रूप में अधिसूचित किया है?
(अ) ग्राम सेवक    
(ब) पटवारी
(स) सरपंच    
(द) वार्ड पंच
उत्तर - (अ)
[राजस्थान सरकार द्वारा विहित सुनवाई का अधिकार अधिनियम की धारा तीन को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए जून 2012 को जारी अधिसूचना के मुताबिक ग्राम पंचायत स्तर पर राजस्व मामलों के लिए पटवारी व राजस्व मामलों के अतिरिक्त सभी मामलों की सुनवाई के लिए ग्राम सेवक को लोक सुनवाई अधिकारी नियुक्त किया है।]

2. राजस्थान के किस शहर में परमाणु ऊर्जा संयंत्र स्थित है?
(अ) उदयपुर
(ब) कोटा
(स) बांसवाड़ा
(द) अलवर
उत्तर - (ब)
[रावतभाटा (चित्तौडगढ़़ जिला) में राजस्थान के प्रथम परमाणु ऊर्जा आधारित शक्तिगृह की स्थापना कनाडा के सहयोग से 30 नवम्बर,1972 को की गई। यह देश का दूसरा परमाणु शक्तिगृह है। देश का प्रथम परमाणु शक्तिगृह तारापुर (महाराष्ट्र) में स्थापित किया गया था। वर्तमान में रावतभाटा संयंत्र की उत्पादन क्षमता 1180 मेगावाट है।]

3. निम्नलिखित में से कौनसा युग्म गलत सुमेलित है?
कृषक आंदोलन  -  नेता
(अ) बिजोलिया  -  विजय सिंह पथिक
(ब) बेगूं  -  रामनारायण चौधरी
(स) बीकानेर  -  नरोत्तम लाल जोशी
(द) बूंदी  -  नयनूराम शर्मा
उत्तर - (स)

4. शेखावटी ब्रिगेड का मुख्यालय कहां स्थित था?
(अ) खेतड़ी
(ब) सीकर
(स) फतेहपुर
(द) झुंझुनूं
उत्तर - (द)
[1835 में अंग्रेजों ने शेखावाटी में शांति और व्यवस्था बनाए रखने के नाम पर जयपुर रियासत के खर्चे पर झुंझुनूं में शेखावाटी ब्रिगेड की स्थापना की थी। यह ब्रिगेड ब्रिटिश अधिकारियों के नियंत्रण में थी और इसकी भर्ती, प्रशिक्षण और कमांड ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के हाथों में थी।]

5. जनकपुरा और सरवाड़ खानें जिस खनिज के उत्पादन के लिए जानी जाती हैं, वह है
(अ) पाइराइट
(ब) पन्ना
(स) बेराइट्स
(द) तामड़ा
उत्तर - (द)
राजस्थान का पन्ने के उत्पादन में एकाधिकार है। वहीं सीकर जिले के सलादीपुरा में पाइराइट की अत्यधिक मात्रा प्राप्त होती है। इसका उपयोग गंधक, अम्ल, तेजाब व उर्वरक बनाने में होता है। बेराइट्स को भारी पत्थर भी कहते है। यह पेंटस लिथोपन, उद्योग, कागज व रबर उद्योग में काम आता है। तामड़ा को गारनेट या रक्तमणि भी कहा जाता है। इसका उत्पादन राजस्थान में ही होता है। यह जेम और ऐबरेसिब दो प्रकार का होता है। इसका उत्पादन टोंक के राजमहल और कल्याणपुरा, भीलवाड़ा के कमलपुरा, दादिया और बलिया-खेड़ा तथा अजमेर के सरवाड़ और बरबारी में होता है।

6. भारत के कुल भूभाग का कितना प्रतिशत क्षेत्र राजस्थान में है?
(अ) 13.3 प्रतिशत
(ब) 10.4 प्रतिशत
(स) 11.4 प्रतिशत
(द) 7.9 प्रतिशत
उत्तर - (ब)
[क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान देश का सबसे बड़ा राज्य है। इसका कुल क्षेत्रफल 3,42,239 वर्ग किलोमीटर है। राजस्थान में भारत के कुल क्षेत्र का 10.41 प्रतिशत भूभाग है। राजस्थान की आकृति विषमकोणीय चतुर्भुजाकार या पतंग के समान है।]

7. जनजाति के खिलाडिय़ों को परंपरागत तीरंदाजी में प्रशिक्षण देने हेतु राजस्थान में 'तीरंदाजी खेल अकादमी' की स्थापना की गई है :
(अ) उदयपुर में    
(ब) बांसवाड़ा में
(स) जयपुर में    
(द) डूंगरपुर में
उत्तर - (अ)
[भारत सरकार के जनजातीय मंत्रालय के सहयोग से राजस्थान के उदयपुर के बारन क्षेत्र में जनजाति छात्रों के लिए मल्टी-स्पोट्र्स अकादमी के साथ-साथ परंपरागत तीरंदाजी को पुनर्जीवित करने के उद्देश्य से तीरंदाजी खेल अकादमी की स्थापना की गई है।]

8. सरकारी तन्त्र में संचालित शक्कर का कारखाना स्थित है?
(अ) उदयपुर में
(ब) श्रीगंगानगर में
(स) भोपालसागर में
(द) केशोरायपाटन में
उत्तर - (द)
[देश के उत्तर प्रदेश राज्य में सर्वाधिक चीनी मिल्स हैं। राजस्थान में तीन चीनी मिल हैं-
1. दी मेवाड़ शुगर मिल लि., भोपालसागर (चित्तौडगढ़़)- इसकी स्थापना 1932 में निजी क्षेत्र में की गई जो राज्य की पहली चीनी मिल है।
2. राजस्थान स्टेट गंगानगर शुगर मिल्स लि., श्रीगंगानगर- वर्ष 1945 में बीकानेर इंडस्ट्रीयल कॉर्पोरेशन लि. के नाम से इसकी स्थापना की गई। वर्ष 1956 में इसे राज्य सरकार ने अधिगृहीत कर सार्वजनिक क्षेत्र में ले लिया।
3. केशोरायपाटन सहकारी शुगर मिल्स लि., केशोरायपाटन (बूंदी)- सहकारी क्षेत्र में इस मिल की स्थापना 1965 में की गई।]


