राजस्थान के इतिहास, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-281. आशापुरा माता जालौर के मोदरां में आशापुरा माता का मंदिर स्थित है। आशापुरा माताजी नाडोल जालौर एवं सिवाना के चौहान शासकों की कुलदेवी हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-282. आहड़ सभ्यता उदयपुर में आहड़ (बेड़च) नदी के किनारे स्थित है, इसे आघाटपुर, धूलकोट (स्थानीय लोग) भी कहते हैं। इस सभ्यता का फैलाव उदयपुर, चित्तौडगढ़़, भीलवाड़ा, डूंगरपुर में पाया गया है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-283. राव जैतसी (1526-1542 ई.) बीकानेर राज्य के प्रतापी शासक थे। ये राव लूणकरण का पुत्र थे। इन्होंने 1534 ई. में बाबर के पुत्र व लाहौर के शासक कामरान को हराया था। इस युद्ध की जानकारी बीठू सूजा कृत राव जैतसी रो छंद में मिलती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-284. चूहों वाली देवी : बीकानेर के देशनोक स्थित करणीमाता मंदिर में सैकड़ों चूहे दौड़ते रहते हैं, इसीलिए करणीमाता को चूहों वाली देवी कहा जाता है। इस मंदिर में चूहों को काबा कहा जाता है। सफेद चूहों को माता का रूप माना जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-285. शिला देवी : मां अन्नपूर्णा का यह मंदिर जयपुर जिले के आमेर में पहाड़ी पर किले में स्थित है। वर्तमान मंदिर का निर्माण सवाई मानसिंह द्वितीय (1922-1949) ने करवाया था। इस प्रतिमा को 1604 ई. में महाराजा मानसिंह बंगाल के राजा केदार से लाए थे।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-286. बूंदी चित्रकला शैली : बूंदी के शासक राव सुरजन के समय में बूंदी चित्रकला शैली का प्रारंभ हुआ। यह 17वीं शताब्दी के प्रारंभ में मेवाड़ी शैली की ही एक स्वतंत्र शाखा के रूप में विकसित हुई।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-287. बयाना का दुर्ग भरतपुर जिले के बयाना में स्थित है। सन् 1040 ई. में यदुवंश के महाराजा विजयपाल ने इसका निर्माण करवाया था। प्रारंभ में इसे विजय मन्दिर के नाम से जाना जाता था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-288. गोगाजी को सांपों के देवता व जाहर पीर भी कहा जाता है। गोगाजी चौहान का जन्म चूरू के ददेरवा में 11वीं सदी में हुआ था। गोगाजी के पिता का नाम जेवर सिंह चौहान और माता का नाम बाछल दे था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-289. किशनगढ़ शैली : राजा सांवत सिंह का काल किशनगढ़ शैली की दृष्टि से स्वर्ण युग कहा जाता है। इनके समय के प्रमुख चित्रकार निहालचंद प्रसिद्ध चित्रकार हुए थे, जिन्होंने बणी-ठणी को राधा-कृष्ण के रूप में चित्रित किया है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-290. 'चेतावणी रा चूंगट्या' केसरीसिंह बारहठ की प्रसिद्ध क्रांतिकारी रचना है। इसमें 13 सोरठे हैं। 1903 ई. में जब मेवाड़ के महाराणा फतेहसिंह ब्रिटिश सम्राट एडवर्ड सप्तम के राज्यारोहण में भाग लेने दिल्ली जा रहे थे, तब केसरीसिंह बारहठ ने 13 सोरठे लिखकर भेज, उन्हें पढ़कर महाराणा ने इस समारोह में भाग नहीं लिया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-291. पृथ्वीराज चौहान तृतीय का जन्म अन्हिलपाटन (गुजरात) में हुआ था। चौहान वंश के अंतिम प्रतापी शासक पृथ्वीराज चौहान ने 1177 ई. में अपनी माता कर्पूरी देवी के संरक्षण में 11 वर्ष की आयु में राजगद्दी संभाली थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-292. गोगा नवमी विक्रम संवत् 1003 के भाद्रपद कृष्ण नवमी को राजस्थान के लोक देवता गोगाजी का जन्म हुआ था। इसी उपलक्ष्य में उनके समाधी स्थल हनुमानगढ़ जिले के गोगामेड़ी में प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्ण नवमी को मेला भरता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-293. गिरी सुमेल का युद्ध 5 जनवरी 1544 ई. में जोधपुर के शासक राव मालदेव और शेरशाह सूरी के बीच हुआ था। इस युद्ध को शेरशाह ने छल-कपट से जीत लिया था। लेकिन बाद में उसे यह कहने पर मजबूर होना पड़ा कि "मुट्ठी भर बाजरे के लिए मैं हिन्दुस्तान की बादशाहत खो देता।"
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-294. अचलगढ़ दुर्ग : सिरोही जिले के आबू में अचलगढ़ दुर्ग स्थित है। इस किले को परमार शासकों ने बनवाया था। परन्तु 1452 ई. में मेवाड़ के महाराणा कुंभा द्वारा इसका पुनर्निर्मित करवाया गया। इस दुर्ग में अचलेश्वर महादेव का मंदिर, सावन-भादव तथा भंवराथल स्थल दर्शनीय है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-295. उड़णा राजकुमार मेवाड़ के महाराणा रायमल के ज्येष्ठ पुत्र और महाराणा सांगा के बड़े भाई कुंवर पृथ्वीसिंह (पृथ्वीराज) को कहा जाता है। इनकी तेज गति के कारण ही इन्हें 'उड़णा राजकुमार' और 'उड़णा पृथ्वीराज' कहा जाता था। [उड़णा यानी उडऩा]
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-296. गोगाजी का थान : राजस्थान में खेजड़ी के वृक्ष के नीचे लोकदेवता गोगाजी थान होता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-297. कजली तीज को बडी तीज व सातुडी तीज भी कहा जाता है। यह मुख्यत: पूर्वी भारत में भाद्रपद कृष्ण पक्ष तृतीया को मनाया जाने वाला त्यौहार है। बूंदी की कजली तीज का मेला प्रसिद्ध है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-298. महाराणा सांगा की समाधि भीलवाड़ा के मांडलगढ़ में है। मेवाड़ के महाराणा सांगा की मृत्यु काल्पी में 30 जनवरी, 1528 को हुई थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-299. भाटी राजवंश : चंद्रवंशी यादव सरदार भट्टी ने भाटी राजवंश की स्थापना की थी। भट्टी ने 285 ई. में भटनेर (वर्तमान हनुमानगढ़) में दुर्ग बनवाया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-300. जयसमंद झील उदयपुर में है। इस झील में सात बड़े टापू हैं जिसमें भील व मीणा जनजाति के लोग रहते हैं। इसमें सबसे बड़े टापू का नाम 'बाबा का भागड़ा' एवं दूसरे बड़े टापू का नाम प्यारी है।
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