https://cdnjs.cloudflare.com/ajax/libs/font-awesome/4.7.0/css/font-awesome.min.css

Sunday, February 28, 2021

राजस्थान बजट 2021-22 महत्वपूर्ण बिंदु

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 24 फरवरी, 2021 को विधानसभा में बजट 2021-22 प्रस्तुत किया। यहां हम आपके लिए बजट से संबंधित महत्वपूर्ण बातें बिंदुवार प्रस्तुत कर रहे हैं। विश्वास है कि ये राजस्थान की आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी साबित होंगी।

राजस्थान बजट 2021-22 महत्वपूर्ण बिंदु


  • बजट 2021-22 राजस्थान का पहला पेपरलैस बजट है। इस बार का केन्द्रीय बजट भी पेपरलैस ही रहा था। इसके तहत बजट की सॉफ्ट कॉपियां उपलब्ध कराई गईं। हार्ड कॉपी यानी प्रिंट कॉपी नहीं दी गई।
  • मुख्यमंत्री ने महान स्वतंत्रता सेनानी रामप्रसाद बिस्मिल का शेर पढ़ा-
  • पलट देते हैं हम मौजे-हवादिस अपनी जुर्रत से,
  • कि हमने आंधियों से भी चिराग अक्सर जलाये हैं।
  • मुख्यमंत्री ने बजट में 'विशेष कोविड पैकेज' की घोषणा की गई है। इसके तहत पूर्व में 33 लाख असहाय व निराश्रित परिवारों को सहायता की अंतिम किस्त के रूप में एक-एक हजार रुपए की सहायता राशि दो बार में देने की घोषणा की गई है।
  • शहरी क्षेत्र के बेरोजगारों के लिए 'इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना' शुरू करने की घोषणा। योजना के तहत 5 लाख जरूरतमंदों को 50 हजार रुपए तक का ब्याज मुक्त ऋण उपलब्ध करवाया जाएगा।
  • बजट में 'मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना' का दायरा बढ़ाते हुए आगामी वर्ष में 10 हजार नए उद्यमियों को 50 करोड़ रुपए की ब्याज सब्सिडी देने की घोषणा की गई है।
  • स्टार्टअप्स के लिए प्रोजेक्ट अप्रेजल के आधार पर 5 लाख रुपए प्रति स्टार्टअप सहायता राशि देने की घोषणा।
  • स्कूलों छात्रों के लिए 'बैक टू स्कूल' कार्यक्रम की घोषणा की गई है ताकि विद्यार्थी कक्षा के प्रति सहज अनुभव करें।
  • राजकीय स्कूलों के कक्षा 8 तक के छात्रों को नि:शुल्क स्कूल यूनिफॉर्म और कक्षा 6 से 8 तक के विद्यार्थियों को पूरक पाठ्य-पुस्तकें नि:शुल्क देने की घोषणा की गई है। इन पर 470 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
  • मनरेगा के अंतर्गत वर्ष 2021-22 में सहरिया व कथौड़ी जनजाति व राज्य के विशेष योग्यजन श्रमिकों को 100 दिन के स्थान पर 200 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराने की घोषणा।
  • मुख्यमंत्री ने संस्कृति की उक्ति 'उद्यमेन हि सिद्धयन्ति, कार्याणि न मनोरथै:' को उद्घृत किया। इसका अर्थ है- कार्य परिश्रम से ही सफल होते हैं, मन में सोचने से नहीं।
  • चिकित्सा क्षेत्र के लिए 'राजस्थान मॉडल ऑफ पब्लिक हैल्थ' लागू करने की घोषणा। इस मॉडल को प्रभावी करने के लिए 'राइट टू राइट बिल' लाया जाएगा।
  • राज्य के प्रत्येक परिवार को 5 लाख रुपए की चिकित्सा बीमा सुविधा के लिए नि:शुल्क व 50 प्रतिशत बीमा प्रीमियम (लगभग 850 रुपए वार्षिक खर्च पर) उपलब्ध कराने की घोषणा।
  • प्रत्येक जिला मुख्यालय में नर्सिंग महाविद्यालय खोलने की घोषणा की। अभी प्रदेश में 8 जिलों में नर्सिंग कॉलेज हैं। इसके प्रथम चरण में बाड़मेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, धौलपुर, पाली, करौली व सीकर जिले शामिल हैं।
  • सभी 7 संभाग मुख्यालयों पर चरणबद्ध रूप से 'पब्लिक हैल्थ कॉलेज' की स्थापना की घोषणा।
  • मुख्यमंत्री नि:शुल्क जांच योजना के तहत जांचों की संख्या प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 15 से 61, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 37 से 95, उपजिला अस्पताल में 56 से 109 एवं जिला अस्पताल में 56 से बढ़ाकर 133 करने की घोषणा।
  • महात्मा गांधी अस्पताल, भीलवाड़ा में 71 करोड़ की लागत से 205 बेड, आरबीएम अस्पताल, भरतपुर में 87 करोड़ की लागत से 250 बेड और श्री कल्याण राजकीय चिकित्सालय सीकर में 90 करोड़ की लागत से 300 बेड क्षमता के नवीन चिकित्सालय भवनों के निर्माण की घोषणा।
  • पाली (380 बेड), चूरू (370 बेड) और बाड़मेर में 360 बेड क्षमता के चिकित्सालय भवनों का निर्माण करवाया जाएगा।
  • जोधपुर के मथुरादास माथुर चिकित्सालय में 17 करोड़ की लागत से नवीन डायग्नोस्टिक विंग का निर्माण किया जाएगा।
  • गणगौरी बाजार अस्पताल, जयपुर में चिकित्सा सुविधाओं के विस्तार के लिए 50 करोड़ रुपए का प्रावधान।
  • अजमेर मेडिकल कॉलेज को कायड़ में स्थानांतरित किया जाएगा और जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय का विस्तार किया जाएगा। खर्च लगभग 200 करोड़ रुपए।
  • 30 नए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खोलने की घोषणा। 50 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में क्रमोन्नत करने की घोषणा।
  • दौसा के बैजूपाड़ा और सीकर के रानोली में नए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खोले जाएंगे।
  • मथानिया सामुदायिक केंद्र को सेटेलाइट अस्पताल में क्रमोन्नत किया जाएगा। जयपुर के सांगानेर में नया सेटेलाइट अस्पताल बनाया जाएगा।
  • जयपुर के शाहपुरा और सीकर के फतेहपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप-जिला चिकित्सालय में क्रमोन्नत किया जाएगा।
  • 10 शहरों में नवीन ट्रोमा सेन्टर खोले जाएंगे। कोटा में 150 बेड क्षमता का नवीन जिला चिकित्सालय की स्थापना होगी। जोधपुर के मण्डोर अस्पताल को जिला अस्पताल में क्रमोन्नत किया जाएगा। राज्य के विभिन्न चिकित्सालयों में कुल 1000 बेड्स की वृद्धि क ीजाएगी।
  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत लगभग 11 हजार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व उप स्वास्थ्य केंद्रों को हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा। इनमें 12 प्रकार की विभिन्न प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए 11 हजार से अधिक कम्युनिटी हैल्थ ऑफिसर्स की भर्ती जाएगी।
  • एक हजार आयुर्वेद औषधालयों को हैल्थ एंड वेलनेस सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • अजमेर में 'राजस्थान राज्य आयुष अनुसंधान केंद्र' की स्थपाना की जाएगी।
  • हर विधानसभा क्षेत्र में विधायक कोष से एक-एक मॉडल सीएचसी बनाई जाएगी।
  • जोधपुर में मेडिकल कॉलेज गठिया रोग के लिए इम्यूनोलॉजी एवं रूमेटोलॉजी विभाग और बच्चों के पीडियाट्रिक यूरोलॉजी विभाग की स्थापना की जाएगी। उदयपुर में मेडिकल कॉलेज में 650 बेड क्षमता के नवीन पीजी छात्रावासों का निर्माण किया जाएगा।
  • अजमेर, बीकानेर, कोटा, जोधपुर व उदयपुर मेडिकल कॉलेज में नवीन आईसीयू और एनआईसीयू विकसित होंगे।
  • वायरस जनित बीमारियों मलेरिया, डेंगू, टाइफाइड, डिप्थीरिया, दिमागी बुखार, स्वाइन फ्लू, कोविड आदि की जांच, उपचार एवं रिसर्च के लिए जयपुर में 'इंस्टीट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन एंड वाइरोलॉजी' की स्थापना की घोषणा। साथ ही जयपुर में ही 50 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय स्तर के 'इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोलॉजी' की स्थापना की जाएगी।
  • जोधपुर के उम्मेद अस्पताल में 'उम्मेद पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेटरनिटी एंड नियोनेटोलॉजी' की स्थापना की घोषणा।
  • जोधपुर में ही 'रीजनल कैंसर इंस्टीट्यूट' की स्थापना की जाएगी।
  • जयपुर, बीकानेर, भरतपुर, अजमेर, कोटा व सीकर में आयुर्वेद, योग व नेचुरोपैथी के एकीकृत महाविद्यालय स्थापित करने की घोषणा। उदयपुर एवं जोधपुर में 'योग एंड नेचुरोपैथी' के कॉलेज खोले जाएंगे।
  • जोधपुर स्थित डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय में 'इंटरनेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन पंचकर्म' बनाया जाएगा। इससे आयुर्वेद वेलनेस पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
  • मिलावट के खिलाफ 'शुद्ध के लिए युद्ध' अभियान को मजबूत करने के लिए 'डायरेक्टोरेट ऑफ फूड सेफ्टी' बनाने की घोषणा।
  • सिलिकोसिस बीमारी के लिए 'सिलिकोसिस प्रीवेंशन एंड रिसर्च' के लिए 5 करोड़ रुपए का प्रावधान।
  • 'जीवन रक्षक योजना' की घोषणा। इसके तहत सड़क दुर्घटना में घायल व्यक्ति को अस्पताल पहुंचाने वाले व्यक्ति को 5 हजार रुपए एवं प्रशस्ति पत्र दिए जाएंगे। साथ ही घायल व्यक्ति का तत्काल नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित किया जाएगा।
  • सड़क सुरक्षा कोष में 100 करोड़ रुपए का प्रावधान प्रस्तावित किया गया।
  • प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों की लाइब्रेरी में फ्री वाई-फाई की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।
  • अगले दो वर्षों में अंग्रेजी माध्यम के 1 हजार 200 महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय शुरू होंगे।
  • महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में वर्तमान में चल रहे 'शांति एवं अहिंसा प्रकोष्ठ' को अपग्रेड कर 'शांति एवं अहिंसा निदेशालय' की स्थापना की घोषणा।
  • गांधीजी के विचारों एवं मूल्यों के प्रसार हेतु 'सर्वोदय विचार परीक्षा' का आयोजन किया जाएगा।
  • जयपुर के सेंट्रल पार्क में महात्मा गांधी संस्थान तथा गांधी दर्शन म्यूजियम बनाए जाएंगे। 100 करोड़ खर्च होंगे। यहीं पर 'महात्मा गांधी इंस्टीट्यूट ऑफ गवर्नेंस एंड सोशल साइंसेज' स्थापित किया जाएगा।