9. 'वंश भास्कर' के रचयिता हैं-
(अ) बांकीदास
(ब) सूर्यमल मिश्रण
(स) कविराज श्यामलदास
(द) विट्ठल दास
उत्तर - (ब)
[बूंदी के शासक राम सिंह के दरबारी कवि सूर्यमल्ल मिश्रण (1815-1868) ने वंश भास्कर की रचना की। इसमें बूंदी राज्य का विस्तृत तथा राजस्थान के अन्य राज्यों का इतिहास संक्षिप्त रूप में वर्णित है। वंश भास्कर को सूर्यमल्ल मिश्रण के दत्तक पुत्र मुरारीदान ने पूरा किया। सूर्यमल्ल मिश्रण द्वारा रचित अन्य ग्रन्थ हैं- बलवन्त विलास, वीर सतसई, छंद मयूख आदि।]

10. मण्डन द्वारा रचित वास्तुकला के जिस ग्रंथ में मूर्तिकला की जानकारी मिलती है, वह ग्रन्थ है-
(अ) प्रसाद मण्डन
(ब) रूप मण्डन
(स) गृह मण्डन
(द) वास्तुसार मण्डन
उत्तर - (ब)
[मण्डन मेवाड़ के महाराणा कुम्भा (1433-1468) के दरबार में शिल्पी थे। वे खेता ब्राह्मण के पुत्र थे। मण्डन द्वारा रचित ग्रन्थ निम्न प्रकार हैं :
रूपमण्डन - मूर्तिकला सम्बन्धी ग्रन्थ।
राजवल्लभ मण्डन - आवासीय घरों, राजप्रासाद व नगर निर्माण संबंधी ग्रन्थ।
प्रासाद मण्डन - देवालय निर्माण संबंधी ग्रन्थ।
देवतामूर्ति प्रकरण - देव प्रतिमा स्थापना व मूर्ति निर्माण में प्रयुक्त उपकरणों का विवरण।
वास्तु मण्डन - वास्तुकला सम्बन्धी ग्रन्थ।
वास्तुसार - दुर्ग, भवन व नगर निर्माण संबंधी विवरण।]


11. राजपूतों के नगरों और प्रासादों का निर्माण पहाडिय़ों में हुआ, क्योंकि-
(अ) वह शत्रुओं के विरुद्ध प्राकृतिक सुरक्षा के साधन थे।
(ब) वह प्रकृति-प्रेमी थे।
(स) वह नगर जीवन से घृणा करते थे।
(द) वह बर्बर थे।
उत्तर - (अ)
[राजपूत शासकों द्वारा निर्मित अधिकांश दुर्ग गिरी दुर्ग की श्रेणी में हैं। इनमें चित्तौडगढ़़, कुम्भलगढ़, रणथम्भौर, आमेर, जयगढ़ आदि प्रमुख हैं और ये पहाड़ों पर बने हैं। पर्वतीय दुर्ग शत्रुओं के विरुद्ध न केवल प्राकृतिक सुरक्षा प्रदान करते थे, अपितु दुर्गम होने के कारण अजेय भी थे। आक्रमणकारियों को इन दुर्गों पर विजय प्राप्त करने में बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था।]

12. 'पृथ्वीराज रासो' का रचनाकार था-
(अ) चन्द बरदाई
(ब) हरिहर
(स) नागरचन्द्र
(द) रन्ना
उत्तर - (अ)
[चौहान शासक पृथ्वीराज चौहान तृतीय के दरबारी कवि चन्दबरदाई ने पृथ्वीराज रासो की रचना की थी। इस ग्रंथ को हिन्दी का प्रथम महाकाव्य माना जाता है। इसमें चौहान शासक पृथ्वीराज तृतीय का जीवन-चरित्र वर्णित है। यह वीर-रस प्रधान ग्रन्थ है। पृथ्वीराज तृतीय अजमेर व दिल्ली का चौहान शासक था। पृथ्वीराज रासौ ढाई हजार पृष्ठों में लिखा विशाल ग्रन्थ है, जिसमें 69 समय (सर्ग या अध्याय) हैं।]

13. लोकसभा के कितने स्थान राजस्थान राज्य के लिए निर्धारित हैं?
(अ) 27
(ब) 26
(स) 25
(द) 24
उत्तर - (स)

14. राजस्थान के किस क्षेत्र में तांबे की खान है?
(अ) भीलवाड़ा
(ब) नागौर
(स) खेतड़ी
(द) नीमला
उत्तर - (स)
[झुंझुनूं के खेतड़ी में हिन्दुस्तान कॉपर लि. द्वारा तांबा खुदाई व शोधन कार्य किया जाता है। राजस्थान में तांबा उत्पादक क्षेत्र हैं- खेतड़ी-सिंघाना (झुंझुनूं), खो-दरीबा (अलवर), अंजनी-सलूंबर, रेलमगरा (उदयपुर)]

15. राजस्थान के किस क्षेत्र में सागौन के वन पाए जाते हैं?
(अ) मध्य
(ब) दक्षिणी
(स) उत्तर-पूर्व
(द) उत्तर-पश्चिम
उत्तर - (ब)
[सागवान वन 75 से 110 से.मी. वार्षिक वर्षा वाले क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ये राजस्थान के बांसवाड़ा में सघन रूप से पाए जाते हैं। इसके अलावा प्रतापगढ़, आबू व दक्षिणी उदयपुर में भी पाए जाते हैं। राजस्थान के कुल वन क्षेत्र का 6.86 प्रतिशत (22.47.87 वर्ग किमी) भाग पर सागवान वन पाए जाते हैं।]

 

