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Wednesday, August 4, 2021

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 11

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. राजस्थान में टायर एवं ट्यूब बनाने का सबसे बड़ा कारखाना स्थापित है-

(अ) केलवा
(ब) कांकरोली
(स) करौली
(द) कोटपूतली
उत्तर - (ब)
[ये कारखाना राजसमंद जिले के कांकरोली में है।]

2. राजस्थान के किस रजवाड़े ने ब्लू पॉटरी को प्रश्रय दिया-
(अ) बीकानेर
(ब) उदयपुर
(स) जयपुर
(द) जोधपुर
उत्तर - (स)
[ब्ल्यू पोटरी की कला ईरान (फारस) से सम्राट अकबर के शासनकाल में भारत आई। इस कला को राजस्थान में लाने का श्रेय जयपुर के शासक मानसिंह प्रथम को जाता है। इसे प्रसिद्ध करने का श्रेय पद्मश्री कृपाल सिंह शेखावत को जाता है। इस कला में चीनी मिट्टी के बर्तन पर हरा, नीला व अन्य रंगों से चित्रण किया जाता है।]

3. निम्नलिखित में से कौनसा एक कथन सही नहीं है?
(अ) कुएं एवं नलकूप राजस्थान में सिंचाई के प्रमुख साधन हैं।
(ब) गंग नहर का निर्माण कार्य 1927 में पूर्ण हुआ था।
(स) इंदिरा गांधी नहर के जल का उपयोग केवल सिंचाई के लिए होता है।
(द) 'खड़ीन' शुष्क राजस्थान में जल संरक्षण की परम्परागत विधि है।
उत्तर - (स)
[इंदिरा गांधी नहर को 'राजस्थान की मरु गंगा' एवं 'पश्चिम राजस्थान की जीवन रेखा' कहते हैं। इसका पूर्व नाम 'राजस्थान नहर' था, तथा 1984 में नाम बदलकर इंदिरा गांधी नाम रखा गया। यह नहर हरिके बैराज (पंजाब फिरोजपुर) से प्रारंभ होती है। इस नहर के जल का उपयोग, सिंचाई, विद्युत, पेयजल, उद्योग आदि में किया जाता है।]

4. भीलवाड़ा जिले में जिस सम्प्रदाय की पीठ स्थित है, वह है-
(अ) दादू संप्रदाय
(ब) रामानुज संप्रदाय
(स) वल्लभ संप्रदाय
(द) निम्बार्क संप्रदाय
उत्तर - (ब)
[रामचरण दास जी ने भीलवाड़ा जिले के शाहपुरा में रामस्नेही सम्प्रदाय की मुख्य पीठ की स्थापना की। उनका जन्म टोंक जिले के सोडा ग्राम में हुआ। उन्होंने दांतड़ा ग्राम (मेवाड़) के गुरु कृपाराम से दीक्षा प्राप्त की। उन्होंने निराकार निर्गुण परब्रह्म राम की निर्गुण भक्ति का उपदेश दिया। रामचरणजी द्वारा रचित ग्रन्थ 'अर्णभवाणीÓ है। राजस्थान में रामस्नेही सम्प्रदाय की चार पीठें हैं।
1. शाहपुरा (भीलवाड़ा) - संत रामचरण दास जी
2. रैण (नागौर) - संत दरियाव जी
3. सिंहथल (बीकानेर) - संत हरिरामदास जी
4. खेड़ापा (जोधपुर) - संत रामदास जी


5. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र स्थित है-
(अ) अलवर में
(ब) नागौर में
(स) सेवर में
(द) बहरोड़ में
उत्तर - (स)
[भरतपुर के सेवर में राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केन्द्र की स्थापना 20 अक्टूबर 1993 को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा की गई। फरवरी, 2009 में इसका नाम बदलकर सरसों अनुसंधान निदेशालय कर दिया गया।]

