राजस्थान सामान्य ज्ञान-11
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-201. वागड़ी बोली डूंगरपुर, बांसवाड़ा व उदयपुर के कुछ भाग में बोली जाती है। इस बोली पर गुजराती का प्रभाव है तथा इसकी सहायक बोली 'भीली' है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-202. मेवाती बोली- अलवर, भरतपुर जिलों का क्षेत्र मेव जाति की बहुलता के कारण मेवात नाम से जाना जाता है। अत: इस क्षेत्र में बोली जाने वाली बोली 'मेवाती' कहलाती है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-203. मीराबाई के काव्य की भाषा राजस्थानी मिश्रित ब्रज है। मीराबाई ने गीत गोविन्द की टीका, नरसीजी रो मायरो, सत्यभामाजी नूं रूसणूं, राग सोरठ एवं राग गोविन्द की रचना की।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-204. सूर्यमल्ल मिश्रण को राजस्थान का राज्य कवि कहा जाता है। इनका जन्म सन् 1815 ई. में बूंदी में हुआ था। ये बूंदी नरेश महाराव रामसिंह के राज्याश्रित कवि थे। इनकी रचनाओं में वीर सतसई, वंश भास्कर, राम रंजाट, बलवद-विसाल, छंद भमूख, धातु रूपावली एवं सती रासो शामिल हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-205. सुनारी (खेतड़ी-झुंझुनूं) में लौहयुगीन सभ्यता के अवशेष मिले हैं। यहां से लौह अयस्क गलाने की भट्टी, लोहे के अस्त्र-शस्त्र व बर्तन प्राप्त हुए हैं। यहां के निवासियों का मुख्य भोजन चावल व मांस था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-206. मामा-भांजा की छतरी जोधपुर के मेहरानगढ़ दुर्ग में स्थित है। इसका निर्माण अजीत सिंह ने मामा-भांजा धन्ना गहलोत तथा भीवा चौहान की स्मृति में करवाया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-207. नाथद्वारा चित्रकारी शैली : नाथद्वारा वल्लभ संप्रदाय का एक प्रसिद्ध केन्द्र है। यहां की चित्रकारी शैली का प्रमुख विषय कृष्णलीला ही रहा है। इसमें बालगोपाल का हंसना, तुतलाना, हिंडोले में झूलना, यशोदा से माखन मांगना आदि चित्रित हैं। इस शैली के चित्रकारों में नारायण, घासीराम, चतुर्भुज एवं उदयराम उल्लेखनीय हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-208. महाकवि माघ का जन्म जालौर के भीनमाल में श्रीमाली ब्राह्मण कुल में हुआ था। कवि माघ ने संस्कृत के प्रसिद्ध महाकाव्य 'शिशुपाल वध' की रचना की। महाकवि माघ को 'पण्डित-कवि' भी कहा गया है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-209. पचपदरा झील बाड़मेर जिले के बालोतरा से 25 किमी उत्तर पश्चिम में स्थित है। यहां पर खाने योग्य नमक का उत्पादन होता है। इस नमक का उत्पादन परंपरागत रूप से खारवाल जाति के लोगों द्वारा मोरली नामक झाड़ी की टहनी से किया जाता है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-210. जसनाथी संप्रदाय की स्थापना जसनाथजी ने कतरियासर (बीकानेर) में की थी। जसनाथजी का जन्म कतरियासर (बीकानेर) में विक्रम संवत 1539 को हुआ था तथा इन्होंने 24 वर्ष की अवस्था में जीवित समाधि ले ली थी।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-211. ढूंढाड़ी की प्रमुख बोलियां : तोरावटी, राजावटी, चौरासी (शाहपुरा), नागरचोल, किशनगढ़ी, अजमेरी, काठेड़ी, हाड़ौती है। संत दादू दयाल एवं उनके शिष्यों की साहित्यिक रचनाओं में ढूंढाड़ी बोली का प्रयोग किया गया है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-212. बाण गंगा मेला प्रतिवर्ष वैशाख पूर्णिमा (अप्रेल-मई) में आयोजित होता है। बाणगंगा नदी का उद्गम जयपुर जिले के विराटनगर (बैराठ) में स्थित है। माना जाता है कि इस नदी की जलधारा को पाण्डवों में से एक धर्नुरधारी अर्जुन ने अपने बाण से उत्पन्न किया था।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-213. मां त्रिपुर सुंदरी का भव्य प्राचीन मंदिर बांसवाड़ा जिले के तलवाड़ा ग्राम से पांच किमी दूर स्थित है। मंदिर में माता की सिंह पर सवार अष्टादश भुजा की प्रतिमा है। मां त्रिपुर सुंदरी को तुरताई माता भी कहते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-214. चित्तौडगढ़़ दुर्ग गंभीरी और बेड़च नदियों के संगम पर स्थित है। दुर्ग में रानी पद्मिनी का महल, विजय स्तम्भ, कुंभ श्याम मंदिर, मीराबाई का मंदिर, तुलजा भवानी का मंदिर आदि हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-215. नक्की झील सिरोही जिले के आबू पर्वत पर स्थित है। आख्यानों के अनुसार इस झील का निर्माण देवताओं ने अपने नाखूनों से खोदकर किया था। इस झील के किनारे रघुनाथजी का मंदिर, टॉड रॉक, नवरोक, रामझरोखा गुफा, हाथी गुफा स्थित है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-216. गडीसर तालाब घड़सीसर या गडीसर तालाब जैसलमेर में स्थित है। जैसलमेर शहर के निकट इस तालाब का निर्माण सन् 1340 ई. में रावल गडसीसिंह ने करवाया था। इस सुंदर सरोवर का मेहराबनुमा मुख्य द्वार टीलो नामक गणिका ने बनवाया था। इसलिए इस द्वार को टीलों की पोल कहते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-217. ढाक या पलास वन को जंगल की ज्वाला भी कहा जाता है। ये वन नदी घाटियों में मिलते हैं। राजस्थान में पलास (ढाक) वन राजसमंद व आस-पास के क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ढाक के साथ ही गूलर, बहेड़ा, महुआ, करंज आदि के वृक्ष भी मिलते हैं।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-218. कर्पूरचंद्र कुलिश स्मृति वन जयपुर में स्थित है। झालाना वन खंड के एक भाग को पूर्व मुख्य सचिव मिट्ठा लाल मेहता के प्रयासों से स्मृति वन के रूप में विकसित किया गया। 20 मार्च, 2006 को इसका नाम प्रसिद्ध पत्रकार स्व. कर्पूरचंद्र कुलिश के नाम पर रखा गया।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-219. जयपुर मेट्रो की शुरूआत 3 जून, 2015 को तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने की थी। जयपुर देश का छठा शहर था, जहां मेट्रो रेल सेवा शुरू की गई। इससे पूर्व दिल्ली, गुडग़ांव, मुम्बई, बंगलूरू व कोलकाता में ही मेट्रो रेल सेवा थी। चेन्नई सातवां शहर है जहां मेट्रो चली है।
राजस्थान सामान्य ज्ञान फैक्ट-220. जवाई बांध को मारवाड़ का अमृत सरोवर कहा जाता है। पाली जिले में सुमेरपुर के निकट जवाई नदी पर इस बांध का निर्माण किया गया है।
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