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

Friday, August 6, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-16

राजस्थान के इतिहास, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-301. क्वीन मेरी जनाना घाट : प्रसिद्ध तीर्थ पुष्कर (अजमेर) में क्वीन मेरी जनाना घाट है। इसका निर्माण सन् 1911 ई. में इंग्लैंड की महारानी मेरी क्वीन की यात्रा की याद में करवाया गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-302. सिलीसेढ़ झील अलवर से लगभग 13 किलोमीटर दूर है। चारों ओर से अरावली पर्वतमालाओं से घिरी सिलीसेढ़ झील लगभग 10 वर्ग किमी क्षेत्र में फैली है। इस झील के किनारे 1845 में महाराज विनय सिंह ने अपनी रानी शीला के लिए एक शाही शिकारगाह व छह मंजिला सुन्दर महल बनवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-303. सांगरी : खेजड़ी की फली को सांगरी कहते हैं। शेखावाटी क्षेत्र में खेजड़ी के वृक्ष को जांटी कहते हैं और संस्कृत में शमी कहा जाता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-304. रोहिड़ा के वृक्ष को राजस्थान की मरुशोभा, मरुस्थल का सागवान, मारवाड़ टीक उपनामों से भी जाना जाता है। रोहिड़ा का वैज्ञानिक नाम टिकोमेला अण्डलेटा है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-305. आदिवासियों का हरा सोना बांस को कहा जाता है। यह उदयपुर, चितौडगढ़़, आबू पर्वत, बारां में पाया जाता है। इससे घरेलू सामान यथा टोकरी, चटाई, चारपाई इत्यादि बनाई जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-306. रबी की फसल अक्टूबर-नवंबर में बोई जाती हैं और मार्च-अप्रेल में काट ली जाती हैं। इसमें सर्वाधिक गेहूं व सरसों की खेती की जाती है। इसके अलावा जौ, चना, मसूर, मटर, अलसी, तारामीरा, सूरजमुखी, धनिया, मेथी, जीरा आदि की खेती भी की जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-307. पांचना परियोजना मुख्यत: सिंचाई के लिए शुरू की गई। इस परियोजना से करौली जिलों की टोडाभीम, नादौती, हिण्डौन तथा सवाई माधोपुर में गंगापुर तहसील में सिंचाई सुविधा मुहैया करवाई गई है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-308. नाड़ी : सामान्यतया नाड़ी का निर्माण पश्चिमी राजस्थान में किया जाता है। यह एक प्रकार का पोखर है, जिसमें वर्षा का जल संचित किया जाता है। कच्ची नाड़ी के विकास से भूमिगत जल स्तर में वृद्धि होती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-309. मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राजस्थान के सूरतगढ़ से 19 फरवरी, 2015 को इस योजना की शुरुआत की थी। कृषकों को खेती में नए और वैज्ञानिक ढंग से काम करने के तरीकों की जानकारी के लिए इस योजना की शुरुआत की गई।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-310. काठियावाड़ी अश्व (घोड़ा) की एक अच्छी नस्ल है। यह नस्ल गुजरात से सटे राजस्थान के भागों में पाई जाती है। काठियावाड़ी नस्ल घुड़सवारी के लिए सबसे अच्छी नस्ल मानी जाती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-311. रैढ़, निवाई (टोंक) : यहां गुप्तकालीन सभ्यता तक के अवशेष मिले हैं। यह प्राचीन भारत का टाटा नगर कहलाता है। यहां उत्खनन में लौह अयस्क का विशाल भंडार प्राप्त हुआ है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-312. बत्तीस खंभों वाली छतरी : यह छतरी मांडल, भीलवाड़ा में है। इस छतरी का निर्माण आमेर के जगन्नाथ कछवाहा की स्मृति में शाहजहां द्वारा करवाया गया था। जगन्नाथ कछावाह का मांडल में मेवाड़ सेना के विरुद्ध युद्ध में निधन हो गया था। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-313. भूरिया बाबा का मंदिर पाली जिले में नाणा स्टेशन के निकट पोसालिया गांव में (सिरोही) जवाई नदी के किनारे स्थित है। राजस्थान के दक्षिणी-पश्चिमी गोडवाड़ अंचल में मीणा जनजाति के आराध्य देवता गौतम ऋषि या गौतमेश्वर को भूरिया बाबा के नाम से भी जाना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-314. मल्लीनाथ जी का प्रमुख मंदिर बाड़मेर जिले में बालोतरा के निकट तिलवाड़ा गांव में स्थित है। मल्लीनाथ जी का जन्म-1358 ई. में हुआ। ये मारवाड़ के शासक राव तीड़ाजी के पुत्र थे। इनकी माता का नाम जाणी दे था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-315. श्रावक प्रतिक्रमण चूर्णि उदयपुर शैली का पहला उपलब्ध चित्र है। मेवाड़ में सबसे पहले चित्रकाल का विकास महाराणा अमरसिंह के समय मेवाड़ की संकटकालीन राजधानी चावण्ड में हुआ।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-316. मलीर प्रिंट : बाड़मेर जिले की मलीर प्रिंट प्रसिद्ध है। इस कला में कत्थई एवं काले रंग से छपाई की जाती है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-317. घोटिया अंबा मेला : चैत्र अमावस्या को बारीगाम, बांसवाड़ा में भरने वाला घोटिया अंबा मेला एकमात्र ऐसा मेला है जो विक्रम संवत वर्ष की समाप्ति और नव वर्ष के आगमन का साक्षी है। राजस्थान, गुजरात और मालवा के आदिवासियों में इसके  प्रति गहरी आस्था है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-318. गैर नृत्य भील समाज का प्रसिद्ध लोक नृत्य है। यह नृत्य मुख्यत: फाल्गुन मास में भील पुरुषों द्वारा  किया जाता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-319. पुंसवन संस्कार : पुत्र प्राप्ति हेतु किया गया संस्कार 'पुंसवन संस्कार' कहलाता है। गर्भधारण के पांचवें महीना पूरा होने पर यह पूजा की जाती है, इसे पंचमासी भी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-320. बाल विवाह प्रथा : सन् 1885 ई. में जोधपुर रियासत के प्रधानमंत्री सर प्रतापसिंह के प्रयास से बाल विवाह प्रथा पर रोक लगी। इसी क्रम में अजमेर के प्रसिद्ध समाजसेवी हरविलास शारदा के प्रयासों से 1929 में शारदा एक्ट पारित हुआ।