6. राजस्थान के वे दो जिले जिनमें कोई नदी नहीं है-
(अ) जैसलमेर एवं बाड़मेर
(ब) जैसलमेर एवं जालोर
(स) बीकानेर एवं चूरू
(द) जोधपुर एवं जैसलमेर
उत्तर - (स)
[राजस्थान में बीकानेर व चूरू दो ऐसे जिले हैं, जिनमें कोई नदी नहीं बहती है। राज्य में सर्वाधिक नदियों वाला संभाग कोटा है तथा सर्वाधिक नदियों वाला जिला चित्तौडगढ़़ है। पूर्णत: राजस्थान में ही बहने वाली सबसे लम्बी नदी तथा सर्वाधिक जलग्रहण क्षेत्र वाली नदी बनास है। राज्य में सबसे लम्बी व सर्वाधिक सतही जल वाली नदी चम्बल है।]

7. नृत्य-नाटक 'सूरदास' एवं 'शंकरिया' किस पेशेवर जाति से सम्बन्ध रखते हैं-
(अ) पातर
(ब) नट
(स) भांड
(द) भवाई
उत्तर - (द)
[केकड़ी (अजमेर) के नागाजी जाट भवाई नृत्य के प्रणेता हैं। यह नृत्य नाचने गाने वाली पेशेवर जाति भवाई द्वारा मुख्यत: उदयपुर संभाग में किया जाता है। विश्व प्रसिद्ध भवाई नृत्य में शास्त्रीय नृत्य की झलक मिलती है। सिर पर अनेक मटके रखकर नृत्य करना, तलवार व थाली पर नृत्य करना, जमीन पर रखे रुमाल को मुंह से उठाना, गिलास, आदि करतब इस नृत्य में किए जाते हैं। रूपसिंह शेखावत, तारा शर्मा, अस्मिता काला आदि इस नृत्य कला के प्रसिद्ध कलाकार हैं।]

8. राजस्थान में 'भूरी क्रान्ति' का सम्बन्ध है-
(अ) खाद्यान्न प्रसंस्करण
(ब) भैंस दूध उत्पादन
(स) ऊन उत्पादन
(द) बकरी के बालों का उत्पादन
उत्तर - (अ)
[भूरी क्रांति खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए किए गए प्रयासों का नाम है। अन्य क्रांतियां व उनके क्षेत्र इस प्रकार हैं-
हरित क्रांति - अनाज उत्पादन
श्वेत क्रांति - दुग्ध उत्पादन
नीली क्रांति - मछली उत्पादन
पीली - तिलहन उत्पादन
इन्द्रधनुषी क्रांति - कृषि व संबद्ध क्षेत्र में विकास
लाल क्रांति - टमाटर/मांस उत्पादन
गोल क्रांति - आलू उत्पादन
रजत क्रांति - अण्डा उत्पादन
स्वर्ण क्रांति - फलों का उत्पादन]

9. वह कौनसा अभिलेख है जो महाराणा कुम्भा के लेखन पर प्रकाश डालता है-
(अ) कुम्भलगढ़ शिलालेख (1460 ई.)
(ब) कीर्तिस्तम्भ प्रशस्ति (1460 ई.)
(स) जगन्नाथ राय शिलालेख (1652 ई.)
(द) राज प्रशस्ति (1676 ई.)
उत्तर - (ब)
[कीर्ति स्तंभ प्रशस्ति चित्तौड़ दुर्ग में स्थित है। इसमें गुहिल वंश के बप्पा रावल से लेकर महाराणा कुम्भा तक की वंशावली, कुम्भा की विजयों व उसके द्वारा रचित ग्रंथों का वर्णन मिलता है। इसकी रचना की शुरुआत कवि अत्रि ने की तथा इसे पूर्ण महेश भट्ट ने किया। इसमें महाराणा कुम्भा को अभिनव भरताचार्य कहा गया है। इस प्रशस्ति से 15वीं सदी के राजपूताना की सामाजिक, धार्मिक व सांस्कृतिक स्थिति का वर्णन मिलता है।]

10. राजपूताना-मध्यभारत सभा का प्रथम अधिवेशन सन् 1919 में कहां हुआ था?
(अ) दिल्ली
(ब) अजमेर
(स) इन्दौर
(द) उदयपुर
उत्तर - (अ)
[राजपूताना-मध्यभारत सभा का प्रथम अधिवेशन सन् 1918 में दिल्ली के चांदनी चौक में स्थित मारवाड़ी पुस्तकालय में हुआ था। इस अधिवेशन में विभिन्न रियासतों के 80 प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसका दूसरा अधिवेशन सन् 1919 में अमृतसर में हुआ था।]