  • मूक बधिरों के लिए गांधी बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, माता का थान, जोधपुर और पोद्दार मूक बधिर उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयपुर में विशेष योग्यजन छात्रों के लिए दो नए कॉलेज बनेंगे।
  • राजा रामदेव पोद्दार राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, जयपुर को अंग्रेजी माध्यम में बदला जाएगा।
  • तकनीकी शिक्षा के लिए जोधपुर में 'फिनटेक डिजिटल यूनिवर्सिटी' की स्थापना की जाएगी।
  • जयपुर में 'राजस्थान इंस्टीट्यूट ऑफ एडवांस्ड लर्निंग' की डीम्ड यूनिवर्सिटी स्थापित की जाएगी।
  • हाल ही दिंवगत हुए राजनेताओं के नाम पर कॉलेजों की स्थापना का प्रस्ताव किया है। इनमें किरण माहेश्वरी (कुंवारिया-राजसमंद), गजेन्द्र सिंह शक्तावत (भीण्डर-उदयपुर), मास्टर भंवरलाल (सुजानगढ़-चूरू) और कैलाश त्रिवेदी (गंगापुर-भीलवाड़ा) के नाम पर कन्या महाविद्यालय खोलने की घोषणा की गई है।
  • कौशल विकास के लिए परबतसर (नागौर), समदड़ी (बाड़मेर), बौंली (सवाई माधोपुर) और भोपालगढ़ (जोधपुर) में आईआईटी खोले जाएंगे।
  • बांसवाड़ा में 25 करोड़ की लागत से वेद विद्यापीठ की स्थापना का प्रस्ताव किया गया है।
  • युवाओं को नवीन आईटी टेक्नोलॉजी की जानकारी कराने के लिए जयपुर में 'राजीव गांधी सेंटर ऑफ एडवांस टेक्नोलॉजी' की स्थापना की घोषणा।
  • अनुभवी विषय विशेषज्ञों की गेस्ट फैकल्टी के रूप में सेवाएं लेने के लिए 'विद्या संबल योजना' लागू की जाएगी।
  • 1500 राजकीय विद्यालयों में कक्षा 6-12 के विद्यार्थियों के लिए 'साइंस एंड स्पेस क्लब' खोले जाएंगे। इनमें नासा का सहयोग लिया जाएगा।
  • सरकार की योजनाओं के प्रचार के लिए 'राजीव गांधी युवा कोर' का गठन का प्रस्ताव किया गया है। इसके तहत 2500 'राजीव गांधी युवा मित्रों' का चयन किया जाएगा।  साथ ही गांवों में लगभग 50 हजार महिला एवं पुरुष राजीव गांधी युवा वॉलेंटियर भी बनाए जाएंगे।
  • एक जैसी पात्रता वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं (जैसे ग्राम सेवक, पटवारी, मंत्रालयिक कर्मचारी आदि) के स्थान पर 'समान पात्रता परीक्षा' (Common Eligibility Test) लागू किया जाना प्रस्तावित है। साथ ही दस्तावेजों के प्रमाणीकरण के लिए वन टाइम वेरीफिकेशन सिस्टम बनाया जाएगा।
  • प्रतियोगी परीक्षाओं में भाग लेने वाले परीक्षार्थियों को राजस्थान रोडवेज में नि:शुल्क यात्रा की सुविधा की घोषणा।
  • मुख्यमंत्री ने बजट में 50 हजार से अधिक पदों पर भर्तियों की घोषणा की भी की। इनमें सर्वाधिक 19000 भर्तियां शिक्षा क्षेत्र की हैं।
  • राज्य के प्रत्येक ब्लॉक में खेल स्टेडियम के निर्माण के लिए 'मेजर ध्यानचन्द स्टेडियम योजना' शुरू करने की घोषणा।
  • जयपुर के एसएमएस स्टेडियम एवं जोधपुर के अमृतलाल गहलोत स्टेडियम में रेजीडेंशियल स्पोट्र्स स्कूल बनाए जाएंगे।
  • जयपुर के एसएमएस स्टेडियम में 'हाई परफॉरमेंस ट्रेनिंग एंड रीहेबिलीटेशन सेंटर' की स्थापना की घोषणा की गई है।
  • डूंगरपुर में आर्चरी (तीरंदाजी) एकेडमी और जैसलमेर में हैण्डबॉल एकेडेमी शुरू होगी।
  • जयपुर के यूथ हॉस्टल को 'यूथ एक्सीलेंस सेंटर' के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • कृषि क्षेत्र के लिए आगामी वर्ष से 'कृषि बजट' की शुरुआत करने की घोषणा की गई है।
  • आगामी तीन वर्ष के लिए 'मुख्यमंत्री कृषक साथी योजना' लागू करने की घोषणा। इसके तहत किसानों को विभिन्न प्रकार के अनुदान दिए जाएंगे।
  • अगले तीन वर्षों में राज्य में प्रत्येक जिले में 'मिनी फूड पार्क' स्थापित करने की घोषणा। आगामी वर्ष में पाली, नागौर, बाड़मेर, जैसलमेर, जालोर, सवाई माधोपुर, करौली, बीकानेर और दौसा जिले में 200 करोड़ की लागत से मिनी फूड पार्क बनाए जाएंगे।
  • जोधपुर के मथानिया में 100 करोड़ की लागत से मेगा फूड पार्क की स्थापना की जाएगी।
  • जोधपुर के आंगणवा में 60 करोड़ की लागत से 'ज्योतिबा फूले कृषि उपज मंडी' स्थापित की जाएगी।
  • किसानों के लिए 'कृषि विद्युत वितरण कम्पनी' बनाने की घोषणा।
  • बीकानेर के राजस्थान पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विद्यालय एवं श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि विश्वविद्यालय जोबनेर जयपुर में डेयरी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी महाविद्यालयों की स्थापना की जाएगी।
  • जयपुर के बस्सी में डेयरी व खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय खोलने की घोषणा।
  • 108 एंबुलेंस की तर्ज पर पशुओं के लिए '102-मोबाइल वेटेनरी सेवा' शुरू करने की घोषणा।
  • जयपुर के जोबनेर में पशु विज्ञान केन्द्र खोलने की घोषणा।
  • नागौर के नावां में पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय खोलने की घोषणा।
  • प्रत्येक पशु चिकित्सालय में 'राजस्थान पशु चिकित्सा रिलीफ सोसायटी' का गठन किया जाएगा।
  • पंजीकृत गोशालाओं के लिए विद्युत की घरेलू दर की आधी राशि राज्य सरकार वहन करेगी।
  • प्रगतिशील पशुपालकों को प्रोत्साहन देने के लिए प्रतिवर्ष 'राज्य स्तरीय पशुपालक सम्मान समारोह' का आयोजन किया जाएगा।
  • वर्ष 2021-22 में प्रथम चरण में 64 उपखण्डों में औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना की जाएगी।
  • अलवर में नई 'ग्रेटर भिवाड़ी इंडस्ट्रियल टाउनशिप' की घोषणा। इसमें खुशखेड़ा, भिवाड़ी, नीमराणा व टपूकड़ा का क्षेत्र शामिल होगा।
  • इसमें जोधपुर-कांकाणी-रोहट-पाली-मारवाड़ क्षेत्र में 'मारवाड़ इंडस्ट्रियल क्लस्टर' बनाने की घोषणा। इसका विकास रीको करेगा।
  • जयपुर में फिनटेक पार्क (फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी पार्क) स्थापित करना की घोषणा।
  • जोधपुर में 'बायोटेक फार्मा बिजनेस इनक्यूबेशन एंड रिसर्च सेंटर' स्थापित करने की घोषणा।
  • दस्तकारों एवं बुनकरों के लिए दिल्ली हाट की तज पर 'जयपुर हाट' विकसित किया जाएगा। साथ ही आधुनिक म्यूजियम की भी स्थापना की जाएगी।
  • गांवों में स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के लिए 'रूरल आई-स्टार्ट' कार्यक्रम प्रस्तावित किया गया है।
  • एससी, एसटी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस के छात्रों के लिए 'मुख्यमंत्री अनुप्रति कोचिंग योजना' लागू करने की घोषणा। इसमें कक्षा 11 एवं 12 में अकेडमिक कोर्सेस और कॉलेज के अंतिम दो वर्षों में रोजगार के लिए प्रोफेशनल कोचिंग संस्थानों के माध्यम से तैयारी करवाई जाएगी। इस योजना में प्रतिवर्ष 5-5 हजार छात्र-छात्राएं लाभांवित होंगे। योजना व्यय 25 करोड़ रुपए।
  • एससी, एसटी, ओबीसी, एमबीसी और ईडब्ल्यूएस के वर्ग के छात्रों के लिए आवासीय सुविधा हेतु 'अम्बेडकर डीबीटी वाउचर योजना' लागू होगी। पांच हजार छात्र लाभांवित होंगे।
  • अनुसूचित क्षेत्रों में 8 नवीन एकलव्य मॉडल रेजिडेंशियल स्कूल खोले जाएंगे।
  • अल्पसंख्यक छात्रों के लिए 8 बालक छात्रावास, 3 राजकीय आवासीय विद्यालय तथा सीकर, चौहटन (बाड़मेर) व पहाड़ी (भरतपुर) में अल्पसंंख्यक बालिका आवासीय विद्यालय खोला जाएगा। तीन संभाग मुख्यालयों जयपुर, जोधपुर एवं कोटा संभाग पर अल्पसंख्यक बालक छात्रावास खोले जाएंगे।
  • एससी, एसटी, ओबीसी एवं माइनोरिटी के विकास हेतु प्रत्येक वर्ग के लिए 100 करोड़ रुपए का 'विकास कोष' गठित किया जाएगा।
  • ट्रांसजेंडर्स के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि से 'उत्थान कोष' बनाया जाएगा।
  • विमुक्त, घुमन्तु व अर्द्धघुमन्तु समुदाय यथा गाडिय़ा लुहार, बंजारा, सांसी, बावरी, भाट, नट तथा मदारी, सपेरा, बहरुपिये इत्यादि के उत्थान के लिए Denotified Tribes (DNT) Policy लाई जाएगी।  इसमें पारम्परिक कला एवं उद्यम हेतु डीएनटी रिसर्च एंड प्रीजरवेंशन सेंटर बनाया जाना प्रस्तावित है।
  • कॉलेज व कार्यस्थल पर जाने वाले दिव्यांग युवाओं को दो हजार स्कूटी दी जाएगी।
  • बच्चों में नशे की प्रवृत्ति रोकने के लिए 'नेहरू बाल संरक्षण कोष' के तहत जयपुर, जोधपुर, कोटा, बीकानेर, भरतपुर, अजमेर एवं उदयपुर संभाग मुख्यालय पर 'समेकित बाल पुनर्वास केन्द्र' स्थापित किए जाएंगे।
  • अनाथ बच्चों के पुनर्वास के लिए जिला मुख्यालयों पर 'गोरा धाय ग्रुप फोस्टर केयर' का संचालन शुरू होगा।
  • 25 हजार आंगनबाडिय़ों को चरणबद्ध रूप से 'नंद घर योजना' में शामिल करने की घोषणा।
  • सभी महिलाओं को मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत सेनेटरी नेपकिन उपलब्ध करवाया जाएगा।
  • महिलाओं की समस्याओं का समाधान एवं काउंसलिंग के लिए सभी जिला मुख्यालयों पर 'इंदिरा महिला शक्ति केन्द्र' स्थापित किए जाएंगे।
  • जनजाति क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 250 'मां-बाड़ी केन्द्र' स्थापित किए जाने की घोषणा।
  • 45 हजार जनजाति परिवारों के लिए 150 'वन-धन केन्द्र' स्थापित होंगे। इनमें जनजाति उपयोजना, सहरिया व माडा क्षेत्र में संगृहीत लघु वन उपजों की मार्केटिंग की जाएगी।
  • सिरोही के गांव भूला में 'लीलूडी बडली शहीद स्मारक' का कार्य पूरा करने के लिए 2 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है।
  • वर्ष 2021 से 2026 तक की अवधि के लिए 'नवीन राज्य सड़क नीति-2021' लाई जाएगी।
  • विधानसभा के पास ही विधायकों के लिए आवास निर्मित करने के लिए 'कॉन्स्टीट्यूशनल क्लब, जयपुर' बनाने का प्रस्ताव।
  • जयपुर शहर के 7 प्रमुख चौराहों को ट्रैफिक सिग्नल मुक्त किए जाने की घोषणा।
  • जयपुर के आगरा रोड पर लगभग 113 हेक्टेयर भूमि पर 'सिल्वन पार्क' विकसित किया जाएगा।
  • जोधपुर शहर में आधुनिक ऑडिटोरियम एवं कल्चरल सेंटर का निर्माण करवाया जाएगा।