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 12 

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

 

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 12

 आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. सर्वाधिक मात्रा में शुष्क-कृषि अत्यन्तता (तीव्रता) वाले जिले हैं-
(अ) जैसलमेर, बाड़मेर
(ब) डूंगरपुर, बांसवाड़ा
(स) भीलवाड़ा, गंगानगर
(द) अजमेर, पाली
उत्तर - (अ)
[शुष्क (सूखे) क्षेत्रों में बरसात जल का योजनाबद्ध तरीके से संरक्षण व उपयोग कर कम पानी की जरूरत वाली व जल्दी पकने वाली फसलों की कृषि करना, शुष्क खेती कहलाता है। मरुस्थलीय जिलों में पानी का अभाव होने के कारण शुष्क कृषि की जाती है। यहां ज्वार, बाजरा, मक्का जैसे मोटे अनाजों व दालों की कृषि की जाती है। शुष्क कृषि का मूल आधार वर्षा होती है। राज्य के पश्चिमी भाग में वर्षा 50 से.मी. से कम होती है, इसलिए वहां इस प्रकार की खेती की जाती है।]

2. श्री अजयपाल संस्थापक थे-
(अ) अलवर के
(ब) भरतपुर के
(स) अजमेर के
(द) चित्तौडगढ़़ के
उत्तर - (स)
[मालवा के परमारों व तुर्की आक्रमणकारियों की बढ़ती गतिविधियों के कारण सुरक्षित राजधानी के लिए चौहान शासक अजयपाल ने 1113 ई. में अजयमेरू नगर बसाया, जो पहाडिय़ों से घिरा हुआ है। बाद में इसे अजमेर कहा जाने लगा। अजमेर को 'राजस्थान का हृदय' भी कहा जाता है।]

3. माही-बजाज सागर परियोजना का फैलाव निम्नांकित क्षेत्र में है-
(अ) केवल राजस्थान
(ब) राजस्थान व गुजरात
(स) राजस्थान, गुजरात व महाराष्ट्र
(द) राजस्थान व मध्य प्रदेश
उत्तर - (ब)

4. पशुपालन विभाग, राजस्थान सरकार के नस्ल सुधार कार्यक्रम के अंतर्गत ली गई, झकराना, सिरोही एवं मारवाड़ी नस्लें, संबंधित हैं -
(अ) गायों से
(ब) ऊंटों से
(स) बकरियों से
(द) भेड़ों से
उत्तर - (स)
[राजस्थान बकरीपालन में देश में प्रथम स्थान पर है। राजस्थान में मारवाड़ी, लोही, बारबरी, जखराना, सिरोही, शेखावाटी, परबतसरी, जमनापरी आदि प्रमुख बकरी नस्लें पाई जाती हैं।]

5. किस राजपूत शासक ने मुगलों के विरुद्ध निरंतर स्वतंत्रता का संघर्ष जारी रखा और समर्पण नहीं किया?
(अ) बीकानेर के राजा रायसिंह
(ब) मारवाड़ के राव चन्द्रसेन
(स) आमेर के राजा भारमल
(द) मेवाड़ के महाराजा अमरसिंह
उत्तर - (ब)
[मारवाड़ के शासक राव चन्द्रसेन (1562-1581) ने अकबर के विरुद्ध संघर्ष जारी रखा और अधीनता स्वीकार नहीं की। राव चन्द्रसेन को 'मारवाड़ का प्रताप', 'प्रताप का अग्रगामी' तथा 'मारवाड़ का भूला-भटका शासक' भी कहा जाता है। राव चन्द्रसेन अपने जीवनकाल में मुगलों से छापामार युद्ध पद्धति से लड़ते रहे।]

6. निम्नलिखित में से कौनसा स्थल राजस्थान में 1857 की क्रान्ति का केन्द्र नहीं था?
(अ) अजमेर
(ब) जयपुर
(स) नीमच
(द) आऊवा
उत्तर - (ब)
[जयपुर 1857 की क्रांति का प्रमुख केंद्र नहीं था। राजस्थान में इस क्रांति का सूत्रपात 28 मई, 1857 को नसीराबाद (अजमेर) में हुआ। नीमच में 3 जून, 1857 को विद्रोह भड़क उठा। आऊवा के ठाकुर कुशालसिंह चम्पावत के नेतृत्व में क्रांतिकारियों ने बिथौड़ा व आऊवा के युद्धों में अंग्रेजी सेना को हराया। आऊवा में जोधपुर के पॉलिटिकल एजेंट मैक मॉसन का सिर धड़ से अलग कर दिया गया।]

7. हाड़ौती-पठार की मिट्टी है-
(अ) कछारी (जालौढ़)
(ब) लाल
(स) भूरी
(द) मध्यम काली
उत्तर - (द)
[मुख्यत: झालावाड़, कोटा, बूंदी व बारां जिलों (हाड़ौती क्षेत्र) में मध्यम काली मिट्टी पाई जाती है। गहरे भूरे मटियार व दोमट के रूप में मिलने वाली यह मिट्टी कृषि के लिए उपयुक्त है। इसमें आयरन, जिंक, मैगनीज, कैल्सियम व पोटाश की पर्याप्त मात्रा होती है।]

8. केन्द्रीय ऊंट प्रजनन केन्द्र स्थित है-
(अ) कोलायत
(ब) जोरबीर (जोहरबीड़)
(स) सूरतगढ़
(द) रामगढ़
उत्तर - (ब)
[भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा संचालित राष्ट्रीय ऊंट अनुसंधान केन्द्र, जोड़बीड़ या जोरबीर (बीकानेर) की स्थापना 5 जुलाई, 1984 को हुई। इस अनुसंधान केंद्र में ऊंटों की बेहतर देखभाल, प्रजनन व उनमें होने वाले रोगों के उपचार के लिए अनुसंधान कार्य किए जाते हैं। जैसलमेर के नाचना के ऊंट दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं। गोमठ के ऊंट सवारी के लिए प्रसिद्ध हैं।]

