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Monday, August 9, 2021

राजस्थान सामान्य ज्ञान-18

राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-341. गौतमेश्वर महादेव प्रतापगढ़ जिले के अरनोद में है। यहां भीलों के आराध्य देव गौतम ऋषि का पवित्र स्थान है। यहां वैशाख पूर्णिमा को मेला भरता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-342. भरतपुर को जाट महाराजा सूरजमल ने सन् 1733 में बसाया था। इसे राजस्थान का प्रवेश द्वार व पूर्वी द्वार कहा जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-343. महाकवि माघ : मारवाड़ के प्राचीनतम महाकवि के रूप में विख्यात माघ का जन्म भीनमाल के ब्राह्मण-कुल में हुआ था। वे सर्वश्रेष्ठ संस्कृत महाकवियों की त्रयी (माघ, भारवि, कालिदास) में अन्यतम हैं। माघ ने शिशुपाल वध नामक केवल एक ही महाकाव्य लिखा।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-344. नीमूचणा किसान आंदोलन : सन् 1923-24 में अलवर महाराजा जयसिंह द्वारा लगान बढ़ाने के विरोध में 14 मई, 1925 को अलवर के नीमूचणा नामक स्थान पर सैकड़ों किसान एकत्रित हुए। इस किसान सभा पर अंधाधुंध फायरिंग में सैकड़ों किसान मारे गए। इस हत्याकांड को गांधी जी ने दूसरा जलियांवाला बाग हत्याकांड कहा।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-345. उप आर्द्र जलवायु प्रदेश : यहां पर औसत तापमान गर्मियों में 20 डिग्री से.ग्रे. से 34 डिग्री से.ग्रे. तक तथा सर्दियों में 12 से 18 डिग्री से.ग्रे. तक रहता है। यहां पर वर्षा का वार्षिक औसत 40 से 60 सेमी वार्षिक है। इसमें अलवर, अजमेर एवं जयपुर जिले, सीकर, झुंझुनूं, पाली एवं जालोर जिलों के पूर्वी भाग, सिरोही, टोंक एवं भीलवाड़ा के उत्तरी एवं पूर्वी भाग शामिल हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-346. शुष्क सागवान वन : इन वनों में मुख्यत: सागवान वृक्ष के साथ बांस, आम, तेंदू, गूलर, खैर, सालर व बरगद के वृक्ष भी मिलते हैं। सागवान का उपयोग इमारती लकड़ी, फर्नीचर, कृषि कार्यों के औजार आदि में किया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-347. कुंभलगढ़ अभयारण्य राजसमंद, पाली और उदयपुर जिलों में फैला हुआ है। इसकी स्थापना 1971 में की गई थी। कुंभलगढ़ दुर्ग, जैन तीर्थ रणकपुर एवं मूंछाला महावीर इसी क्षेत्र में स्थित हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-348. फुलवारी की नाल अभयारण्य : यह उदयपुर जिले में स्थित है। वर्ष भर फूलों से मुखरित रहने के कारण यह फुलवारी की नाल के नाम से प्रसिद्ध है। 1983 ई. में स्थापित इस अभयारण्य में ब्राह्मी, सफेद मूसली, चिरमी जैसी दुर्लभ औषधीय पौधे पाए जाते हैं। यहां बघेरा, चीतल, सांभर व हिरण पाए जाते हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-349. कैलाश सांखला वन्य जीव संरक्षण पुरस्कार राज्य सरकार द्वारा वन्य जीव संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। इस पुरस्कार के अंतर्गत 50,000 रुपए व प्रशस्ति पत्र दिया जाता है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-350. नर्मदा परियोजना : सरदार सरोवर नर्मदा परियोजना गुजरात राज्य की वृहद परियोजना है। इसमें राजस्थान का भी हिस्सा है। इस परियोजना से राजस्थान के जालौर और बाड़मेर जिलों के गांवों में सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-351. पार्वती नदी मध्य प्रदेश की विंध्याचल पर्वतमाला के उत्तरी भाग स्थित सिहोर (म.प्र.) से निकलकर करयाहट (बारां) के निकट राजस्थान में प्रवेश करती है। यह नदी बारां एवं कोटा जिलों की मध्य प्रदेश के साथ सीमा बनाते हुए अंत में पाली गांव (सवाई माधोपुर) के निकट चंबल में मिल जाती है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-352. खारी नदी का उद्गम स्थल बिजराल गांव (राजसमंद) है। यहां से बहती हुई यह भीलवाड़ा अजमेर एवं टोंक जिलों में बहते हुए देवली (टोंक) के निकट बनास में मिल जाती है। मासी इसकी सहायक नदी है।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-353. कपिल मुनि का मेला : बीकानेर के कोलायत में प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को कपिल मुनि का मेला लगता है। माना जाता है कि कपिल मुनि ने यहां तपस्या की थी। कोलायत का मूल नाम भी कपिलायतन था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-354. लक्ष्मी निवास मित्तल का जन्म 15 जून, 1950 को चूरू जिले के शादूलपुर नामक स्थान पर हुआ था। लक्ष्मी निवास मित्तल लंदन में बसे भारतीय मूल के उद्योगपति हैं। वे इस्पात क्षेत्र के प्रसिद्ध व्यवसायी हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-355. गिलूण्ड सभ्यता : राजसमंद जिले में स्थित इस सभ्यता को ताम्रयुगीन सभ्यता भी कहते हैं। बनास नदी के तट पर मोडिया मगरी नामक टीले पर इस सभ्यता साक्ष्य मिले हैं। बी.बी. लाल के नेतृत्व में सन् 1957-58 में यहां पर उत्खनन कार्य करवाया गया। 

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-356. गणेश्वर सभ्यता : नीमकाथाना (सीकर) में इस सभ्यता का उत्खनन कार्य आर.सी. अग्रवाल एवं विजय कुमार के नेतृत्व में (1977-78 ई.) हुआ। यहां तांबे का निर्यात किया जाता था। यहां उत्खनन में ताम्रयुगीन उपकरण कुल्हाड़े, मछली पकडऩे के कांटे, फरसे, बाणाग्र आदि बड़ी मात्रा में मिले हैं।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-357. मलकाना का युद्ध : जालौर के शासक कान्हड़देव चौहान ने इस युद्ध में खिलजी सेना को पराजित किया था। कान्हड़देव ने मलकाना में सुल्तान की सेना पर आक्रमण करके उनसे लूटी हुई धन संपदा को छीन लिया। सुल्तान का सेनापति शम्स खां को बंदी बना लिया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-358. करौली का प्राचीन प्राचीन नाम गोपालपाल है। इसका एक अन्य नाम कल्याणपुर है। अर्जुनपाल ने 1326 ई. में करौली नगर बसाया, जिसे धर्मपाल द्वितीय ने अपनी राजधानी बनाया।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-359. टहला की छतरियां अलवर जिले में हैं। दशावतार का भित्ति चित्रण इसकी प्रमुख विशेषता है। यहां स्थित मिश्रजी की छतरी विशेष रूप से प्रसिद्ध है जिसका निर्माण लगभग 1432 ईस्वी में किया गया था।

राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-360. अम्बिका माता : शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध अम्बिका माता का मंदिर जगत (उदयपुर) में है। जगत का मंदिर मेवाड़ का खजुराहो कहलाता है। यह राजा अल्लट के काल में 10वीं शताब्दी के पूर्वाद्र्ध में महामारु शैली में निर्मित है।

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