  • ग्रामीण बस सेवा पुन: प्रारंभ होगी।
  • जल जीवन मिशन के अंतर्गत 4 हजार 700 करोड़ रुपए की लागत की 12 नवीन पेयजल परियोजनाएं शुरू होंगी।
  • चम्बल-भीलवाड़ा पेयजल परियोजना के द्वितीय चरण पर 948 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
  • झालावाड़, बारां, कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, करौली, धौलपुर, भरतपुर, दौसा, अलवर, जयपुर, अजमेर एवं टोंक जिलों की पेयजल समस्या के स्थायी समाधान के लिए 'पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना' पर कार्य जारी रहेगा। इसे राष्ट्रीय परियोजना घोषित करने की मांग की गई है।
  • राजस्थान जल क्षेत्र आजीविका सुधार परियोजना पर 465 करोड़ रुपए खर्च होंगे।
  • रेगिस्तानी क्षेत्र के लिए 'राजस्थान जल क्षेत्र पुनर्संरचना परियोजना' में लगभग 378 करोड़ रुपए की लागत से 49 किलोमीटर में इंदिरा गांधी फीडर व मुख्य नहर आदि का जीर्णोद्धार करवाया जाएगा।
  • करौली जिले की भद्रावती नदी को पुनर्जीवित करने के लिए 30 करोड़ के कार्य कराए जाएंगे।
  • मुख्यमंत्री ने बजट में 'ऊर्जा नीति : 2021-2050' जल्द जारी किए जाने की घोषणा की।
  • जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर तथा जोधपुर में अक्षय ऊर्जा की नई परियोजनाओं के लिए 6.3 गीगावाट प्रसारण क्षमता का 'ग्रीन कॉरिडोर' विकसित किया जाएगा।
  • जनजाति क्षेत्रों में 'सामुदायिक वन अधिकार पट्टे' उपलब्ध कराने के लिए अप्रेल-जुलाई 2021 में अभियान चलेगा। इसके बाद विश्व जनजाति दिवस 9 अगस्त, 2021 को ये पट्टे वितरित होंगे।
  • केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भरतपुर को 'वेटलैंड बड्र्स हेबिटाट कन्जरवेशन सेंटर' के रूप में विकसित किया जाएगा।
  • केवलादेव में चम्बल का पानी के लिए 570 करोड़ रुपए की योजना की डीपीआर तैयार की जाएगी।
  • चूरू के तालछापर अभयारण्य में 'वन्य जीव प्रबंधन प्रशिक्षण केन्द्र' स्थापित किया जाएगा।
  • जोधपुर में 'पद्मश्री कैलाश सांखला स्मृति वन' स्थापित किया जाएगा। इसमें वॉकिंग ट्रैक, योगापार्क, हर्बल गार्डन आदि होंगे।
  • तुलसी, गिलोय, अश्वगंधा आदि के पौधे उपलब्ध कराने के लिए 'घर-घर औषधि योजना' शुरू की जाएगी।
  • जिन शहरों में सीवरेज सुविधा नहीं है, वहां पर दो वर्षों में फिकल स्लग ट्रीटमेंट प्लांट (एफएसटीपी) स्थापित किए जाएंगे।
  • 'शेखावाटी पर्यटन सर्किट' विकसित किया जाएगा। इसमें लोहार्गल, शाकम्भरी माता मंदिर, हर्षनाथ पहाड़ी, जीणमाता मंदिर, नवलगढ़, डूंडलोद, मंडावा, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, रामगढ़ शेखावाटी, महनसर, अलसीसर, मलसीसर एवं खेतड़ी शामिल होंगे।
  • गोडवाड पर्यटन सर्किट विकसित होगा, जिसमें पाली का रणकपुर क्षेत्र, सोनाणा खेतलियाजी मंदिर, जवाई क्षेत्र व बाली दुर्ग, जालौर का सुंधा माता व जालौर दुर्ग, बाड़मेर का आसोतरा, सिरोही का अर्बुदा धाम, अधर देवी, अचलगढ़, मारकुण्डेश्वर धाम, अम्बेश्वर जी एवं भेरूतारक धाम आदि शामिल होंगे।
  • धार्मिक पर्यटन सर्किट के लिए 100 करोड़ रुपए का प्रावधान।
  • जैसलमेर में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 'ढोला मारू टूरिस्ट कॉम्पलैक्स' बनाया जाएगा। यह मूलसागर एवं अमर सागर सम रोड पर 3500 बीघा भूमि पर बनाया जाएगा। इसी कॉम्पलैक्स में 'राजस्थान फोक आर्ट ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट' की स्थापना की जाएगी।
  • डे टूरिज्म, रूरल टूरिज्म, ट्राइबल टूरिज्म व एडवेंचर टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए 'वायबिलिटी गेप फंडिंग' योजना लाई जाएगी। इसके अंतर्गत छोटे पर्यटन स्थलों को जोडऩे के लिए लग्जरी टूरिस्ट वाहनों का संचालन किया जाएगा।
  • 15 करोड़ रुपए से 'कलाकार कल्याण कोष' स्थापित होगा।
  • राजस्थानी फिल्मों को बढ़ावा देने और प्रदेश को फिल्म डेस्टिनेशन के रूप में प्रमोट करने के लिए 'फिल्म पर्यटन प्रोत्साहन नीति' लागू की जाएगी। इसके तहत राजस्थानी फिल्मों के लिए 25 लाख रुपए तक का इंसेटिव, एसजीएसटी में पूरी छूट, फिल्म सिटी निर्माण हेतु वायबिलिटी गैप फंडिग देने के अलावा सिंगल विंडो क्लीयरेंस सिस्टम लागू किया जाएगा।
  • प्रदेश के कलाकारों को मंच देने के लिए सभी जिलों में राजस्थान दिवस 30 मार्च पर 'राजस्थान उत्सवÓ का आयोजन किया जाएगा।
  • अन्य राज्यों की संस्कृति से रूबरू कराने के लिए प्रदेश के 10 हजार प्रतिभाशाली युवाओं, कलाकारों एवं साहसिक खिलाडिय़ों के लिए 'नेहरू यूथ कलचरल एक्सपोजर प्रोग्राम' चलाया जाएगा।
  • आगामी वर्ष में, कुचामन (नागौर), बामनवास (सवाई माधोपुर) में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक कार्यालय बनाया जाएंगे।
  • बानसूर (अलवर), तारानगर (चूरू), लोहावट (जोधपुर), नदबई (भरतपुर) व आसपुर (डूंगरपुर) में पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय खोले जाएंगे।
  • बगरू (जयपुर) में सहायक पुलिस आयुक्त कार्यालय खोले जाएंगे।
  • मौजमाबाद (दूदू), रेनवाल मांझी (जयपुर), नोहर (हनुमानगढ़) चौरासी, ओबरी (डूंगरपुर), कल्याणपुर-खैरवाड़ा (उदयपुर) तथा रिफाइनरी पचपदरा (बाड़मेर) में नए पुलिस थाने खोले जाएंगे।
  • राजसमंद की बार (भीम-देवगढ़) और जयपुर की भाब्रू (विराटनगर) की पुलिस चौकियों को पुलिस थाने में क्रमोन्नत किया जाएगा।
  • मालाखेड़ा-अलवर ग्रामीण, साड़ास (बेगूं)- चित्तौडगढ़़, गांधीनगर (किशनगढ़)- अजमेर थाने को सीआई स्तर थाने में क्रमोन्त किया जायेगा। इसके अलावा प्रदेश में 25 नवीन पुलिस चौकियां स्थापित की जाएंगी।
  • चूरू के राजगढ़ में एसओजी तथा बीकानेर-भरतपुर में एटीएस चौकियां बनाई जाएंगी।
  • जयपुर एयरपोर्ट की सुरक्षा, एसएमएस हॉस्पीटल, जयपुर तथा जयपुर-अजमेर हाइवे पर अपराधों के नियंत्रण हेतु जयपुर कमिश्नरेट में तीन नए थाने बनाए जाएंगे।
  • जयपुर और जोधपुर कमिश्नरेट में संचार प्रणाली के लिए एपीसीओ फेज द्वितीय डिजिटल रेडियो ट्रंकिंग सिस्सटम स्थापित किया जाएगा।
  • राजस्थान पुलिस हाउसिंग कंस्ट्रक्शन कॉर्पोरेशन को 'राजस्थान पुलिस इन्फ्रास्ट्रक्चर डवलपमेंट कॉर्पोरेशन के रूप में पुनर्गठित किया जाएगा।
  • वैर (भरतपुर), डूंगरगढ़ (बीकानेर), नैनवा (बूंदी), सरदारशहर (चूरू), अनूपगढ़ (श्रीगंगानगर), नीमकाथाना (सीकर), जालोर, गंगापुरसिटी (सवाई माधोपुर), सिरोही, नसीराबाद (अजमेर), कठूमर (अलवर), लाडनूं (नागौर) व सादुलशहर (श्रीगंगागनर) में अपर जिला एवं सेशन न्यायालय खोले जाएंगे।
  • अलवर के थानागाजी व नागौर के कुचामन सिटी में कैम्प कोर्ट खोले जाएंगे।
  • बीकानेर, अलवर, भीलवाड़ा व जोधपुर में वाणिज्यिक न्यायालय खोले जाएंगे।
  • गोगुन्दा (उदयपुर), बालेसर (जोधपुर), पीलीबंगा व रावतसर (हनुमानगढ़), दौसा (दौसा), थानागाजी व मुण्डावर (अलवर), छबड़ा-बारां, खाजूवाला (बीकानेर) व हिण्डौरी (बूंदी) में 'वरिष्ठ सिविल न्यायाधीश एवं अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय खोले जाएंगे।
  • श्रीमाधोपुर (सीकर), टोंक, चूरू, जैसलमेर, झुंझुनूं, सोजत, सुमेरपुर (पाली) व निवाई (टोंक) में 'अतिरिक्त सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय' खोले जाएंगे।
  • गंगापुर (भीलवाड़ा), नोखा (बीकानेर), संगरिया (हनुमानगढ़) व लक्ष्मणगढ़ (सीकर) में 'सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट न्यायालय' खोले जाएंगे।
  • पाली, राजसमंद व अलवर में विशिष्ट न्यायिक मजिस्ट्रेट (एनआई एक्ट प्रकरण) न्यायालय खोले जाएंगे।
  • सरकारी योजनाएं आमजन तक पहुंचे इसके लिए 'सोशल एंड परफॉरमेंस ऑडिट अथॉरिटी' का गठन किया जाएगा।
  • 1 मई, 2021 से 'प्रशासन गांवों के संग' तथा 2 अक्टूबर, 2021 से 'प्रशासन शहरों के संग' अभियान चलाए जाएंगे।
  • कर्मचारियों के कल्याण के लिए 3 हजार करोड़ के 'कार्मिक कल्याण कोष' के गठन की घोषणा।
  • वकीलों के कल्याण के लिए बार काउंसिल ऑफ राजस्थान को 10 करोड़ रुपए की सहायता राशि।
  • विधायकों, पूर्व विधायकों, सरकारी, निकाय, बोर्ड, निगम आदि के कर्मचारियों तथा पेंशनरों के लिए कैशलेस इलाज की 'राजस्थान गवर्नमेंट हैल्थ स्कीम' लागू करने की घोषणा।
  • सामाजिक सरोकारों से जुड़ी संस्थाओं के लिए 'सामाजिक सुरक्षा निवेश प्रोत्साहन योजना' की घोषणा।
  • जयपुर में 'सेंटर ऑफ एक्सीलेंस फॉर रेवेन्यू रिसर्च एंड एनालिसिस' स्थापित किया जाएगा।
  • पंजीयन के लिए 'एनीव्हेयर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन' प्रणाली लागू करने की घोषणा।
  • वाहन स्वामियों को राहत देने के लिए 'ट्रांसपोर्ट एमनेस्टी स्कीम-2021' लागू होगी। यह योजना 31 मार्च, 2021 तक रहेगी।
  • परिवारों में नशामुक्ति, पुनर्वास आदि के लिए 100 करोड़ रुपए के 'नवजीवन कोष' के गठन की घोषणा।
  • मद्यसंयम हेतु 'स्व. श्री गुरुशरण छाबड़ा जन जागरुकता अभियान' चला जाएगा।
  • वर्ष 2021-22 के लिए बजट अनुमान इस प्रकार हैं-
  • राजस्व प्राप्तियां - 1 लाख 84 हजार 330 करोड़ 13 लाख रुपए
  • राजस्व व्यय - 2 लाख 8 हजार 80 करोड़ 17 लाख रुपए
  • राजस्व घाटा - 23 हजार 750 करोड़ 4 लाख रुपए
  • पूंजी खाते में प्राप्तियां - 66 हजार 501 करोड़ 90 लाख रुपए
  • पूंजी खाते में व्यय - 42 हजार 667 करोड़ 16 लाख रुपए
  • पूंजी खाते में आधिक्य - 23 हजार 834 करोड़ 74 लाख रुपए
  • मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस शेर के साथ बजट भाषण का समापन किया-
  • निगाहों में मंजिल थी
  • गिरे और गिरकर संभलते रहे,
  • हवाओं ने बहुत कोशिश की
  • मगर चिराग आंधियों में भी जलते रहे।