9. भक्ति रस कवयित्री मीराबाई थी-
(अ) एक राजपूत कुलीन नारी, जिसने कभी विवाह नहीं किया
(ब) गुजराती शाही परिवार से सम्बन्धित, निजका विवाह राजपूत से हुआ
(स) मध्य प्रदेश के एक पुजारी की पुत्री
(द) एक राजपूत शासक की पत्नी
उत्तर - (द)
[भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त मीरा बाई का जन्म 1498 में मेड़ता (नागौर) के पास कुड़की नामक गांव में हुआ। इनके पिता रतन सिंह और दादा राव दूदा थे। मीरा का विवाह मेवाड़ के महाराणा सांगा के पुत्र भोजराज से हुआ। विवाह के कुछ समय पश्चात् ही भोजराज की मृत्यु हो गई। मीराबाई कृष्ण भक्ति में लीन रहती थी। गुजरात के डाकोर स्थित रणछोड़ मंदिर में श्रीकृष्ण प्रतिमा में मीराबाई विलीन हो गई थीं। मीरा द्वारा रचित पदावलियां प्रसिद्ध हैं।]

10. निम्नांकित में से कौनसा जोड़ा सुमेलित है?
(अ) बादला (पानी की बोतल)-जयपुर
(ब) मसूरिया साड़ी-कोटा
(स) नमदा-जोधपुर
(द) संगमरमर पर नक्काशी-टोंक
उत्तर - (ब)
[कोटा की मसूरिया साड़ी प्रसिद्ध है। बादले जिंक से बनी पानी की बोतलें होती हैं, जिनमें लम्बे समय तक पानी ठण्डा रहता है। जोधपुर के बादले प्रसिद्ध हैं। ऊन को कूट-कूटकर उसे जमा कर जो वस्त्र बनाए जाते हैं, उन्हें नमदा कहते हैं। टोंक के नमदे विश्व भर में प्रसिद्ध हैं।]

11. राजस्थान के किस जिले में राज्य सरकार सबसे अधिक पशु मेलों का आयोजन करती है?
(अ) बाड़मेर
(ब) बीकानेर
(स) अजमेर
(द) नागौर
उत्तर - (द)

12. राजस्थान में गुरु शिखर की चोटी की ऊंचाई कितनी है?
(अ) 1722 मीटर
(ब) 1724 मीटर
(स) 1750 मीटर
(द) 1780 मीटर
उत्तर - (अ)
[सिरोही जिले माउण्ट आबू में स्थित राज्य की सर्वाधिक ऊंची पर्वत चोटी 'गुरु शिखर' (1722 मी.) है। यह अरावली पर्वतमाला की सबसे ऊंची चोटी है। अरावली की कुल लम्बाई 692 किमी है, जो पालनपुर (गुजरात) से दिल्ली तक विस्तृत है। राजस्थान में इसकी लम्बाई 550 किमी है।]

13. अभिलेखों के आधार पर राजस्थान के 8वीं से 12वीं शताब्दी के मध्य किस देव की सर्वोच्च रूप में पूजा की जाती थी?
(अ) शिव
(ब) विष्णु
(स) ब्रह्मा
(द) सूर्य
उत्तर - (अ)
[राजपूताना में आठवीं से बारहवीं शताब्दी के मध्य ब्राह्मण व जैन धर्म अत्यधिक लोकप्रिय थे। इस काल में मुख्यत: विष्णु, शिव, सूर्य, दुर्गा आदि देवी-देवताओं की उपासना होती थी।]

14. प्रसिद्ध मीनाकारी 'थेवा कला' का सम्बन्ध है-
(अ) बीकानेर से
(ब) जयपुर
(स) बांसवाड़ा से
(द) प्रतापगढ़ से
उत्तर - (द)
[प्रतापगढ़ थेवा कला के लिए प्रसिद्ध है। यहां का राजसोनी परिवार कांच पर सोने का सूक्ष्म चित्रांकन करता है। इसके लिए बेल्जियम का रंगीन कांच काम में लिया जाता है। थेवा कला के जन्मदाता नाथूजी सोनी थे। 400 वर्षों से यह परिवार इस कला का पोषण कर रहा है।]

15. वह कौनसे लोक देवता हैं, जिनकी आराधना इसलिए की जाती है क्योंकि उन्होंने गुजरों की गायों को मेरों से छुड़वाने हेतु अपने जीवन की आहूति दी-
(अ) गोगाजी
(ब) तेजाजी
(स) पाबूजी
(द) मल्लीनाथजी
उत्तर - (ब)
[लोक देवता तेजाजी को 'गायों के मुक्तिदाता', 'नागों के देवता', 'काला और बाला के देवता' तथा 'कृषि कार्यों के उपकारक देवता' के रूप में जाना जाता है। तेजाजी का जन्म नागौर के खडऩाल नागौर में माघ शुक्ल चतुर्दशी को हुआ था। तेजाजी के पुजारी को 'घोड़ला' एवं चबूतरे को 'थान' कहा जाता है। इनको मूर्तियों में तलवारधारी अश्वारोही योद्धा के रूप में अंकित किया जाता है। इनकी घोड़ी का नाम लीलण था। तेजाजी लाछा गूजरी की गायों को मेरों से छुड़वाते हुए सुरसरा (अजमेर) में वीरगति को प्राप्त हुए। भाद्रपद शुक्ल दशमी को नागौर जिले के परबतसर में वीर तेजा पशु मेला लगता है।]

 

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

 