11. सन्त पीपा के अनुसार मोक्ष का प्रमुख साधन था-
(अ) मूर्ति पूजा
(ब) भक्ति
(स) तपस्या
(द) यज्ञ
उत्तर - (ब)
[राजपूताना में भक्ति आन्दोलन की अलख जगाने वाले प्रसिद्ध संत पीपा का जन्म झालावाड़ के गागरोन में हुआ। संत पीपा का बचपन का नाम प्रताप सिंह था। संत पीपा दर्जी समुदाय के आराध्य हैं। इनका प्रसिद्ध मंदिर बाड़मेर के समदड़ी में स्थित है। संत पीपा ने जाति-पांति, ऊंच-नीच आदि आलोचना की।]

12. राजस्थान राज्य का वर्तमान स्वरूप जिस तिथि से है, वह है-
(अ) 17-3-1948
(ब) 15-5-1949
(स) 26-1-1950
(द) 1-11-1956
उत्तर - (द)
[स्वतंत्रता प्राप्ति से पहले राजस्थान में कुल 23 स्वतंत्र क्षेत्र थे। इनमें 19 रियासतें, 3 चीफ शिप (ठिकाने) एवं एक ब्रिटिश शासित प्रदेश अजमेर-मेरवाड़ा शामिल थे। इन सबका एकीकरण सरदार वल्लभ भाई पटेल के प्रयासों से हुआ। सरदार पटेल रियासती विभाग के प्रमुख थे। राजस्थान का एकीकरण 18 मार्च, 1948 को शुरू हुआ। इस दौरान सात चरणों में गठन की प्रक्रिया चलती रही। अंतत: 1 नवम्बर, 1956 को सातवें चरण में राजस्थान का वर्तमान स्वरूप अस्तित्व में आया।]

13. राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 पर निम्न में से जो नगर नहीं आता, वह है-
(अ) जयपुर
(ब) अजमेर
(स) इन्दौर
(द) बड़ौदा
उत्तर - (स)
[राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 (एनएच 8) देश की राजधानी दिल्ली को देश की वाणिज्यिक राजधानी मुम्बई से जोड़ता है। एनएच-8 नई दिल्ली से गुडग़ांव, जयपुर, अजमेर, उदयपुर, अहमदाबाद, सूरत, बड़ोदरा शहरों से होकर गुजरता है।]

14. राजस्थान की वह नदी जो बंगाल की खाड़ी को जल ले जाती है, वह है-
(अ) माही
(ब) बनास
(स) लूनी
(द) साबरमती
उत्तर - (ब)
[राजस्थान की चम्बल, बनास, काली सिंध, पार्वती, बाणगंगा, खारी, बेड़च, गंभीरी आदि नदियों का उद्गम स्थल अरावली का पूर्वी ढाल एवं कुछ का मध्य प्रदेश का विंध्याचल पर्वत  है। ये सभी नदियां अपना जल यमुना नदी के माध्यम से बंगाल की खाड़ी में ले जाती हैं। राजसमंद जिले की खमनौर की पहाडियां (कुंभलगढ़ के पास) में बनास नदी का उद्गम स्थल है। यह सवाई माधोपुर जिले में चम्बल में मिल जाती है। इसके अतिरिक्त माही, सोम, जाखम, पश्चिमी बनास, लूनी आदि नदियों का बहाव पश्चिम की ओर है जो कच्छ के रन एवं अरबसागर में मिल जाती हैं।]

15. राजस्थान की वह झील जो मीठे पानी की नहीं है, वह है-
(अ) पचभद्रा
(ब) सिलीसेड
(स) फाईसागर
(द) जयसमंद
उत्तर - (अ)
[राजस्थान में मीठे पानी की झीलें हैं- जयसमंद, राजसमंद, पिछोला, फतेहसागर, उदयसागर, नक्की झील, आनासागर, फॉय सागर, सिलीसेढ, पुष्कर, कोलायत और बालसमंद झील। राजस्थान की खारे पानी की प्रमुख झीलें- सांभर, डीडवाना, पचभद्रा, फलौदी, लूणकरणसर, कावोद, डेगाना, कुचामन, कोछोर, रैवासा आदि हैं।]


आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 10

राजस्थान सामान्य ज्ञान-14

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