राजस्थान करेंट अफेयर्स 2021 : पूर्व न्यायाधीश प्रताप कृष्ण लोहरा राजस्थान के 13वें लोकायुक्त नियुक्त

घटना दिनांक : 27 फरवरी, 2021

  • राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश प्रताप कृष्ण लोहरा को राजस्थान का नया लोकायुक्त नियुक्त किया गया है। 
  • राज्यपाल कलराज मिश्र ने उनका नियुक्ति पत्र जारी किया। 
  • जस्टिस लोहरा प्रदेश के 13वें लोकायुक्त होंगे। 
  • लोहरा को उनका पद ग्रहण करने से पांच साल की अवधि के लिए लोकायुक्त नियुक्त किया गया है। राजस्थान में लोकायुक्त का पद काफी समय से खाली था।
  • राजस्थान के प्रथम लोकायुक्त उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश आई.डी. दुआ थे। वे 28-8-1973 से  27-08-1978 तक इस पद पर रहे। 
  • राजस्थान उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश एस.एस. कोठारी 12वें लोकायुक्त थे। वे 25.3.2013 से 07-03-2019 तक इस पद पर रहे।

Saturday, February 27, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 6

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 6


राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-101. तत् वाद्य तारों से बजाये जाने वाले वाद्य यंत्रों को तत् वाद्य कहते हैं। सारंगी, इकतारा, रावण हत्था, जन्तर, तन्दूरा, भपंग, कामायचा, चिकारा, सुरिन्धा, दुकाको आदि तत् वाद्य श्रेणी के वाद्य यंत्र हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-102. राणी सती (दादीजी) का विशाल मंदिर झुंझुनूं में स्थित है जहां प्रति वर्ष भाद्रपद अमावस्या को विशाल मेला भरता है। राणी सती का वास्तविक नाम नारायणी देवी था। अग्रवाल समाज में जन्मी नारायणी देवी का विवाह तनधनदास के साथ हुआ था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-103. जमुवाय माता का मंदिर जमुवारामगढ़ (जयपुर) में है। इस मंदिर का निर्माण मिर्जा जयसिंह ने करवाया था। ये ढूंढाड़ (जयपुर-आमेर) के कच्छवाहा राजवंश की कुल देवी हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-104. शीतला माता का मंदिर जयपुर जिले के चाकसू के निकट शील की डूंगरी पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण जयपुर के महाराजा सवाई माधोसिंह ने करवाया था। यहां पर प्रतिवर्ष शीतलाष्टमी चैत्र कृष्ण अष्टमी को विशाल मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-105. करणी माता का मूल मंदिर देशनोक (बीकानेर) में है। करणी माता का मंदिर मढ़ कहलाता है। करणीमाता को काबा वाली व चूहों की देवी भी कहा जाता है। चैत्र एवं अश्विन नवरात्रों में देशनाक में विशाल मेले का आयोजन होता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-106. जीणमाता शाकंभरी व अजमेर के चौहान शासकों की आराध्य देवी रही हैं। शेखावाटी क्षेत्र की आराध्य देवी 'जीण भवानी' का मंदिर सीकर जिले में गोरियां के निकट हर्ष पर्वत पर स्थित है। मंदिर में अष्टभुजी प्रतिमा प्रतिष्ठापित है। इस मंदिर का निर्माण राजा हट्टड द्वारा करवाया गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-107. शिला देवी (अन्नपूर्णा) जयपुर के कछावाह वंश की आराध्य देवी/कुल देवी हैं। शिलादेवी या शिला माता का मंदिर राजधानी जयपुर के निकट आमेर के दुर्ग में है। मंदिर में देवी की अष्टभुजी प्रतिमा 'महिषासुर मर्दिनी' के रूप में है। यह मूर्ति बंगाल के राजा केदार से महाराजा मानसिंह 1604 ई. में लाए थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-108. नारायणी माता का प्रसिद्ध धाम (मंदिर) अलवर जिले की राजगढ़ तहसील में बरवा डूंगरी पर स्थित है। यहां पर 11वीं सदी का प्रतिहार शैली का मंदिर बना हुआ है। सेन (नाई) समाज की आराध्य देवी नारायणी माता का मूल नाम करमेती बाई था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-109. भटनेर का किला हनुमानगढ़ में स्थित है। घग्घर नदी के मुहाने पर स्थित इस दुर्ग को भाटी राजा भूपत ने बनाया था। इस दुर्ग को राजस्थान के उत्तरी प्रवेश द्वार का रक्षक कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-110. जयबाण तोप जयपुर में स्थित जयगढ़ दुर्ग में रखी हुई है। यह एशिया की सबसे बड़ी तोप है। जयबाण तोप का निर्माण महाराजा सवाई जयसिंह ने बनवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-111. तारागढ़ दुर्ग अजमेर में स्थित है। इसे गढ़बीठली अजयमेरु दुर्ग के नाम से भी जाना जाता है। इस किले को राजस्थान का जिब्राल्टर कहा जाता है। मेवाड़ के राणा रायमल के युवराज पृथ्वीराज ने अपनी वीरांगना पत्नी तारा के नाम पर तारागढ़ रखा है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-112. सोनार किला जैसलमेर में स्थित इस किले को सोनारगढ़ भी कहते हैं। इस किले की प्रमुख विशेषता बिना चूने के सिर्फ पत्थर पर पत्थर रखकर निर्मित है। गहरे पीले रंग के पत्थरों से निर्मित तथा 99 बुर्जों वाले त्रिकूटाकृतिक इस विशाल किले को 1155 ई. में रावल जैसल ने बनवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-113. कैला देवी का मंदिर करौली के त्रिकूट पर्वत की घाटी में स्थित है। कैला देवी करौली के यदुवंश (यादव राजवंश) की कुलदेवी एवं पूर्वी राजस्थान की आराध्य देवी है। इस मंदिर का निर्माण राजा राघवदास ने करवाया। यहां प्रति वर्ष चैत्र शुक्ल अष्टमी लक्खी मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-114. त्रिपुर सुन्दरी को तुरताई माता एवं त्रिपुर महालक्ष्मी के नामों से भी जाना जाता है। वागड़ क्षेत्र की आराध्य देवी शक्तिरूपा त्रिपुर सुन्दरी का मंदिर बांसवाड़ा जिले के तलवाड़ा गांव में स्थित है। मंदिर में काले पत्थर की सिंह पर सवार देवी की अष्टादशभुजी प्रतिमा स्थापित है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-115. ब्राह्मणी माता का प्राचीन मंदिर बारां जिले के अंता कस्बे से 20 किमी दूर सोरसन गांव में स्थित है। यहां देवी की पीठ का शृंगार होता है और पीठ की ही पूजा होती है। यहां माघ शुक्ल सप्तमी को गधों का मेला भी भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-116. पंचमहल नीमराणा के किले को कहा जाता है। यह  दुर्ग अलवर जिले के नीमराणा में स्थित है। इस किले का निर्माण 1464 ई. में चौहान शासकों द्वारा करवाया गया है। अरावली की पहाडिय़ों पर स्थित इस किले को हैरिटेज होटल बना दिया गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-117. ढूंढाड़ी बोली को जयपुर या झाड़शाही भी कहते हैं। ढूंढाड़ी का प्राचीनतम उल्लेख 18वीं सदी में लिखित पुस्तक आठ देश गुजरी में मिलता है। यह बोली जयपुर, टोंक, अजमेर, मेरवाड़ा का पूर्वी भाग व किशनगढ़ में बोली जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-118. मारवाड़ी बोली का प्राचीन नाम मरुभाषा है। इस भाषा की उत्पत्ति गुर्जर अपभ्रंश से मानी जाती है। इसका आरंभकाल 8वीं सदी है। यह बोली जोधपुर, जैसलमेर, बीकानेर, पाली, जालौर, सिरोही एवं शेखावाटी में बोली जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-119. चंदरबरदाई अजमेर के शासक पृथ्वीराज चौहान तृतीय (राय पिथौरा) के आश्रित कवि थे। 'पृथ्वीराज रासो' कवि चंदरबरदाई की प्रमुख रचना है। इस ग्रंथ की भाषा पिंगल है। इसमें में एक लाख छंद एवं 69 प्रस्ताव (अध्याय) हैं। इस ग्रंथ को चंद्र के उत्तराधिकारी जल्हण ने पूर्ण किया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-120. शेखावाटी क्षेत्र में मुख्यत: झुंझुनूं, सीकर एवं चूरू जिले आते हैं। शेखावाटी को राजस्थान के मरुस्थल का सिंहद्वार कहा जाता है। राव शेखा के नाम पर शेखावाटी का नामकरण किया गया है।