Wednesday, August 4, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-15

राजस्थान के इतिहास, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-281. आशापुरा माता जालौर के मोदरां में आशापुरा माता का मंदिर स्थित है। आशापुरा माताजी नाडोल जालौर एवं सिवाना के चौहान शासकों की कुलदेवी हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-282. आहड़ सभ्यता उदयपुर में आहड़ (बेड़च) नदी के किनारे स्थित है, इसे आघाटपुर, धूलकोट (स्थानीय लोग) भी कहते हैं। इस सभ्यता का फैलाव उदयपुर, चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, डूंगरपुर में पाया गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-283. राव जैतसी (1526-1542 ई.) बीकानेर राज्य के प्रतापी शासक थे। ये राव लूणकरण का पुत्र थे। इन्होंने 1534 ई. में बाबर के पुत्र व लाहौर के शासक कामरान को हराया था। इस युद्ध की जानकारी बीठू सूजा कृत राव जैतसी रो छंद में मिलती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-284. चूहों वाली देवी : बीकानेर के देशनोक स्थित करणीमाता मंदिर में सैकड़ों चूहे दौड़ते रहते हैं, इसीलिए करणीमाता को चूहों वाली देवी कहा जाता है। इस मंदिर में चूहों को काबा कहा जाता है। सफेद चूहों को माता का रूप माना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-285. शिला देवी : मां अन्नपूर्णा का यह मंदिर जयपुर जिले के आमेर में पहाड़ी पर किले में स्थित है। वर्तमान मंदिर का निर्माण सवाई मानसिंह द्वितीय (1922-1949) ने करवाया था। इस प्रतिमा को 1604 ई. में महाराजा मानसिंह बंगाल के राजा केदार से लाए थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-286. बूंदी चित्रकला शैली : बूंदी के शासक राव सुरजन के समय में बूंदी चित्रकला शैली का प्रारंभ हुआ। यह 17वीं शताब्दी के प्रारंभ में मेवाड़ी शैली की ही एक स्वतंत्र शाखा के रूप में विकसित हुई। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-287. बयाना का दुर्ग भरतपुर जिले के बयाना में स्थित है। सन् 1040 ई. में यदुवंश के महाराजा विजयपाल ने इसका निर्माण करवाया था। प्रारंभ में इसे विजय मन्दिर के नाम से जाना जाता था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-288. गोगाजी को सांपों के देवता व जाहर पीर भी कहा जाता है। गोगाजी चौहान का जन्म चूरू के ददेरवा में 11वीं सदी में हुआ था। गोगाजी के पिता का नाम जेवर सिंह चौहान और माता का नाम बाछल दे था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-289. किशनगढ़ शैली : राजा सांवत सिंह का काल किशनगढ़ शैली की दृष्टि से स्वर्ण युग कहा जाता है। इनके समय के प्रमुख चित्रकार निहालचंद प्रसिद्ध चित्रकार हुए थे, जिन्होंने बणी-ठणी को राधा-कृष्ण के रूप में चित्रित किया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-290. 'चेतावणी रा चूंगट्या' केसरीसिंह बारहठ की प्रसिद्ध क्रांतिकारी रचना है। इसमें 13 सोरठे हैं। 1903 ई. में जब मेवाड़ के महाराणा फतेहसिंह ब्रिटिश सम्राट एडवर्ड सप्तम के राज्यारोहण में भाग लेने दिल्ली जा रहे थे, तब केसरीसिंह बारहठ ने 13 सोरठे लिखकर भेज, उन्हें पढ़कर महाराणा ने इस समारोह में भाग नहीं लिया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-291. पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ था। चौहान वंश के अंतिम प्रतापी शासक पृथ्वीराज चौहान ने 1177 ई. में अपनी माता कर्पूरी देवी के संरक्षण में 11 वर्ष की आयु में राजगद्दी संभाली थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-292. गोगा नवमी विक्रम संवत् 1003 के भाद्रपद कृष्ण नवमी को राजस्थान के लोक देवता गोगाजी का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य  में उनके समाधी स्थल हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी में प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्ण नवमी को मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-293. गिरी सुमेल का युद्ध 5 जनवरी 1544 ई. में जोधपुर के शासक राव मालदेव और शेरशाह सूरी के बीच हुआ था। इस युद्ध को शेरशाह ने छल-कपट से जीत लिया था। लेकिन बाद में उसे यह कहने पर मजबूर होना पड़ा कि "मुट्ठी भर बाजरे के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।"

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-294. अचलगढ़ दुर्ग : सिरोही जिले के आबू में अचलगढ़ दुर्ग स्थित है। इस किले को परमार शासकों ने बनवाया था। परन्तु 1452 ई. में मेवाड़ के महाराणा कुंभा द्वारा इसका पुनर्निर्मित करवाया गया। इस दुर्ग में अचलेश्वर महादेव का मंदिर, सावन-भादव तथा भंवराथल स्थल दर्शनीय है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-295. उड़णा राजकुमार मेवाड़ के महाराणा रायमल के ज्येष्ठ पुत्र और महाराणा सांगा के बड़े भाई कुंवर पृथ्वीसिंह (पृथ्वीराज) को कहा जाता है। इनकी तेज गति के कारण ही इन्हें 'उड़णा राजकुमार' और 'उड़णा पृथ्वीराज' कहा जाता था। [उड़णा यानी उडऩा]

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-296. गोगाजी का थान : राजस्थान में खेजड़ी के वृक्ष के नीचे लोकदेवता गोगाजी थान होता है। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-297. कजली तीज को बडी तीज व सातुडी तीज भी कहा जाता है। यह मुख्यत: पूर्वी भारत में भाद्रपद कृष्ण पक्ष तृतीया को मनाया जाने वाला त्यौहार है। बूंदी की कजली तीज का मेला प्रसिद्ध है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-298. महाराणा सांगा की समाधि भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में है। मेवाड़ के महाराणा सांगा की मृत्यु काल्पी में 30 जनवरी, 1528 को हुई थी। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-299. भाटी राजवंश : चंद्रवंशी यादव सरदार भट्टी ने भाटी राजवंश की स्थापना की थी। भट्टी ने 285 ई. में भटनेर (वर्तमान हनुमानगढ़) में दुर्ग बनवाया। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-300. जयसमंद झील उदयपुर में है। इस झील में सात बड़े टापू हैं जिसमें भील व मीणा जनजाति के लोग रहते हैं। इसमें सबसे बड़े टापू का नाम 'बाबा का भागड़ा' एवं दूसरे बड़े टापू का नाम प्यारी है।

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

 



आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. राजस्थान में टायर एवं ट्यूब बनाने का सबसे बड़ा कारखाना स्थापित है-

