राजस्थान के इतिहास, संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-261. जयगढ़ दुर्ग जयपुर में स्थित है। इस दुर्ग का निर्माण सन् 1600 ई. में राजा मानसिंह ने इस दुर्ग का निर्माण करवाया था। इस दुर्ग में तोप ढालने का कारखाना भी स्थापित किया गया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-262. मेहरानगढ़ दुर्ग यह दुर्ग जोधपुर में स्थित है। प्रसिद्ध विदेशी लेखक लॉर्ड किपलिंग ने इस दुर्ग के निर्माण को परियों व देवताओं द्वारा निर्माण की संज्ञा दी है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-263. शैव संप्रदाय : भगवान शिव की आराधना करने वाले शैव कहलाते हैं। शैव मत के कापालिक एवं पाशुपात संप्रदायों का राजस्थान में सर्वाधिक विस्तार हुआ है। कापालिक संप्रदाय में भैरव की पूजा शिव के अवतार के रूप में की जाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-264. रासो : ये काव्य ग्रंथ हैं, जिनमें राजाओं की प्रशंसा, उनके युद्ध अभियानों व वीरतापूर्ण उपलब्धियों के विवरण के साथ-साथ उनके राजवंश का विवरण भी मिलता है। रासो ग्रंथ के रूप में बीसलदेव रासो, पृथ्वीराज रासो आदि बहुत प्रसिद्ध हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-265. तराइन का प्रथम युद्ध : इस युद्ध की शुरूआत 1191 ई. में हुई थी। जिसमें पृथ्वीराज चौहान (तृतीय) व मोहम्मद गौरी के मध्य करनाल (हरियाणा) के पास तराइन में युद्ध हुआ। जिसमें मोहम्मद गौरी पराजित हुआ था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-266. जखरान : यह बकरियों की एक प्रसिद्ध नस्ल है। इसे अलवरी नस्ल भी कहा जाता है। यह अलवर जिले में मिलती है। बहरोड़ का इकराना जखरान नस्ल की बकरियों का मूल स्थान है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-267. मालाणी नस्ल के अश्व (घोड़े) घुड़दौड़ के लिए प्रसिद्ध हैं। घोड़ों की यह नस्ल बाड़मेर जिले का सिवाणा व गुढ़ामालानी क्षेत्र में पाई जाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-268. साबी नदी : यह नदी जयपुर की सेवर की पहाडिय़ों से निकलती है। इसके बाद अलवर जिले में बहते हुए हरियाणा में पाटौदी (गुडग़ांव) के उत्तर में विलीन हो जाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-269. मेवाड़ प्रजामंडल : माणिक्य लाल वर्मा के प्रयासों से बलवंत सिंह मेहता की अध्यक्षता में 24 अप्रेल, 1938 को मेवाड़ प्रजामंडल की स्थापना की गई। इसके उपाध्यक्ष भूरेलाल बया को बनाया गया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-270. कंपनी बाग अलवर में है। इसे शिमला (दुर्जन विहार) उद्यान के नाम से भी जाना जाता है। इस सुरम्य सार्वजनिक उद्यान का निर्माण 1868 ई. में अलवर महाराजा श्योदान सिंह ने करवाया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-271. वैष्णव संप्रदाय : राजस्थान में वैष्णव धर्म (संप्रदाय) का सर्वप्रथम उल्लेख ई.पू. द्वितीय शताब्दी के घोसुण्डी अभिलेख में मिलता है। वैष्णव संप्रदाय के लोग भगवान विष्णु को आराध्य मानकर विविध रूपों में पूजा करते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-272. सूरज प्रकाश ग्रंथ की रचना कवि करणीदान ने की थी। 'सूरज प्रकाशÓ चारण साहित्य परंपरा का एक महत्वपूर्ण काव्य ग्रंथ है। करणीदान जोधपुर के महाराजा अभयसिंह के दरबारी कवि थे।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-273. श्रावणी तीज (श्रावण शुक्ल तृतीया) को राजस्थानी संस्कृति का प्रतीक और हिन्दी माह के अनुसार त्यौहारों की शुरुआत कहा गया है। पूरे राजस्थान में इसे धूम-धाम से मनाया जाता है। राजधानी जयपुर में तीज के त्योहार पर तीज माता का मेला भरता है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते इस साल यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। इस तीज को छोटी तीज भी कहा जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-274. कल्याणजी मंदिर (श्रीजी) टोंक जिले के डिग्गी में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराणा संग्रामसिंह के शासनकाल में हुआ। यहां भगवान विष्णु की चतुर्भुज प्रतिमा है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-275. जवाहर सागर अभयारण्य कोटा, बूंदी में स्थित है। यह एक जलीय अभयारण्य है। इसकी स्थापना सन् 1975 में की गई। अभयारण्य का प्रमुख उद्देश्य घडिय़ालों का संरक्षण व मगरमच्छों का प्रजनन विकसित कर उनकी संख्या में वृद्धि करना है। यहां पर कोटा बांध, गैपरनाथ का मंदिर एवं गरडिया महादेव स्थित है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-276. मानसून का प्रवेश द्वार : बांसवाड़ा जिला राजस्थान का मानसून का प्रवेश द्वार कहलाता है। मई-जून के महीनों में सिंध (पाकिस्तान) एवं पश्चिमी राजस्थान में अत्यधिक गर्मी के कारण बने निम्न वायुदाब के कारण हिन्द महासागर की दक्षिणी-पश्चिमी मानसूनीं पवनें आकर्षित होती हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-277. शेरगढ़ अभयारण्य बारां जिले में परवन नदी के किनारे 1983 में लगभग 99 वर्ग किमी क्षेत्र में स्थापित किया गया। शेरगढ़ अभयारण्य में शेरगढ़ दुर्ग स्थित है। यहां सर्प उद्यान भी है जिसमें सांपों को संरक्षण दिया जाता है। यहां बघेरे, जंगली सूअर को भी संरक्षण दिया जा रहा है। शेरगढ़ अभयारण्य में चिरौंजी के वृक्ष मिलते है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-278. कल्पवृक्ष मेला : अजमेर जिले के मांगलियावास में कल्पवृक्ष का मेला लगता है। यह एक दिवसीय मेला प्रतिवर्ष श्रावण अमावस्या को आयोजित होता है। इस अवसर पर कल्पवृक्ष के जोड़े की पूजा की जाती है। कल्पवृक्ष को स्वर्ग की देन कहा गया है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-279. बाणगंगा नदी : यह नदी जयपुर की बैराठ की पहाडिय़ों से निकलकर दौसा एवं भरतपुर जिलों में बहते हुए उत्तर प्रदेश में प्रवेश करके फतेहाबाद के समीप यमुना में मिल जाती है। बाणगंगा का पानी भरतपुर में घना पक्षी राष्ट्रीय उद्यान में भूमिगत होकर नम भूमि का निर्माण करता है। इसे 'अर्जुन की गंगा' भी कहा जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-280. गैप सागर (गैब सागर) डूंगरपुर में स्थित है। इसका निर्माण महारावल गोपीनाथ ने करवाया था। इस झील के किनारे उदयविलास महल एवं राज राजेश्वर मंदिर स्थित है।