राजस्थान सामान्य ज्ञान संबंधी अन्य महत्वपूर्ण post

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 1

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 2

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 3

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 4

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 5

 

 

 

Monday, February 22, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 5

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 5

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-81 : मांगणियार गायिकी राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थलीय सीमावर्ती क्षेत्रों बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर आदि में मांगणियार जाति के लोगों द्वारा मांगलिक अवसरों पर गायी जाने वाली लोक गायन शैली है। मांगणियार मुस्लिम सिंध प्रांत के हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-82 : पगड़ी पुरुषों की वेशभूषा है। यह सिर पर बांधा जाने वाला वस्त्र है। पगड़ी अलग-अलग रंगों में होती है, जिन्हें अलग-अलग अवसरों पर पहना जाता है। जयपुर की पगड़ी खूंटेदार, उदयपुर की चपटी तथा मारवाड़ की छज्जादार व खिड़कीदार होती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-83 : चूरू का किला चांदी के गोले दागने वाले किले के रूप में प्रसिद्ध है। इस दुर्ग के ठाकुर शिवसिंह ने 1814 ई. में बीकानेर की सेना के विरुद्ध युद्ध में गोलाबारूद समाप्त हो जाने पर चांदी के गोले बनाकर तोपों से दागा गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-84 : विजयदान देथा 'बिज्जी' राजस्थानी भाषा के प्रसिद्ध साहित्यकार हैं। बिज्जी का जन्म 1926 ई. में जोधपुर जिले के बोरुन्दा गांव में हुआ। इनकी प्रसिद्ध रचनाएं बातां री फुलवारी, तीडोराव, अलेखूं, हिटलर, रूंख आदि हैं। बातां री फुलवारी को केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है। वहीं इनकी कहानी दुविधा पर बनी हिन्दी फिल्म 'पहेली' ऑस्कर पुरस्कार के लिए नामित हुई थी। बातां री फुलवारी को केन्द्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-85 : लांगूरिया करौली क्षेत्र की कुल देवी कैली देवी की आराधना में गाए जाने वाले गीत हैं। करौली क्षेत्र में शीतला माता के पूजन के साथ ही लांगूरिया पूजन होता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-86 : जसवंत थड़ा जोधपुर में स्थित है। इसे राजस्थान का ताजमहल कहा जाता है। संगमरमर इस इमारत का निर्माण जोधपुर नरेश जसवंत सिंह की स्मृति में महाराजा सरदार सिंह ने 1906 में करवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-87 : बीकानेर नगर की स्थापना 1488 ई. में राठौड़ वंश के राव बीका ने की थी। ये राव जोधा के पुत्र थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-88 : महाराणा कुंभा 1433 ई. में मेवाड़ के महाराणा बने। ये हिन्दू सुरत्राण और अभिनव भरताचार्य के नाम से प्रसिद्ध हुए। जोधा ने अपनी पुत्री शृंगार देवी का विवाह कुंभा के पुत्र रायमल से करके मेवाड़-मारवाड़ मैत्री को पुन: स्थापित किया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-89 : विजय स्तंभ का निर्माण चित्तौड़ में महाराणा कुंभा ने करवाया था। सारंगपुर के युद्ध (1437 ई.) में कुंभा ने महमूद खिलजी को हराया। इसी विजय के उपलक्ष्य में विजय स्तंभ का निर्माण करवाया गया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-90 : लंगा गायिकी लंगा जाति के गायकों द्वारा मांगलिक अवसरों एवं उत्सवों पर गायी जाने वाली गायन शैली है। यह बीकानेर, बाड़मेर, जोधपुर एवं जैसलमेर जिले पश्चिमी क्षेत्रों में प्रचलित है। इसके प्रमुख लंगा कलाकार फूसे खां, महरदीन लंगा, अल्लादीन लंगा, करीम खां लंगा हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-91 : मूसी रानी की छतरी अलवर के सिटी पैलेस के पिछवाड़े सागर किनारे पर बनी हुई है। इस छतरी का निर्माण महाराज विनय सिंह ने करवाया था। मूसी महारानी और तत्कालीन महाराज बख्तावर सिंह की स्मृति में 80 खंभों पर टिकी संगमरमर की यह छतरी बनाई गई थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-92 : सौ द्वीपों का शहर बांसवाड़ा को कहा जाता है। बांसवाड़ा की स्थापना महारावल जगमाल सिंह ने की थी। यह राजस्थान के दक्षिण में स्थित है। यह गुजरात और मध्य प्रदेश दोनों राज्यों की सीमा के निकट है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-93 : ढूंढाड़ी बोली जयपुर, टोंक, अजमेर, मेरवाड़ा का पूर्वी भाग व किशनगढ़ में बोली जाती है। इस बोली को जयपुर या झाड़शाही भी कहते हैं। ढूंढाड़ी का प्राचीनतम उल्लेख 18वीं सदी में लिखित पुस्तक आठ देश गुजरी में मिलता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-94 : मेवाड़ी राजस्थान की दूसरी महत्वपूर्ण बोली है। उदयपुर, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, राजसमंद का क्षेत्र मेवाड़ क्षेत्र कहलाता है। इस क्षेत्र में बोली जाने के कारम यह मेवाड़ी कहलाती है। महाराणा कुंभा द्वारा रचित कुछ नाटक मेवाड़ी भाषा में हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-95 : सकराय माता (शाकम्भरी) का विशाल मंदिर उदयपुरवाटी (झुंझुनूं) में है। ये खण्डेलवाल वैश्यों की कुलदेवी हैं। सकराय माता को संस्कृत साहित्य में शंकरराय या शाकम्भरी कहा गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-96 : अचलगढ़ दुर्ग आबू (सिरोही) में स्थित है। इस किले को परमार शासकों ने बनवाया था। 1452 ई. में मेवाड़ के महाराणा कुंभा द्वारा पुनर्निर्मित करवाया गया। दुर्ग में स्थित अचलेश्वर महादेव का मंदिर, सावन-भादव तथा भंवराथल दर्शनीय स्थल हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-97 : कुचामन किला  का निर्माण मेड़तिया शासक जालिमसिंह ने करवाया था। इसे 'जागीरी किलों का सिरमौर' कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-98 : अहिच्छत्रपुर दुर्ग नागौर किले का ही प्राचीन नाम है। चौहान राजा सोमेश्वर के सामंत कैमास ने 1154 ई. में इस किले का निर्माण करवाया था। इस किले से वीर अमरसिंह राठौड़ की अमर शौर्य की गाथाएं जुड़ी हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-99 : नौटंकी नामक लोक नाट्य का प्रचलन भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर इलाकों में अधिक है। माना जाता है कि राजस्थान में नौटंकी का प्रचलन डीग निवासी भूरीलाल ने किया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-100 : तमाशा शैली का प्रादुर्भाव आमेर के महाराजा मानसिंह प्रथम के समय 1594 में हुआ था। जयपुर के महाराज प्रतापसिंह ने अपने गुणीजन खाने में तमाशा शैली के प्रमुख कलाकार बंशीधर भट्ट को आश्रय दिया था। गोपीजी भट्ट, फूलजी भट्ट, मन्नजी भट्ट तथा वासुदेव भट्ट तमाशा के अच्छे कलाकार हैं।

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 2

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. तेजाजी मेले का आयोजन किया जाता है :

(अ) गोठ मांगलोद
(ब) परबतसर
(स) नागौर
(द) मेड़ता
उत्तर - (ब)
[तेजाजी का मेला प्रतिवर्ष नागौर के परबतसर में लगता है। तेजाजी को गायों के मुक्तिदाता तथा नागों के देवता के रूप में पूजा जाता है। तेजाजी की तलवार धारी अश्वारोही के रूप में पूजा की जाती है। तेजाजी ने लाछा गूजरी की गायों को मेर के मीणाओं से बचाने में अपने जीवन का बलिदान कर दिया था।]

