राजस्थान के इतिहास, भूगोल और संस्कृति आदि विषयों से संबंधित सामान्य ज्ञान फैक्ट
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-401. रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य : सन् 1955 में राज्य के प्रथम वन्यजीव अभयारण्य के रूप में रणथंभौर वन्यजीव अभयारण्य की स्थापना की गई थी। सन् 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के पहले चरण में इसे शामिल किया गया और 1980 में राष्ट्रीय पार्क का दर्जा प्रदान किया गया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-402. सीतामाता अभयारण्य : इस अभयारण्य में बहने वाली जाखम नदी पर जाखम बांध बना है। यहां पर गर्म व ठण्डे पानी के दो झरने बहते हैं। इस अभयारण्य में चौसिंगा (मेडल) सर्वाधिक संख्या में मिलता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-403. जायद की फसल : यह फसल मार्च से जून के मध्य ली जाती है। इसमें तरबूज, खरबूजा, ककड़ी व सब्जियां पैदा की जाती हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-404. बीसलपुर सिंचाई परियोजना : टोंक जिले के बीसलपुर गांव में बनास नदी पर बांध का निर्माण किया गया है। बीसलपुर परियोजना की शुरुआत जयपुर, अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, टोंक आदि की पेयजल और सिंचाई की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए की गई है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-405. फूलडोल मेला भीलवाड़ा के शाहपुरा में चैत्र कृष्ण प्रतिपदा से पंचमी तक मनाया जाता है। रामस्नेही सम्प्रदाय के संस्थापक स्वामी रामचरण ने फूलडोल परंपरा भीलवाड़ा से शुरू की थी। वर्तमान में शाहपुरा (भीलवाड़ा) में यह परम्परा जारी है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-406. पुरुषों के आभूषण
गले के आभूषण : फूल या चोकी
कान के आभूषण : मुरकी, लूंग
सिर के आभूषण : मुकुट, सेहरा, कलंगी, सिरपेच।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-407. मल्लीनाथ जी की समाधि : बालोतरा से दस किलोमीटर दूर लूणी नदी के किनारे स्थित ग्राम तिलवाड़ा में राव मल्लीनाथ जी की समाधि है। यहां चैत्र कृष्ण सप्तमी से चैत्र शुक्ल सप्तमी तक 15 दिवसीय विशाल मल्लीनाथ तिलवाड़ा पशु मेला भरता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-408. आपेश्वर महादेव : यह जालोर जिले के रामसीन में गुर्जर प्रतिहार कालीन प्रसिद्ध मंदिर है। यहां भगवान शिव की 5 फीट की प्रतिमा की पूजा-अर्चना होती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-409. नाहरगढ़ अभयारण्य जयपुर जिले में स्थित है। इसकी स्थापना सन् 1980 में की गई। इसका क्षेत्रफल लगभग 52 वर्ग किमी है। यहां प्रमुख वन्य जीव काला हिरण, जंगली भेडिय़ा, सेही, पैन्थर, स्याहपोश इत्यादि हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-410. घोड़ा जीरा : पश्चिमी राजस्थान में ईसबगोल को स्थानीय भाषा में 'घोड़ा जीरा' कहा जाता है। पश्चिमी राजस्थान के जालौर, बाड़मेर, जोधपुर जिलों में ईसबगोल का उत्पादन बहुत अधिक मात्रा में होता है। दुनिया का 80 प्रतिशत ईसबगोल भारत में उत्पादित होता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-411. राष्ट्रीय सरसों अनुसंधान केंद की स्थापना भरतपुर जिले के सेवर में 20 अक्टूबर, 1993 को की गई। सातवीं योजना (1992-97) के दौरान 1990 में गठित कार्यबल की सिफारिश के आधार पर इसकी स्थापना की गई थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-412. चोकला भेड़ झुंझनूं, सीकर, बीकानेर, चूरू, नागौैर व जयपुर में पाई जाती है। इसे छापर, राता मुंडा तथा शेखावाटी के नाम से भी जाना जाता है। चोकला भेड़ को भारत की मेरिनो कहते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-413. अभेड़ा महल का निर्माण कोटा के महाराजा उम्मेद सिंह द्वितीय ने करवाया था। यह महल चंबल नदी पर स्थित है। इस महल में स्थित संग्रहालय में राजपूत काल के लघु चित्र, अद्भुत मूर्तियां, भित्तिचित्र और शस्त्रागार है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-414. कुशाल माता का मंदिर बदनौर (भीलवाड़ा) में स्थित है। इस मंदिर का निर्माण मेवाड़ के महाराणा कुंभा ने करवाया था। यहां पर प्रतिवर्ष भाद्रपद कृष्ण एकादशी से अमावस्या तक मेला भरता है। कुशाल माता मंदिर के निकट इनकी बहन बैराठ माता का मंदिर है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-415. भोजन थाली मेला भरतपुर के कामां में आयोजित होता है। प्राचीन ब्रज संस्कृति से जुड़ा यह मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल पंचमी (अगस्त माह) को भरता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-416. भर्तृहरी मेला प्रतिवर्ष भाद्रपद शुक्ल सप्तमी-अष्टमी को भरता है। भर्तृहरी धाम यानी भर्तृहरी जी का मंदिर अलवर जिले में है। भारतीय पुरातत्व विभाग ने इसे संरक्षित स्मारक घोषित किया हुआ है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-417. अरावली पर्वतमाला की राजस्थान में अधिकतम लंबाई 550 किलोमीटर है। यह गौडवाना लैण्ड का अवशेष है। भूगर्भिक दृष्टि से अरावली श्रेणी क्वार्टजाइंट व ग्रेनाइट चट्टानों से बनी है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-418. अनास नदी का उद्गम स्थल मध्य प्रदेश में झाबुआ जिले के आम्बेर गांव के निकट विंध्याचल की पहाडिय़ां हैं। राजस्थान में यह बांसवाड़ा के मेलेड़ी खेड़ा से प्रवेश कर डूंगरपुर के गलियाकोट के निकट माही में मिल जाती है। इसकी सहायक नदी हरण है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-419. कावोद झील खारे पानी की झील है। यह जैसलमेर जिले में स्थित है। आयोडीन की दृष्टि से यह सर्वोत्तम झीलों में शामिल की जाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-420. मावठ सर्दियों में होने वाली वर्षा को कहते हैं। यह वर्षा भूमध्य सागर से उठी उत्तर-पश्चिमी हवाओं से होती है। रबी की फसल के लिए मावठ अमृत समान होती है।
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