घटना दिनांक : 18 दिसंबर, 2019
- साहित्य अकादमी पुरस्कार-2019 के लिए दो राजस्थानियों बीकानेर के डॉ. नंदकिशोर आचार्य व हनुमानगढ़ के रामस्वरूप किसान का चयन किया गया है।
- बीकानेर के डॉ. नंदकिशोर आचार्य को उनके कविता संग्रह 'छीलते हुए अपने को' के लिए हिंदी भाषा का साहित्य अकादमी पुरस्कार-2019 प्रदान किया जाएगा। 1955 से शुरू साहित्य अकादमी पुरस्कार को पहली बार किसी राजस्थानी ने हिंदी भाषा में जीता।
- हनुमानगढ़ के रामस्वरूप किसान को लघुकथा श्रेणी में उनकी कृति 'बारीक बात' के लिए राजस्थानी भाषा का साहित्य अकादमी पुरस्कार-2019 प्रदान किया जाएगा।
डॉ. नंदकिशोर आचार्य
- गांधीवादी विचारक डॉ. नंदकिशोर आचार्य नाटककार और कवि हैं। उनका महात्मा गांधी पर लिखा नाटक 'बापू' को काफी प्रशंसा प्राप्त हुई।
- डॉ. नंदकिशोर आचार्य का पुरस्कृत कविता संग्रह 'छीलते हुए अपने को' वर्ष 2013 में प्रकाशित हुआ था।
- डॉ. नंदकिशोर आचार्य का जन्म राजस्थान के बीकानेर में 31 अगस्त 1945 को हुआ।
- 'अहिंसा का विश्वकोश' लिख चुके डॉ. नंदकिशोर आचार्य को हाल ही में जयपुर की प्राकृत भारती ने 'अहिंसा शांति ग्रंथमाला' के संपादक की जिम्मेदारी सौंपी है। इस महत्वपूर्ण ग्रंथमाला में दुनिया में शांति और अहिंसा को बढ़ावा देने वाले लेखकों-विचारकों की पुस्तकें प्रकाशित होंगी।
- डॉ. आचार्य को मीरा पुरस्कार, बिहारी पुरस्कार, भुवनेश्वर पुरस्कार, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार आदि पुरस्कार मिल चुके हैं।
डॉ. नंदकिशोर आचार्य की प्रमुख कृतियां
- कविता संग्रह : छीलते हुए अपने को, जल है जहाँ, शब्द भूले हुए, वह एक समुद्र था, आती है जैसे मृत्यु, कविता में नहीं है जो, रेत राग, अन्य होते हुए, चाँद आकाश गाता है, उडऩा संभव करता आकाश, गाना चाहता पतझड़, केवल एक पत्ती ने, चौथा सप्तक
- नाटक : देहांतर, पागलघर, गुलाम बादशाह (सभी नाटक संग्रह)
- आलोचना : रचना का सच, सर्जक का मन, अनुभव का भव, अज्ञेय की काव्या-तिर्तीर्ष, साहित्य का स्वभाव तथा साहित्य का अध्यात्म
- अन्य : कल्चरल पॉलिटी ऑफ हिंदूज, दि पॉलिटी इन शुक्रिनीतिसार (शोध), संस्कृति का व्याकरण, परंपरा और परिवर्तन, आधुनिक विचार और शिक्षा, मानवाधिकार के तकाजे, संस्कृति की सामाजिकी, सत्याग्रह की संस्कृति, सभ्यता का विकल्प
- अनुवाद : सुनते हुए बारिश (जापानी जेन कवि रियोकान), नवमानववाद (एम.एन. राय : न्यू : ह्यूमनिज्म), विज्ञान और दर्शन (एम.एन. राय : साइंस एंड फिलॉसॉफी) के अतिरिक्त जोसेफ ब्रॉद स्कीम, ब्लादिमिर होलन, लोर्का तथा आधुनिक अरबी कविताओं का भी बड़ी संख्या में हिंदी में अनुवाद।
रामस्वरूप किसान
- रामस्वरूप किसान का जन्म 14 अगस्त 1952 को परलीका, तहसील नोहर, जिला हनुमानगढ़, राजस्थान में हुआ।
- मूलत: कथाकार रामस्वरूप का उपनाम किसान है। किसान की अब तक एक दर्जन से अधिक पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं, जिनमें से प्रमुख हैं- बारीक बात (लघुकथा संग्रह) हिवड़ै उपजी पीड़ (दोहा-सतसई), कूक्यौ घणौं कबीर (सोरठा), सपनै रौ सपनौ (लघुकथा संग्रह), हाडाखोड़ी (कहाणी संग्रह), गांव की गली-गली (हिन्दी की लम्बी कविता), राणी कणेर (अनुवाद), आ बैठ बात करां (कविता संग्रह), जीवन तो यहां है (हिन्दी कविता संग्रह), डांखळा संग्रह।
- किसान को साहित्य अकादेमी अनुवाद पुरस्कार, राजस्थानी भाषा-साहित्य एवं संस्कृति अकादमी का मुरलीधर व्यास राजस्थानी कथा पुरस्कार व कथा-दिल्ली का कथा पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार व सम्मान प्राप्त हुए हैं।
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