2. 25 मार्च, 1948 को गठित संयुक्त राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया था
(अ) गोकुल लाल असावा
(ब) गोकुल भाई भट्ट
(स) हीरालाल शास्त्री
(द) जय नारायण व्यास
उत्तर - (अ)
[राजस्थान का एकीकरण 7 चरणों में सम्पन्न हुआ था। राजस्थान एकीकरण से पूर्व 19 रियासतों, 3 चीफशिप (ठिकानों) और 1 केन्द्र शासित प्रदेश में विभाजित था।  18 मार्च, 1948 से 1 नवम्बर, 1956 तक राजस्थान का एकीकरण 7 विभिन्न चरणों में सम्पन्न हुआ। 25 मार्च, 1948 को एकीकरण का दूसरा चरण सम्पन्न हुआ, जिसमें राजस्थान संघ या पूर्व राजस्थान नामक इकाई बनाई गई। राजस्थान संघ की राजधानी कोटा में तथा कोटा के महाराव भीम सिंह को उसका राजप्रमुख बनाया गया। केन्द्रीय वी.एन. गाडगिल ने 25 मार्च, 1948 को इसका उद्घाटन किया।]

3. 'मुण्डीयार री ख्यात' का विषय है -
(अ) सिरोही के चौहान
(ब) बूंदी के हाडा
(स) मेवाड़ के सिसोदिया
(द) मारवाड़ के राठौड़
उत्तर - (द)
['मुण्डीयार री ख्यात' मुण्डीयार के चारणों (नागौर) द्वारा रचित है। इसके रचनाकार के बारे में जानकारी नहीं मिलती है। इसे राठौड़ों की ख्यात भी कहा जाता है। इस ख्यात में राठौड़ वंश के राव सीहा से जसवंत सिंह तक की जानकारी वर्णित है।]

4. जब पुष्कर की पहाडिय़ों में भारी वर्षा होती है तो बाढ़ कहां आती है?
(अ) अजमेर
(ब) सवाई माधोपुर
(स) बालोतरा
(द) सोजत
उत्तर - (स)
[बाड़मेर का बालोतरा अरावली पर्वतमाला के पश्चिम क्षेत्र की ओर ढलान पर स्थित है। जब अजमेर के पुष्कर की पहाडिय़ों में भारी वर्षा होती है तो लूनी नदी का जलस्तर बढ़ जाता है, जिससे बालोतरा कस्बे में बाढ़ आ जाती है।]

5. किस साल में बाड़मेर के कवास स्थान पर भीषण बाढ़ आयी थी?
(अ) 2005
(ब) 2006
(स) 2007
(द) 2008
उत्तर - (ब)

6. राजस्थान में राईका है-
(अ) परम्परागत घोड़े पालन-पोषण कर्ता
(ब) परम्परागत ऊंट पालन-पोषण कर्ता
(स) गांव से गांव माल बेचते थे
(द) नमक-व्यापारी है।
उत्तर - (ब)
[राईका जाति मुख्यत: ऊंट पालक जाति है। इस जाति के आराध्य देव पाबूजी हैं। पाबूजी को प्लेग रक्षक व ऊंटों का देवता माना जाता है।]

7. राजस्थान का वह जिला जो विश्व का अद्वितीय पक्षी अभयारण्य है एवं जलपक्षियों का स्वर्ग है-
(अ) अलवर
(ब) भरतपुर
(स) उदयपुर
(द) जोधपुर
उत्तर - (ब)
[पक्षियों का स्वर्ग के नाम से प्रसिद्ध केवलादेव घना पक्षी विहार एशिया की सबसे बड़ी पक्षी प्रजनन स्थली है। 1981 में इस अभयारण्य को राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया तथा 1985 में यूनेस्को ने इसे विश्व प्राकृतिक धरोहर की सूची में शामिल किया गया। यह सफेद साइबेरियाई सारस के लिए प्रसिद्ध है।]

8. गोगा नवमी कहा जाता है-
(अ) श्रावण के कृष्ण पक्ष की नवमी को
(ब) भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की नवमी को
(स) श्रावण के शुक्ल पक्ष की नवमी को
(द) भाद्रपद के कृष्ण पक्ष की नवमी को
उत्तर - (द)
[गोगा नवमी राजस्थान के प्रसिद्ध लोकदेवता गोगा जी की स्मृति में भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की नवमी को मनाई जाती है।]

9. राजस्थान में पाए जाने वाले खनिज जैसे जिप्सम, रॉक-फास्फेट और पाइरॉइट किस निर्माण में आवश्यक हैं?
(अ) रासायनिक उर्वरक
(ब) सीमेंट
(स) दवाइयां
(द) चीनी
उत्तर - (अ)

10. चन्द बरदाई द्वारा लिखित पुस्तक का नाम था-
(अ) पृथ्वीराज रासो
(ब) पृथ्वीराज चरित
(स) पृथ्वी ख्यात
(द) पृथ्वीनाथ
उत्तर - (अ)
[पृथ्वीराज चौहान तृतीय के दरबारी कवि चन्दबरदाई ने पृथ्वीराज रासो की रचना डिंगल व पिंगल दोनों शैलियों में की। इस ग्रंथ में चौहान शासक पृथ्वीराज चौहान की उपलब्धियों व विजयों का वर्णन है।]

11. केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान स्थापित है-
(अ) बीकानेर
(ब) जसोल
(स) अविकानगर
(द) जैसलमेर
उत्तर - (स)
[टोंक जिले के अविकानगर में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् द्वारा केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान की स्थापना 1962 में की गई। इसका मुख्य उद्देश्य भेड़ व खरगोश से ऊन व मांस उत्पादन में सुधार लाना, पोषण, प्रजनन और अनुकूलन, चारा विकास और ऊन विकास करना है।]

12. एक संस्था जो लघु उद्योगों तथा शिल्पकारों को उचित कीमत पर कच्चा माल एवं उनके उत्पादों के विपणन के लिए सुविधाएं प्रदान करता है एवं प्रदर्शनी व प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन करता है, वह है-
(अ) राजसीको
(ब) आर.एफ.सी.
(स) रीको
(द) आर.के.वी.आई.बी.
उत्तर - (अ)
[राजस्थान लघु उद्योग निगम (राजसीको) की स्थापना 3 जून, 1961 को कम्पनी अधिनियम 1956 के तहत जयपुर में की गई। इसका मुख्य कार्य प्रदेश में लघु उद्योग व हस्तशिल्प इकाइयों को वित्तीय सहायता व कच्चा माल उपलब्ध करवाना तथा विपणन व प्रशिक्षण की सुविधाएं प्रदान करना है।]

13. 'वीर भारत समाज' की स्थापना किसके द्वारा हुई?
(अ) जोरावर सिंह बारहट
(ब) गोकुल दास असावा
(स) मास्टर आदित्येन्द्र
(द) विजय सिंह पथिक
उत्तर - (द)
[विजय सिंह पथिक (1882-1954) का जन्म गुढावाली गांव (बुलन्दशहर, उ.प्र.) में हुआ। इनका मूल नाम भूपसिंह था। पथिक बिजौलिया किसान आंदोलन के प्रमुख संचालक व क्रांतिकारी थे। इन्होंने 1919 में राजस्थान सेवा संघ की स्थापना की तथा राजस्थान केसरी नामक समाचार पत्र निकाला। इन्होंने वीर भारत सभा का गठन किया तथा 1921 में नवीन राजस्थान व तरुण राजस्थान पत्र प्रारम्भ किया। इन्होंने देशी रियासतों पर 'व्हाट् आर द इंडियन स्टेट्स' नामक पुस्तक भी लिखी।]

14. राजस्थान के किस जिले में एक युद्ध संग्रहालय की स्थापना की गई है?
(अ) जैसलमेर
(ब) बाड़मेर
(स) सिरोही
(द) जोधपुर
उत्तर - (अ)
[24 अगस्त, 2015 को जैसलमेर जिले में एक युद्ध संग्रहालय का उद्घाटन किया गया था। यह जैसलमेर मिलिट्री स्टेशन से 10 किमी दूर जैसलमेर-जोधपुर हाइवे पर है। इस संग्रहालय में 1965 के भारत-पाक युद्ध तथा 1971 के लोंगेवाला युद्ध में उपयोग आए हथियारों को रखा गया है।]

15. सांभर झील में निम्न में से किस देवी का मंदिर स्थित है?
(अ) बवन देवी
(ब) शाकम्भरी देवी
(स) कुंजल माता
(द) शीलादेवी
उत्तर - (ब)
[जयपुर जिले के सांभर में शक्ति की प्रतीक मां शाकम्भरी देवी का मंदिर है। देवी शाकम्भरी चौहानों की कुल देवी हैं।]


Sunday, February 21, 2021

आरपीएससी सामान्य ज्ञान प्रश्न - 1

आरपीएससी द्वारा राजस्थान की प्रशासनिक सेवाओं के लिए आयोजित परीक्षाओं में पूछे गए राजस्थान सामान्य ज्ञान (Rajasthan General Knowledge) से जुड़े प्रश्न-उत्तर

1. निम्नलिखित में से कौन सा ग्रंथ कुंभा की रचना नहीं है?
(अ) सुधा प्रबंध
(ब) नृत्यरत्नकोष
(स) कलानिधि
(द) रसिकप्रिया
उत्तर - (स)

2. लाठी शृंखला क्या है?
(अ) गाय की एक प्रजाति
(ब) खनिज पट्टी
(स) भूगर्भीय जलपट्टी
(द) वन्यजीव शृंखला
उत्तर - (स)

3. राजस्थान सूचना आयोग का गठन कब हुआ था?
(अ) 18 अप्रैल, 2007
(ब) 18 अप्रैल, 2008
(स) 18 अप्रैल, 2005
(द) 18 अप्रैल, 2006
उत्तर - (द)

4. मेवाड़, वागड़ और पास के क्षेत्रों के भीलों में सामाजिक सुधार के लिए 'लसोडिया आन्दोलन' का सूत्रपात किसने किया?
(अ) मावजी
(ब) गोविन्द गिरि
(स) सुरमल दास
(द) मोतीलाल तेजावत
उत्तर - (स)
[19वीं शताब्दी में सुरमल दास (सूरजी भगत) भीलों के समाज सुधारक व धर्म सुधारक थे। वे भीलों को हिन्दू धर्म की परिधि में रखना चाहते थे।]

5. राजस्थान का कौनसा वृक्ष 'जंगल की ज्वाला' के नाम से जाना जाता है?
(अ) खेजड़ी
(ब) नीम
(स) पलास
(द) पारस पीपल
उत्तर - (स)
[पलास का पेड़ राजसमंद, उदयपुर, प्रतापगढ़ जिलों में पाया जाता है। वानस्पतिक नाम ब्यूटिया मोनोस्पर्मा। सुर्ख लाल एवं पीले रंग के फूलों के कारण यह वृक्ष जंगल की ज्वाला के नाम से जाना जाता है।]