(अ) केलवा
(ब) कांकरोली
(स) करौली
(द) कोटपूतली
उत्तर - (ब)
[ये कारखाना राजसमंद जिले के कांकरोली में है।]

2. राजस्थान के किस रजवाड़े ने ब्लू पॉटरी को प्रश्रय दिया-
(अ) बीकानेर
(ब) उदयपुर
(स) जयपुर
(द) जोधपुर
उत्तर - (स)
[ब्ल्यू पोटरी की कला ईरान (फारस) से सम्राट अकबर के शासनकाल में भारत आई। इस कला को राजस्थान में लाने का श्रेय जयपुर के शासक मानसिंह प्रथम को जाता है। इसे प्रसिद्ध करने का श्रेय पद्मश्री कृपाल सिंह शेखावत को जाता है। इस कला में चीनी मिट्टी के बर्तन पर हरा, नीला व अन्य रंगों से चित्रण किया जाता है।]

3. निम्नलिखित में से कौनसा एक कथन सही नहीं है?
(अ) कुएं एवं नलकूप राजस्थान में सिंचाई के प्रमुख साधन हैं।
(ब) गंग नहर का निर्माण कार्य 1927 में पूर्ण हुआ था।
(स) इंदिरा गांधी नहर के जल का उपयोग केवल सिंचाई के लिए होता है।
(द) 'खड़ीन' शुष्क राजस्थान में जल संरक्षण की परम्परागत विधि है।
उत्तर - (स)
[इंदिरा गांधी नहर को 'राजस्थान की मरु गंगा' एवं 'पश्चिम राजस्थान की जीवन रेखा' कहते हैं। इसका पूर्व नाम 'राजस्थान नहर' था, तथा 1984 में नाम बदलकर इंदिरा गांधी नाम रखा गया। यह नहर हरिके बैराज (पंजाब फिरोजपुर) से प्रारंभ होती है। इस नहर के जल का उपयोग, सिंचाई, विद्युत, पेयजल, उद्योग आदि में किया जाता है।]

4. भीलवाड़ा जिले में जिस सम्प्रदाय की पीठ स्थित है, वह है-
(अ) दादू संप्रदाय
(ब) रामानुज संप्रदाय
(स) वल्लभ संप्रदाय
(द) निम्बार्क संप्रदाय
उत्तर - (ब)
[रामचरण दास जी ने भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में रामस्नेही सम्प्रदाय की मुख्य पीठ की स्थापना की। उनका जन्म टोंक जिले के सोडा ग्राम में हुआ। उन्होंने दांतड़ा ग्राम (मेवाड़) के गुरु कृपाराम से दीक्षा प्राप्त की। उन्होंने निराकार निर्गुण परब्रह्म राम की निर्गुण भक्ति का उपदेश दिया। रामचरणजी द्वारा रचित ग्रन्थ 'अर्णभवाणीÓ है। राजस्थान में रामस्नेही सम्प्रदाय की चार पीठें हैं।
1. शाहपुरा (भीलवाड़ा) - संत रामचरण दास जी
2. रैण (नागौर) - संत दरियाव जी
3. सिंहथल (बीकानेर) - संत हरिरामदास जी
4. खेड़ापा (जोधपुर) - संत रामदास जी


5. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र स्थित है-
(अ) अलवर में
(ब) नागौर में
(स) सेवर में
(द) बहरोड़ में
उत्तर - (स)
[भरतपुर के सेवर में राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र की स्थापना 20 अक्टूबर 1993 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा की गई। फरवरी, 2009 में इसका नाम बदलकर सरसों अनुसंधान निदेशालय कर दिया गया।]

6. राजस्थान के वे दो जिले जिनमें कोई नदी नहीं है-
(अ) जैसलमेर एवं बाड़मेर
(ब) जैसलमेर एवं जालोर
(स) बीकानेर एवं चूरू
(द) जोधपुर एवं जैसलमेर
उत्तर - (स)
[राजस्थान में बीकानेर व चूरू दो ऐसे जिले हैं, जिनमें कोई नदी नहीं बहती है। राज्य में सर्वाधिक नदियों वाला संभाग कोटा है तथा सर्वाधिक नदियों वाला जिला चित्तौडगढ़़ है। पूर्णत: राजस्थान में ही बहने वाली सबसे लम्बी नदी तथा सर्वाधिक जलग्रहण क्षेत्र वाली नदी बनास है। राज्य में सबसे लम्बी व सर्वाधिक सतही जल वाली नदी चम्बल है।]

7. नृत्य-नाटक 'सूरदास' एवं 'शंकरिया' किस पेशेवर जाति से सम्बन्ध रखते हैं-
(अ) पातर
(ब) नट
(स) भांड
(द) भवाई
उत्तर - (द)
[केकड़ी (अजमेर) के नागाजी जाट भवाई नृत्य के प्रणेता हैं। यह नृत्य नाचने गाने वाली पेशेवर जाति भवाई द्वारा मुख्यत: उदयपुर संभाग में किया जाता है। विश्व प्रसिद्ध भवाई नृत्य में शास्त्रीय नृत्य की झलक मिलती है। सिर पर अनेक मटके रखकर नृत्य करना, तलवार व थाली पर नृत्य करना, जमीन पर रखे रुमाल को मुंह से उठाना, गिलास, आदि करतब इस नृत्य में किए जाते हैं। रूपसिंह शेखावत, तारा शर्मा, अस्मिता काला आदि इस नृत्य कला के प्रसिद्ध कलाकार हैं।]

8. राजस्थान में 'भूरी क्रान्ति' का सम्बन्ध है-
(अ) खाद्यान्न प्रसंस्करण
(ब) भैंस दूध उत्पादन
(स) ऊन उत्पादन
(द) बकरी के बालों का उत्पादन
उत्तर - (अ)
[भूरी क्रांति खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों का नाम है। अन्य क्रांतियां व उनके क्षेत्र इस प्रकार हैं-
हरित क्रांति - अनाज उत्पादन
श्वेत क्रांति - दुग्ध उत्पादन
नीली क्रांति - मछली उत्पादन
पीली - तिलहन उत्पादन
इन्द्रधनुषी क्रांति - कृषि व संबद्ध क्षेत्र में विकास
लाल क्रांति - टमाटर/मांस उत्पादन
गोल क्रांति - आलू उत्पादन
रजत क्रांति - अण्डा उत्पादन
स्वर्ण क्रांति - फलों का उत्पादन]