6.  राजस्थान का शंकरिया नृत्य किससे संबंधित है?
(अ) सहरिया
(ब) कालबेलिया
(स) तेरहताली
(द) भील
उत्तर - (ब)
[शंकरिया कालबेलिया समुदाय का युगल नृत्य है। कालबेलियों के अन्य प्रमुख नृत्य पणियारी, इण्डोनी, बागडिय़ा हैं।]

7. राजस्थान के इतिहास में 'पट्टा रेख' से क्या अभिप्राय है?
(अ) आयात-निर्यात कर
(ब) आकलित राजस्व
(स) बेगार
(द) सैन्य कर
उत्तर - (ब)
[पट्टा रेख से तात्पर्य था- राजा द्वारा प्रदत्त जागीर के पट्टे में उल्लेखित अनुमानित राजस्व।]

8. किस क्षेत्र में श्रेष्ठता के लिए महाराणा प्रताप पुरस्कार दिया जाता है?
(अ) विज्ञान एवं तकनीकी
(ब) खेल
(स) सामाजिक कार्य
(द) कला प्रदर्शन
उत्तर - (ब)
[राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् द्वारा महाराणा प्रताप पुरस्कार खेल के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है।]

9. राजस्थान में 'सती प्रथा' सर्वप्रथम निषेधित की गई थी-
(अ) उदयपुर में
(ब) जोधपुर में
(स) जयपुर में
(द) बीकानेर में
उत्तर - (स)
[दिसम्बर, 1829 में विलियम बैंटिंक ने एक अधिनियम द्वारा भारत में सती प्रथा को दण्डनीय अपराध घोषित किया। जयपुर रियासत में महाराजा सवाई रामसिंह द्वितीय के शासनकाल में सन् 1844 में मेजर जॉन लुडलो द्वारा सती प्रथा पर प्रतिबंध लगाया गया।]

10. राजस्थान का प्रसिद्ध पुष्कर मेला किस माह में लगता है?
(अ) अक्टूबर
(ब) नवम्बर
(स) फरवरी
(द) मार्च
उत्तर - (ब)
[अजमेर जिले में स्थित पुष्कर का मेला कार्तिक शुक्ल एकादशी से पूर्णिमा तक लगता है, यह समय लगभग अक्टूबर-नवंबर का होता है।]

11 'सेवण घास' किस जिले में विस्तृत रूप से उगती है-
(अ) बाड़मेर
(ब) जोधपुर
(स) जैसलमेर
(द) सीकर
उत्तर - (स)
[सेवण घास जैसलमेर जिले में अत्यधिक मात्रा में पाई जाती है। इसे स्थानीय भाषा में 'लीलण' कहा जाता है।]

12. 'बढ़ार' का भोज निम्न में से किस मौके पर रखा जाता है?
(अ) विवाह
(ब) जन्म
(स) मृत्यु
(द) तीर्थ-यात्रा
उत्तर - (अ)
[राजस्थान में विवाह के अवसर पर दिए जाने वाले सामूहिक भोज को 'बढ़ार' कहा जाता है।]

13. 'गोट-मंगलोद' क्षेत्र का संबंध किस खनिज से है?
(अ) टंगस्टन
(ब) मैंगनीज
(स) जिप्सम
(द) रॉक-फॉस्फेट
उत्तर - (स)
[जिप्सम अपने रेवदार रूप में सैलेनाइट के नाम से जानी जाती है। इसे हरसौंठ भी कहा जाता है। बीकानेर के जामसर में राजस्थान की सबसे बड़ी जिप्सम उत्पादन की खान है। प्रदेश में नागौर में सर्वाधिक जिप्सम उत्पादित किया जाता है। इसके अलावा बीकानेर का बिसरासर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, जैसलमेर, चूरू, जोधपुर आदि में भी जिप्सम पाया जाता है।]

14. राजस्थान के दक्षिण-पूर्वी पहाड़ी क्षेत्रों में आदिवासियों द्वारा की जाने वाली कृषि को कहते हैं :
(अ) चिमाता
(ब) दजिया
(स) शुष्क खेती
(द) बालरा
उत्तर - (द)
इसे झूमिंग, Slash and burning, Shibling Cultivation, वालरा आदि नामों से जाना जाता है।
झूमिंग खेती यानी बालरा में आदिवासियों द्वारा सर्वप्रथम जंगल को जलाकर उसकी राख उस क्षेत्र में डाल दी जाती है तथा कुछ समय तक उस स्थान पर कृषि करते हैं। जब भूमि अनुपजाऊ हो जाती है, उस जगह को छोड़कर अन्य जंगलों में पुन: वही प्रक्रिया अपनाते हैं।

15. निम्नलिखित में से राजपूताना के किस क्षेत्र पर वरीक वंश ने शासन किया था?
(अ) ओसियां
(ब) बयाना
(स) अलवर
(द) बदनौर
उत्तर - (ब)

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 4

 राजस्थान सामान्य ज्ञान

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-61 : बणी-ठणी शैली किशनगढ़ की चित्रकारी शैली को कहा जाता है।


राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-62 : भित्ति चित्र आमेर शैली की प्रमुख विशेषता रही है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-63 : वीर दुर्गादास राठौड़ का जन्म 13 अगस्त, 1638 को महाराजा जसवंत सिंह प्रथम के मंत्री आसकरण के यहां मारवाड़ के सालवा गांव में हुआ।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-64 : कुशाल माता का मंदिर बदनौर (भीलवाड़ा) में स्थित है। ये चामुण्डा का अवतार मानी जाती हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-65 : सुगाली माता आउवा के ठाकुर परिवार की कुल देवी हैं। इनकी प्रतिमा के दस सिर और चौपन (54) हाथ हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-66 : मानसिंह द्वितीय 1922 ई. को जयपुर की राजगद्दी पर बैठे। वे एकीकृत राजस्थान के एकमात्र व प्रथम राजप्रमुख थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-67 : मामादेव को बरसात का देवता कहा जाता है। इनकी मूर्ति मिट्टी या पत्थर की नहीं होती है। बल्कि गांव के बाहर प्रतिष्ठित लकड़ी का एक विशिष्ट व कलात्मक तोरण होता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-68 : बेलि क्रिसण रुक्मणि री एक श्रेष्ठ डिंगल काव्य है। इसमें शृंगार रस का वर्णन किया गया है। इसकी रचना पृथ्वीराज राठौड़ (पीथल) ने की थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-69 : चारबैत टोंक क्षेत्र में खेली जाने वाली लोक नाट्य शैली है। इस लोक नाट्य शैली को टोंक के नवाब फैजुल्ला खां के समय अब्दुल करीम खां एवं खलीफा विहंग खां ने प्रारंभ किया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-70 : त्रिमुखी बावड़ी का निर्माण डूंगरपुर जिले में मेवाड़ के महाराणा राजसिंह की रानी रामरसदे ने करवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-71 : हवामहल का निर्माण जयपुर के शासक सवाई प्रताप सिंह ने 1799 ई. में करवाया था। इस पांच मंजिला महल में अनेक जालियां, झरोखे और खिड़कियां बनी हुई हैं। इसी कारण इसे हवामहल कहते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-72 : मेहरानगढ़ दुर्ग  को म्यूरध्वजगढ़, मोरध्वजगढ़ भी कहते हैं। जोधपुर में चिडिय़ाटूंक पहाड़ी पर स्थित मयूराकृति के इस दुर्ग का निर्माण 1459 ई. में राव जोधा ने करवाया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-73 : शीशफूल, रखड़ी, फीणी, सांकली, तावित, बोर, टिकड़ा, मेमंद स्त्रियों के सिर पर पहनने वाले आभूषण हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-74 : गजरा, गौखरू, चूडिय़ां, कड़ा, चूड़ा, हथफूल, बंगड़ी, कांकनी, पूंचियो, नौगरी स्त्रियों के कलाई पर पहने जाने वाले आभूषण हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-75 : पंचकूट की सब्जी राजस्थान के लोगों की पसंदीदा सब्जी है, जिसे पांच सूखे फल व सब्जियों को मिलाकर बनाते हैं। ये पांचों निम्न हैं- 1. कूमट के बीज, 2. कैर, 3. सांगरी, 4. काचरी, 5. गूंदा के फल।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-76 : बीकानेर की स्थापना 1488 ई. में राव बीकाजी ने की थी। बीकानेर रियासत जांगल प्रदेश के नाम से जानी जाती थी। इसे राती घाटी भी कहते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-77 : महाराणा कुंभा ने मालवा (मांडू) के सुल्तान महमूद खिलजी पर विजय के उपलक्ष्य में 9 मंजिला विजय स्तम्भ बनाया था। विजय स्तम्भ को भारतीय मूर्तिकला का विश्व कोष भी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-78 : दौसा ढूंढाड़़ रज्य के कच्छवाहा राजाओं की प्रथम राजधानी थी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-79 : मेहंदीपुर बालाजी मंदिर दौसा जिले के सिकंदरा महुवा के बीच स्थित है। यह मंदिर दो पहाडिय़ों की घाटी में स्थित होने के कारण इसे घाट मेहंदीपुर भी कहते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-80 : गवरी या राई राजस्थान के उदयपुर, डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा क्षेत्र में बसे भीलों का प्रसिद्ध लोक नाट्य है। गवरी का मुख्य आधार भगवान शिव तथा भस्मासुर की कथा है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 3

 राजस्थान सामान्य ज्ञान

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-41 : मोहनलाल सुखाडिय़ा को आधुनिक राजस्थान का निर्माता कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-42 : आमजा माता  भीलों की आराध्य देवी हैं। उनका मंदिर केलवाड़ा (उदयपुर) में स्थित है। यहां पर प्रतिवर्ष ज्येष्ठ शुक्ल अष्टमी को विशाल मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-43 : जाम्भोजी को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है। इन्होंने सन् 1485 में 29 शिक्षाओं के आधार पर विश्नोई (20 और 9) संप्रदाय का प्रवर्तन किया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-44 : पीपाजी की गुफा टोंक जिले के टोड़ा गांव में है। संत पीपाजी ने अपना अंतिम समय यहीं बिताया था। यहीं उनका निधन हुआ।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-45 : मुगल शासन काल में जयपुर में 'झाड़शाही', जोधपुर में 'विजयशाही' सिक्कों का प्रचलन हुआ।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-46 : आहड़ सभ्यता (उदयपुर) की खोज सन् 1954 में रतनचंद्र अग्रवाल ने की थी। इसे ताम्र सभ्यता और बनास संस्कृति के नाम से भी जाना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-47 : राव लूणकरण   बीकानेर के शासक थे। इन्हें कलियुग के कर्ण के नाम से विभूषित किया गया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-48 : पृथ्वीराज चौहान के दरबारी विद्वानों में चंदरबरदाई, जयानक, जनार्दन, वागीश्वर  प्रमुख थे।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-49 : जसनाथी संप्रदाय के 36 नियम हैं। इनके उपदेश सिंभूदड़ा व कोंडा ग्रंथ में संग्रहीत हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-50 : अजरख प्रिंट बाड़मेर की हस्तशिल्प एवं दस्तकारी की कला है। इसमें नीले एवं लाल रंग से छपाई की जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-51 : बीकानेर एवं चूरू जिले में कोई नदी नहीं है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-52 : जयसमंद झील (उदयपुर) ताजे मीठे पानी की एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। स्थानीय लोग ढेबर झील के नाम से जानते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-53 : काली मिट्टी राजस्थान के दक्षिणी-पूर्वी जिलों कोटा, बूंदी, बारां व झालावाड़ में मिलती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-54 : चिंकारा व ऊंट राजस्थान के राज्य पशु हैं। चिंकारा वन्य जीव श्रेणी में व ऊंट पशुधन श्रेणी में राजकीय पशु हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-55 : 3,42,239 वर्ग किमी है राजस्थान का क्षेत्रफल।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-56 : मरुकांतार शब्द का प्रयोग हुआ है वाल्मीकि कृत रामायण में राजस्थान के लिए

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-57 : क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा राज्य है राजस्थान देश का।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-58 : पाकिस्तान के सिंध प्रांत के तीन जिले बहावलपुर, खैरपुर एवं मीरपुर सीमा रेखा पर स्थित हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-59 : बगरू प्रिंट जयपुर जिले के बगरू की हस्तशिल्प एवं दस्तकारी कला है। इसमें कपड़े पर पशु-पक्षियों का काले एवं लाल रंग से चित्रांकन किया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-60 : संत मावजी का जन्म 1714 ई. में डूंगरपुर के आसपुर तहसील के साबला गांव में एक ब्राह्मण परिवार में हुआ था।

राजस्थान करेंट अफेयर्स प्रश्न-उत्तर : 2021 - 1

 राजस्थान पुलिस, पटवारी, शिक्षक भर्ती व राजस्थान की अन्य परीक्षाओं के लिए उपयोगी करेंट अफेयर्स प्रश्न-उत्तर

1. हाल ही किसे राजस्थान का मुख्य सचिव बनाया गया है?




... Answer is A)
"


2. हाल ही निम्न में से किसने राजस्थान के पुलिस महानिदेशक पद का कार्यभार संभाला है?




... Answer is A)


3. राजस्थान में ट्रैफिक चालान में कैशलेस भुगतान की शुरुआत करते हुए जयपुर पुलिस कमिश्नरेट में ई-चालान पायलट प्रोजेक्ट किस बैंक के सहयोग से शुरू किया गया है?




... Answer is C)


4. हाल ही राजस्थान के तीन शहरों जयपुर, जोधपुर और कोटा में निगम चुनाव सम्पन्न हुए। तीनों शहरों में कुल कितने निगमों के चुनाव हुए थे?




... Answer is D)


5. हाल ही विधानसभा में पारित राजस्थान महामारी (संशोधन) विधेयक 2020 में हर नागरिक को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य किया गया है। ऐसी पहल करने वाला राजस्थान कौनसा राज्य है?




... Answer is A)


6. राजस्थान के पशुपालन विभाग ने 16 नवम्बर से 2 दिसम्बर 2020 तक कहां आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय स्तर का पशु मेला निरस्त करने का आदेश जारी किया है?




... Answer is A)


7. राजस्थान के तीन शहरों जयपुर, जोधपुर और कोटा के 6 नगर निगमों में कितनी महिलाएं महापौर के पद पर चुनी गई हैं?




... Answer is D)


8. हाल ही किस अस्पताल में भामाशाहों के सहयोग से ऑक्सीजन सिलेंडर बैंक की स्थापना की गई है?




... Answer is A)
बीकानेर के प्रिंस बिजय सिंह मेमोरियल अस्पताल यानी पीबीएम अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडर बैंक की स्थापना की गई है। यह अनूठी पहल बीकानेर के सूरजदेवी रामलाल रांका ट्रस्ट व भामाशाहों ने की है।


9. राजमार्ग निर्माण की बेहतरी में छात्रों का सहयोग लेने के लिए हाल ही भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने राजस्थान स्थित किस संस्थान के साथ एमओयू किया है?




... Answer is B)
आईआईटी जोधपुर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के बीच एमओयू हुआ है। इसके अनुसार राजमार्ग निर्माण की बेहतरी के लिए आईआईटी के स्नातक व स्नातकोत्तर छात्रों का सहयोग लिया जाएगा। प्राधिकरण इसके लिए आईआईटीयन इंटर्स को मानदेय भी देगा।


10. निम्न में से किस शहर ने 18 नवंबर, 2020 को अपना 293वां स्थापना दिवस मनाया है?




... Answer is C)


11. हाल ही 14 से 20 नवंबर 2020 तक राजस्थान में कौनसा सप्ताह मनाया गया?




... Answer is B)


12. राजस्थान सरकार की हाल ही लॉन्च की गई अनाथ एवं बेसहारा बच्चों को वैकल्पिक परिवार आधारित देख-रेख सुविधाएं उपलब्ध करवाने वाली 'वात्सल्य योजना' से जुड़े माता-पिता को प्रतिमाह कितनी राशि दी जाएगी?




... Answer is B)


13. हाल ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संस्थागत देखरेख से बाहर निकलने वाले बच्चों को व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण के साथ ऋण एवं परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए कौनसी योजना लॉन्च की है?




... Answer is C)


14. हाल ही भाजपा की सौम्या गुर्जर किस नगर निगम की महापौर बनी हैं?




... Answer is C)


15. हाल ही कांग्रेस की मुनेश गुर्जर किस नगर निगम की महापौर बनी हैं?




... Answer is B)


16. औद्योगिक नगरी कोटा के कोटा उत्तर नगर निगम में महापौर किसे चुना गया?




... Answer is A)


17. औद्योगिक नगरी कोटा के कोटा दक्षिण नगर निगम का महापौर किसे चुना गया?




... Answer is C)


18. सूर्यनगरी जोधपुर के जोधपुर उत्तर और जोधपुर दक्षिण नगर निगम में क्रमश: महापौर कौन बने हैं?




... Answer is C)


19. सीएसआईआर नेशनल एनवायर्नमेंट इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (नीरी) की एक रिपोर्ट के मुताबिक राजस्थान के किस झील के प्राकृतिक स्रोतों का जरूरत से ज्यादा दोहन होने के कारण इसका अस्तित्व ही खतरे में पड़ गया है?




... Answer is A)


20. भारतीय अंगदान दिवस 27 नवंबर, 2020 को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किस शहर में देश के पहले अंगदान स्मारक का उद्घाटन किया?




... Answer is B)
यह देश का पहला अंगदान स्मारक बताया जा रहा है। इसकी स्थापना जयपुर नगर निगम एवं मोहन फाउण्डेशन जयपुर सिटीजन फोरम के तत्वावधान में की गई है। यह स्मारक एसएमएस अस्पताल के पास बनाया गया है।

Thursday, February 18, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 2

राजस्थान सामान्य ज्ञान - 2

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-21 : बांसवाड़ा की स्थापना महारावल जगमाल सिंह ने की थी। इसे सौ द्वीपों का शहर भी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-22 : श्रीगंगानगर को बीकानेर के शासक गंगासिंह ने बसाया था।  इसका प्राचीन नाम रामनगर था। महाराजा गंगासिंह ने 1927 में गंग नहर का निर्माण कराया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-23 : पंचकूट की सब्जी पांच सूखे फल व सब्जियों को मिलाकर बनाते हैं। ये हैं- 1. कूमट के बीज 2. कैर 3. सांगरी 4. काचरी और 5. गूंदा के फल।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-24 : हल्दीघाटी में 18 जून, 1576 को महाराणा प्रताप व अकबर की सेनाओं में भयंकर युद्ध हुआ। इस युद्ध स्थल को रक्त तलाई के नाम से भी जाना जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-25 : हल्दीघाटी के युद्ध को कर्नल जेम्स टॉड ने 'मेवाड़ की थर्मोपोली' नाम दिया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-26 : राज्य की सबसे ऊंची पर्वत चोटी गुरुशिखर 1722 मीटर ऊंची है। यह सिरोही जिले में स्थित है। इसे संतों का शिखर भी कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-27 : बॉस्केटबॉल राजस्थान का राज्य खेल है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-28 : 26 जनवरी, 2008 को प्रतापगढ़ को राज्य का 33वां जिला बनाया गया है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-29 : ईसरलाट का निर्माण सवाई ईश्वरी सिंह ने जयपुर में करवाया। मराठों के विरुद्ध युद्ध में विजय होने के उपलक्ष्य में इसका निर्माण करवाया गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-30 : मैग्जीन या अकबर का किला अजमेर में स्थित है। इसका निर्माण अकबर द्वारा 1571-72 में किया गया। यह राजस्थान में मुस्लिम दुर्ग निर्माण पद्धति से बनाया गया एकमात्र किला है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-31 : कांकवाड़ी दुर्ग  अलवर जिले के सरिस्का अभयारण्य में स्थित है

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-32 : मारवाड़ अंचल में पांचों लोक देवताओं पाबूजी, हडबूजी, रामदेवजी, गोगाजी, मांगलिया मेहा जी को पंच पीर कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-33 : पाकिस्तान की सीमा से राज्य के चार जिले श्रीगंगानगर, बीकानेर, जैसमलेर एवं बाड़मेर लगते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-34 : अरावली पर्वत शृंखला का विस्तार गुजरात के खेड़ ब्रह्मा (पालनपुर) से दिल्ली तक 692 किलोमीटर है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-35 : साबरमती नदी    का उद्गम उदयपुर जिले के दक्षिणी पश्चिमी भाग में कोटड़ा क्षेत्र के झाड़ोल के निकट से पांच जलधाराओं के रूप में होता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-36 : राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम की स्थापना 1 अक्टूबर, 1964 को की गई।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-37 : माही नदी विन्ध्याचल पर्वत की उत्तरी पहाडिय़ों से निकलकर  मध्यप्रदेश, राजस्थान एवं गुजरात राज्यों में बहती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-38 : राजस्थान शब्द का उल्लेख मुहणोत नैणसी की ख्यात एवं राजरूपक में मिला है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-39 : राजस्थान के साथ सबसे लंबी सीमा मध्य प्रदेश से 1600 किमी एवं सबसे कम पंजाब से 89 किमी लगती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-40 : 9 अप्रेल, 1959 को राजस्थान का प्रथम आकाशवाणी केन्द्र जयपुर में प्रारंभ हुआ।