9. वह कौनसा अभिलेख है जो महाराणा कुम्भा के लेखन पर प्रकाश डालता है-
(अ) कुम्भलगढ़ शिलालेख (1460 ई.)
(ब) कीर्तिस्तम्भ प्रशस्ति (1460 ई.)
(स) जगन्नाथ राय शिलालेख (1652 ई.)
(द) राज प्रशस्ति (1676 ई.)
उत्तर - (ब)
[कीर्ति स्तंभ प्रशस्ति चित्तौड़ दुर्ग में स्थित है। इसमें गुहिल वंश के बप्पा रावल से लेकर महाराणा कुम्भा तक की वंशावली, कुम्भा की विजयों व उसके द्वारा रचित ग्रंथों का वर्णन मिलता है। इसकी रचना की शुरुआत कवि अत्रि ने की तथा इसे पूर्ण महेश भट्ट ने किया। इसमें महाराणा कुम्भा को अभिनव भरताचार्य कहा गया है। इस प्रशस्ति से 15वीं सदी के राजपूताना की सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक स्थिति का वर्णन मिलता है।]

10. राजपूताना-मध्यभारत सभा का प्रथम अधिवेशन सन् 1919 में कहां हुआ था?
(अ) दिल्ली
(ब) अजमेर
(स) इन्दौर
(द) उदयपुर
उत्तर - (अ)
[राजपूताना-मध्यभारत सभा का प्रथम अधिवेशन सन् 1918 में दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित मारवाड़ी पुस्तकालय में हुआ था। इस अधिवेशन में विभिन्न रियासतों के 80 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका दूसरा अधिवेशन सन् 1919 में अमृतसर में हुआ था।]

11. सन्त पीपा के अनुसार मोक्ष का प्रमुख साधन था-
(अ) मूर्ति पूजा
(ब) भक्ति
(स) तपस्या
(द) यज्ञ
उत्तर - (ब)
[राजपूताना में भक्ति आन्दोलन की अलख जगाने वाले प्रसिद्ध संत पीपा का जन्म झालावाड़ के गागरोन में हुआ। संत पीपा का बचपन का नाम प्रताप सिंह था। संत पीपा दर्जी समुदाय के आराध्य हैं। इनका प्रसिद्ध मंदिर बाड़मेर के समदड़ी में स्थित है। संत पीपा ने जाति-पांति, ऊंच-नीच आदि आलोचना की।]

12. राजस्थान राज्य का वर्तमान स्वरूप जिस तिथि से है, वह है-
(अ) 17-3-1948
(ब) 15-5-1949
(स) 26-1-1950
(द) 1-11-1956
उत्तर - (द)
[स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले राजस्थान में कुल 23 स्वतंत्र क्षेत्र थे। इनमें 19 रियासतें, 3 चीफ शिप (ठिकाने) एवं एक ब्रिटिश शासित प्रदेश अजमेर-मेरवाड़ा शामिल थे। इन सबका एकीकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रयासों से हुआ। सरदार पटेल रियासती विभाग के प्रमुख थे। राजस्थान का एकीकरण 18 मार्च, 1948 को शुरू हुआ। इस दौरान सात चरणों में गठन की प्रक्रिया चलती रही। अंतत: 1 नवम्बर, 1956 को सातवें चरण में राजस्थान का वर्तमान स्वरूप अस्तित्व में आया।]

13. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर निम्न में से जो नगर नहीं आता, वह है-
(अ) जयपुर
(ब) अजमेर
(स) इन्दौर
(द) बड़ौदा
उत्तर - (स)
[राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 (एनएच 8) देश की राजधानी दिल्ली को देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई से जोड़ता है। एनएच-8 नई दिल्ली से गुडग़ांव, जयपुर, अजमेर, उदयपुर, अहमदाबाद, सूरत, बड़ोदरा शहरों से होकर गुजरता है।]

14. राजस्थान की वह नदी जो बंगाल की खाड़ी को जल ले जाती है, वह है-
(अ) माही
(ब) बनास
(स) लूनी
(द) साबरमती
उत्तर - (ब)
[राजस्थान की चम्बल, बनास, काली सिंध, पार्वती, बाणगंगा, खारी, बेड़च, गंभीरी आदि नदियों का उद्गम स्थल अरावली का पूर्वी ढाल एवं कुछ का मध्य प्रदेश का विंध्याचल पर्वत  है। ये सभी नदियां अपना जल यमुना नदी के माध्यम से बंगाल की खाड़ी में ले जाती हैं। राजसमंद जिले की खमनौर की पहाडियां (कुंभलगढ़ के पास) में बनास नदी का उद्गम स्थल है। यह सवाई माधोपुर जिले में चम्बल में मिल जाती है। इसके अतिरिक्त माही, सोम, जाखम, पश्चिमी बनास, लूनी आदि नदियों का बहाव पश्चिम की ओर है जो कच्छ के रन एवं अरबसागर में मिल जाती हैं।]

15. राजस्थान की वह झील जो मीठे पानी की नहीं है, वह है-
(अ) पचभद्रा
(ब) सिलीसेड
(स) फाईसागर
(द) जयसमंद
उत्तर - (अ)
[राजस्थान में मीठे पानी की झीलें हैं- जयसमंद, राजसमंद, पिछोला, फतेहसागर, उदयसागर, नक्की झील, आनासागर, फॉय सागर, सिलीसेढ, पुष्कर, कोलायत और बालसमंद झील। राजस्थान की खारे पानी की प्रमुख झीलें- सांभर, डीडवाना, पचभद्रा, फलौदी, लूणकरणसर, कावोद, डेगाना, कुचामन, कोछोर, रैवासा आदि हैं।]


आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14